एनसीबीआई में छपी स्टडी के अनुसार करक्यूमिन में एंटी-इंफ्लामेटरी गुण होते हैं। सौंफ पेट फूलने को कम करती है और एंटीस्पास्मोडिक है। प्लेसीबो के साथ तुलना करने पर, सौंफ-करक्यूमिन संयोजन देने वालों ने पेट में कम दर्द और जीवन की गुणवत्ता में सुधार का अनुभव किया।
अदरक (Ginger)
हर्बल एक्ट्रेक्ट जो अदरक की जड़ों से प्राप्त किया जाता है। यह अपसेट स्टमक और जी मिचलाने जैसी समस्याओं से राहत प्रदान करता है। आईबीएस के लिए एसेंशियल ऑयल्स (Essential Oils for IBS) की तलाश कर रहे हैं तो यह ऑयल भी आपके काम आ सकता है।
आईबीएस के लिए एसेंशियल ऑयल्स (Essential Oils for IBS) लक्षणों को कम करने में सच में मदद करते हैं?

चूंकि आईबीएस डिजीज को अभी तक पूरी तरह समझा नहीं जा चुका है, रिसर्चर्स अभी भी इस पर काम कर रहे हैं कि क्या एसेंशियल ऑयल्स कई अंडरलाइन कारणों पर काम कर सकते हैं। एनसीबीआई की 2013 की एक स्टडी में इस बात का पता किया गया कि कई प्रकार के एसेंशियल ऑयल्स में पाई जाने वाली एंटीबैक्टीरियल प्रॉपर्टीज छोटी आंत में बैक्टीरिया के ओवरग्रोथ को कम कर सकती हैं।
पाइन, अजवायन के फूल और टी ट्री ऑयल के साथ ही कई आवश्यक तेल बैक्टीरिया के अतिवृद्धि से लड़ने में अत्यधिक प्रभावी पाए गए। पेपरमिंट (Peppermint), धनिया (Coriander), लेमनग्रास (Lemongrass), लेमन बाम (Lemon balm), रोजमेरी (Rosemary), सौंफ (Fennel) और मैंडरिन (Mandarin) मध्यम रूप से प्रभावी पाए गए।
कुछ आवश्यक तेल कुछ लक्षणों के लिए फायदेमंद हो सकते हैं, फिर भी दूसरों के इलाज में असफल हो सकते हैं। उदाहरण के लिए, अदरक कुछ लोगों के लिए मतली और मोशन सिकनेस को कम करने में प्रभावी है, लेकिन यह अन्य आईबीएस लक्षणों के इलाज के लिए अप्रभावी हो सकता है।
आईबीएस के लिए एसेंशियल ऑयल्स का उपयोग सुरक्षित है? (Are Essential Oils Safe to Use for IBS?)
एसेंशियल ऑयल का उपयोग जैसा बताया जाता है वैसे ही करें। जब तक ओरल यूज के लिए डिजाइन किए गए सप्लिमेंट्स का उपयोग नहीं करते तब तक ना तो एसेंशियल ऑयल पिएं और ना ही इसे कि प्रोडक्ट में डालकर यूज करें। एसेंशियल ऑयल्स का उपयोग अरोमाथेरिपी के रूप में किया जाना चाहिए। कुछ को निगलने के लिए विषाक्त माना जाता है और यह जानवरों के लिए खतरनाक माना जाता है। अरोमाथेरेपी में तेल का उपयोग करते समय, पालतू जानवरों, बच्चों और अन्य लोगों के बारे में सोचें जो तेलों के प्रति नकारात्मक प्रतिक्रिया दे सकते हैं।
और पढ़ें: पेट में एसिड बनना तो कई बार सुना होगा, आज जान लीजिए कि स्टमक एसिड होता क्या है
आईबीएस के लिए एसेंशियल ऑयल्स का यूज करने से पहले इन बातों का ध्यान रखें
टॉपिकली यूज करने से पहले इसे कैरियर ऑयल में जरूर डायल्यूट करें। एसेंशियल ऑयल को पेट या बॉडी के किसी भी दूसरे हिस्से पर तब तक ना रगड़ें तब तक कि इसे कैरियर ऑयल में डायल्यूट ना किया गया हो। किसी भी ऐसे ऑयल का यूज ना करें जिससे एलर्जी हो या हो सकती हो। अधिक मात्रा में इसका उपयोग करने से पहले पैच टेस्ट अवश्य करें।
यदि पैच टेस्ट के 24 घंटे की अवधि समाप्त होने से पहले किसी भी असुविधा का अनुभव करते हैं या प्रतिक्रिया के कोई लक्षण देखते हैं, तो उपयोग बंद कर दें। लेकिन अगर कोई जलन नहीं होती है, तो तेल उपयोग के लिए सुरक्षित है।
यदि आप गर्भवती हैं, गर्भधारण की कोशिश कर रही हैं, या स्तनपान करा रही हैं, तो एसेंशियल ऑयल्स का उपयोग न करें। इस समय उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पर्याप्त शोध उपलब्ध नहीं है। कई बार एसेंशियल ऑयल्स को ऐसे कैरियर ऑयल में डायल्यूट कर दिया जाता है जो शायद आपको पसंद ना आए इसलिए इसके बारे में भी जांच कर लें। कई बार मैन्युफैक्चर कंपनियां दावा करती हैं कि एसेंशियल ऑयल हर प्रकार से उपयोगी है इस प्रकार के दावों की भी जांच जरूर करें।
अपने डॉक्टर से बात करें
आईबीएस के चुनौतिपूर्ण स्थिति है। इसका साथ सर्वाइव करना मुश्किल लग सकता है। इसके लक्षणों को कम करने के लिए कई लाइफस्टाइल ट्रीटमेंट और दवाएं है जो लक्षणों को कम करने में मददगार हैं। अगर आईबीएस के लिए एसेंशियल ऑयल्स (Essential Oils for IBS) जैसी अल्टरनेटिव थेरिपीज सफल नहीं हो रही हैं तो अपने डॉक्टर से बात करें वे ईटिंग प्लान से लेकर दवाएं प्रिस्क्राइब करेंगे।
और पढ़ें: 8 प्राकृतिक पाचक एंजाइम युक्त खाद्य पदार्थ जो पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने में करेंगे मदद!
उम्मीद करते हैं कि आपको आईबीएस के लिए एसेंशियल ऑयल्स (Essential Oils for IBS) से संबंधित जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।