अधिकतर महिलाओं के लिए प्रेग्नेंसी का पहला ट्रायमेस्टर (First trimester) सबसे अधिक चुनौती भरा होता है। यह वो समय होता है, जब गर्भवती महिला शरीर में होने वाले बदलावों से कोप-अप करने की कोशिश कर रही होती है। इस दौरान महिलाएं अन्य लक्षणों जैसे जी मिचलाना (Nausea), टेंडर ब्रेस्ट (Tender breast), चक्कर आना (Dizziness), सिरदर्द (Headache) और क्रेप्स (Cramps) आदि का अनुभव सकती हैं।
प्रेग्नेंसी के लक्षणों का आना-जाना और सेकंड ट्रायमेस्टर (Second trimester)
सेकंड ट्रायमेस्टर को प्रेग्नेंसी का हनीमून पीरियड माना जाता है। क्योंकि इस समय गर्भावस्था के अधिकतर लक्षण गायब हो जाते हैं। हालांकि, कुछ महिलाएं इस दौरान पीठ में दर्द (Back ache), एंग्जायटी (Anxiety), कब्ज (Constipation), हार्टबर्न (Heartburn), डिप्रेशन (Depression) आदि का अनुभव करती हैं। कुछ महिलाएं फूड क्रेविंग (Food craving) आदि को भी महसूस करती हैं। यह समस्याएं कुछ महिलाओं को पहली तिमाही में भी हो सकती हैं।
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प्रेग्नेंसी के लक्षणों का आना-जाना और थर्ड ट्रायमेस्टर (Third trimester)
तीसरी तिमाही में, महिलाओं को वाटर रिटेंशन (water retention), या बार-बार पेशाब आने के कारण सूजन का अनुभव हो सकता है। क्योंकि, गर्भाशय आकार में बढ़ जाता है और मूत्राशय पर दबाव पड़ता है। हर ट्रायमेस्टर में समय, रिकरेन्स और गंभीरता के साथ लक्षणों में बदलाव आ सकते हैं। ऐसा भी हो सकता है कि गर्भावस्था में कुछ ही दिनों में यह सभी लक्षण गायब हो जाएं। लेकिन, कुछ ही दिनों में यह लक्षण अधिक इंटेंसिटी के साथ वापस नजर आने शुरू हो जाएं। अगर आप इस समय स्ट्रांग प्रेग्नेंसी सिम्पटम्स का अनुभव करें, जो आपकी 12 वीक प्रेग्नेंट होने से पहले एकदम कम हो जाएं या बंद हो जाएं। तो आपका हॉर्मोन लेवल ड्रॉप हो सकता है। ऐसे में आपके लिए अन्य प्रेग्नेंसी टेस्ट या स्कैन कराना जरूरी है। अगर आप गर्भावस्था में इन लक्षणों को अनुभव करती हैं, तो आपके लिए नियमित चेक-अप कराना भी जरूरी है।
हालांकि, यह हमेशा जरूरी नहीं है कि गर्भावस्था के दौरान लक्षणों का अचानक एंड होना चिंता का विषय है। लेकिन, प्रेग्नेंसी के दौरान लक्षणों के बारे में जानकारी होना और उनका ध्यान रखना बेहद जरूरी है। अगर आपको लगता है कि कोई लक्षण आपके लिए चिंता का विषय है या जिससे आपकी दिनचर्या प्रभावित हो रही है तो तुरंत डॉक्टर से बात करें और अपनी जांच कराएं। ऐसा करना आपके और आपके शिशु के स्वास्थ्य के लिए बेहद जरूरी है। संक्षेप में कहा जाए तो प्रेग्नेंसी में इन लक्षणों को अनुभव करना बेहद कॉमन है। लेकिन, अगर इनके कारण आपको अधिक परेशानी हो रही हो तो डॉक्टर की सलाह लेना जरूरी है। प्रेग्नेंसी के लक्षणों का आना-जाना (Pregnancy Symptoms Come And Go) क्या है, यह तो आप जान ही गए होंगे। अब जानते हैं कि प्रेग्नेंसी के कौन से लक्षण चिंता का कारण हो सकते हैं।