अक्सर देखा गया है कि पेरेंट्स बच्चों को टाइम पर स्कूल जाने के लिए और होमवर्क पूरा करने के लिए प्रेरित करते हैं। लेकिन, इतने से ही पेरेंट्स की बच्चों के प्रति जिम्मेदारी पूरी नहीं हो जाती है। इसी साथ, उन्हें बच्चे को ये भी बताना चाहिए कि उनके भविष्य के लिए पढ़ाई क्यों जरूरी है। पढ़ाई करने से उनके भविष्य में क्या बदलाव होगा और कैसे उनकी पर्सनालिटी में विकास होगा। जो बच्चे पढ़कर अच्छे बन जाते हैं,लोग उन्हें ज्यादा प्यार करते हैं, इस तरह से बच्चे को समझाकर उनके अंदर पढ़ाई के प्रति इंटरेस्ट जगाया जा सकता है।
पढ़ाई का माहौल बनाएं:
स्कूल और ट्यूशन का एक समय बंधा होता है। जिसमें बच्चे किसी तरह पढ़ लेते हैं। लेकिन, केवल स्कूली किताबों से ही बच्चों का पढ़ाई में इंटरेस्ट नहीं जगाया जा सकता है। उनका पढ़ाई में मन लगाने के लिए उन्हें ऐसे उदाहरण दें, जो उन्हें पढ़ने को प्रेरित कर सके। घर में पढ़ाई का माहौल बना कर रखें। संभव हो, तो छुट्टी के दिन उन्हें किड्स लाइब्रेरी, बुक फेयर जैसी जगाहों पर अवश्य ले जाएं। वहां अपने से बड़े उम्र के लोगों को पढ़ते देख, उनके अंदर भी पढ़ाई के प्रति इंटरेस्ट बढ़ेगा।
डिसिप्लिन सिखाएं:
डिसिप्लिन जीवन के हर क्षेत्र में बहुत जरूरी है, बिना इसके कुछ भी संभव नहीं है। बेहतर जीवन बनाना हो या पढ़ाई-लिखाई में अव्वल आना हो, हर चीज में डिसिप्लिन का होना जरूरी है। इसलिए बच्चे को समय की वैल्यू जरूर सिखानी चाहिए, ताकि वे अपना हर काम सही तरीके और सही समय पर पूरा करें। यदि उनमें डिसिप्लिन होगा तो वे रोजाना अपने समय पर पढ़ाई और होमवर्क पूरा करेंगें।
किताबें पढ़ने में इंटरेस्ट जगाएं: