हेल्दी प्रेग्नेंसी के लिए जिस तरह से वर्कआउट करना जरूरी है ठीक उसी तरह से गर्भावस्था में कार्पल टनल सिंड्रोम की परेशानी से बचने के लिए आसान एक्सरसाइज किया जा सकता है। गर्भावस्था में कार्पल टनल सिंड्रोम से बचने के लिए विशेष कर कलाई और उंगलियों से जुड़ी एक्सरसाइज करना बेहद लाभकारी होता है। हालांकि गर्भवती महिलाओं को इस परेशानी से बचने के लिए गर्दन, हाथों, कंधों और बांहों की सामान्य एक्सरसाइज को फिटनेस एक्सपर्ट और डॉक्टर के सलाह अनुसार करना चाहिए।
गर्भावस्था में कार्पल टनल सिंड्रोम से बचने के लिए प्रेग्नेंट लेडी को हाथ, कलाई और उंगलियों को सही तरह से स्ट्रेच कैसे करना चाहिए यह अवश्य जानना चाहिए। वैसे गर्भावस्था में कार्पल टनल सिंड्रोम की समस्या शुरू होने के साथ ही शिशु के जन्म के बाद कुछ दिनों में ठीक हो जाती है लेकिन, अगर यह समस्या ठीक न हो तो जल्द से जल्द डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। प्रायः डॉक्टर नई मॉम को इंजेक्शन, दवा और स्टेरॉइड्स की मदद से इस परेशानी को दूर करने में सक्षम होते हैं। अगर इससे परेशानी दूर नहीं होती है, तो सर्जरी की आवश्यकता होती है।
और पढ़ें – प्रेग्नेंसी की तीसरी तिमाही में क्या हॉर्मोनल बदलाव होते हैं?
ऐसी स्थिति में स्वास्थ्य विशेषज्ञ सर्जरी की सलाह देते हैं। सर्जरी दो तरह से की जाती है। जैसे:-
- ओपन कार्पल टनल सर्जरी
- एंडोस्कोपी कार्पल टनल सर्जरी