बर्निंग सेंसेशन (Burning Sensation) की समस्या शरीर के किसी भी हिस्से को प्रभावित कर सकती है। कई बार व्यक्ति को पेट,आंख और हाथ पैर में जलन की समस्या से दो चार होना पड़ता है। यह सेंसेशन चुभन का एहसास कराने के साथ ही दर्दनाक भी हो सकता है। कई बार यह अपने आप ठीक हो जाता है तो कभी स्थिति गंभीर होने पर मेडिकल एडवाइस लेना जरूरी हो जाता है ताकि स्थिति का सही डायग्नोसिस किया जा सके। इस आर्टिकल में बर्निंग सेंसेशन का कारण, डॉक्टर की सलाह कब लेनी चाहिए और ट्रीटमेंट्स के बारे में जानकारी दी जा रही है।
बर्निंग सेंसेशन के कारण (Burning Sensation causes)
बर्निंग सेंसेशन की लोकेशन से इसके कारण के बारे में पता चलता है। उदाहरण के लिए मसल्स में होने वाला बर्निंग सेंसेशन इंजरी के कारण हो सकता है। वहीं स्किन में होने वाला बर्निंग सेंसेशन किसी एर्लेजन या इरिटेंट के संपर्क में आने से हो सकता है। नीचे बर्निंग सेंसेशन (Burning Sensation) और उनके संभावित कारणों के बारे में बताया जा रहा है।
यूरिनेशन के दौरान बर्निंग सेंसेशन (Burning sensation during urination)
यूरिनेशन के दौरान दर्द और बर्निंग सेंसेशन होना यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन का संकेत है जो कि महिलाओं में कॉमन हैं। इसके दूसरे संकेतों में बुखार और पेशाब जाने की इच्छा भी शामिल है। ये इंफेक्शन ब्लैडर, किडनी और यूरेथ्रा (Urethra) को प्रभावित कर सकते हैं। ट्रीटमेंट के बिना यह इंफेक्शन शरीर के दूसरे हिस्सों में भी फैल सकता है। यह किडनी को नुकसान पहुंचा सकता है। इसलिए इसका इलाज करवाना जरूरी है।
निम्नलिखित कारण भी पेशाब के दौरान जलन पैदा कर सकते हैं:
- कुछ यौन संचारित संक्रमण (एसटीआईएस)
- प्रोस्टेटाइटिस, जो प्रोस्टेट की सूजन को संदर्भित करता है
- मूत्रमार्ग (Urethra) या आसपास के ऊतकों को शारीरिक चोट, अक्सर शेविंग, सेक्शुअल इंटरकोर्स, या कपड़ों से घर्षण का परिणाम।
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स्किन में जलन (Burning sensation on skin)
पूरे दिन, त्वचा कई संभावित इरिटेंट के संपर्क में आती है। जलन के निम्नलिखित स्रोतों से त्वचा में जलन हो सकती है:
- सनबर्न
- पौधे जिनको छूने या संपर्क में आने से जलन या दाने हो सकते हैं
- कीड़े के काटने या डंक मारने से जैसे ततैया, मधुमक्खियां और मकड़ियां
- लोशन, इत्र, डिटर्जेंट, या अन्य पदार्थों से एलर्जी की प्रतिक्रिया
- बहुत शुष्क त्वचा, विशेष रूप से सर्दियों के महीनों के दौरान
- एक्जिमा जैसी स्थितियां
- चिंता या तनाव, खासकर अगर कोई व्यक्ति त्वचा की स्थिति के बारे में चिंतित है
- मल्टीपल स्केलेरोसिस (Multiple sclerosis) जैसी अपक्षयी स्थितियों (Degenerative conditions) के परिणामस्वरूप तंत्रिका क्षति (Nerve damage)
सेल्युलाइटिस के कारण भी त्वचा पर तीव्र जलन हो सकती है। सेल्युलाइटिस त्वचा की सबसे गहरी परतों तक होने वाला जीवाणु संक्रमण है। एंटीबायोटिक्स सेल्युलाइटिस का इलाज कर सकते हैं। हालांकि, सेल्युलाइटिस तेजी से फैल सकता है, इसलिए यह महत्वपूर्ण है कि व्यक्ति तुरंत उपचार प्राप्त करे। जलन के साथ निम्न लक्षण दिखाई देने पर उन्हें डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए:
- बुखार
- सूजन, गर्मी, या त्वचा की निस्तब्धता
- सूजी हुई और दर्दनाक ग्लैंड्स
हाथ और पैर में जलन (Burning in hands and feet)
ऊपर बताए गए कारणों के चलते हाथों और पैरों में जलन हो सकती है। हालांकि, उंगलियों या पैर की उंगलियों में बर्निंग सेंसेशन (Burning Sensation) भी तंत्रिका क्षति का एक लक्षण हो सकता है। मेडिकल तौर पर इसे पेरिफेरल न्यूरोपैथी कहा जाता है। मधुमेह वाले बहुत से लोगों को पेरिफेरल न्यूरोपैथी हो सकती है। मधुमेह वाले व्यक्ति को डॉक्टर से बात करनी चाहिए यदि उन्हें हाथों या पैरों में निम्न में से कोई भी अनुभव होता है:
- दर्द
- जलन
- झुनझुनी
- सुन्न होना
- दुर्बलता
रेयनॉड्स फिनोमेनन (Raynaud’s phenomenon) के कारण भी हाथों और पैरों में बर्निंग सेंसेशन (Burning Sensation) हो सकता है। इस स्थिति में इस एरिया की छोटी आर्टरीज ठंड के संपर्क में आने पर ऐंठ जाती हैं या बंद हो जाती हैं। नतीजतन, उंगलियों और पैर की उंगलियों को कम रक्त मिलता है। वे सफेद हो सकते हैं, और एक व्यक्ति को जलन या चुभने की अनुभूति हो सकती है, साथ ही सुन्नता भी हो सकती है। यह स्थिति नाक, होंठ और कान को भी प्रभावित कर सकती है।
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मांसपेशियों में बर्निंग सेंसेशन (Burning sensation in muscles)
वजन उठाने या अन्य कठिन व्यायाम करने पर एक व्यक्ति को कुछ मांसपेशियों में जलन महसूस हो सकती है। यह आमतौर पर एक्सटेंसिव एक्सरसाइज के दौरान मेटाबोलाइट्स (Metabolites) के निर्माण के कारण होता है। एक व्यक्ति को यह तब भी महसूस हो सकता है जब वे एक नया व्यायाम करने की कोशिश करता है या अधिक बार व्यायाम करना शुरू करता है। ये लक्षण आमतौर पर हल्के होते हैं और कुछ दिनों के बाद चले जाते हैं।
हालांकि, सीवियर बर्निंग सेंसेशन (Burning Sensation) मांसपेशियों की चोट का संकेत दे सकती है, जैसे कि मोच या खिंचाव। यदि यह समय के साथ ठीक नहीं होती है या कई अन्य मांसपेशियों में फैल जाती है, तो व्यक्ति को फाइब्रोमायल्गिया (Fibromyalgia) जैसी क्रोनिक कंडिशन हो सकती है। मांसपेशियों में जलन के कुछ अन्य कारणों में मायोफेशियल पेन सिंड्रोम (Myofascial pain syndrome) और स्पाइन में एक हर्नियेटेड डिस्क (Herniated disk) शामिल हैं।
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मुंह या गला (Burning sensation in Mouth and Throat)
गले में जलन अक्सर संक्रमण का परिणाम होती है, जैसे कि स्ट्रेप थ्रोट। स्ट्रेप थ्रोट वाले व्यक्ति को बात करते समय अधिक दर्द का अनुभव हो सकता है, और गले में खराश भी महसूस हो सकती है। स्ट्रेप थ्रोट अक्सर बुखार, ठंड लगना और अन्य सर्दी- या फ्लू जैसे लक्षणों के साथ होता है। यह बच्चों में होने वाली आम बीमारी है।
एसिड रिफ्लक्स (Acid reflux) भी गले में बर्निंग सेंसेशन (Burning Sensation) का कारण बनता है। ऐसा अक्सर एसिडिक मील खाने से होता है। एसिड रिफ्लक्स के साथ ही लो सीने में जलन, स्टमक डिसकंफर्ट, थकार आदि समस्याएं भी होती हैं। मुंह में बर्निंग सेंसेशन के मसूड़ों से संबंधित बीमारियां, एसिडिक फूड्स का सेवन और अधिक दवाब के साथ ब्रश करना शामिल है।
गुप्तांग (Genitals) में बर्निंग सेसेंशन
जननांगों पर या उसके आसपास जलन त्वचा की जलन से हो सकती है, जैसे कि योनि में साबुन लगाने से। शेविंग या सेक्स के दौरान होने वाले छोटे घाव भी अस्थायी रूप से जलन पैदा कर सकते हैं। संक्रमण अक्सर जननांगों में जलन के लिए जिम्मेदार होते हैं। उदाहरण के लिए, यीस्ट इंफेक्शन और बैक्टीरियल वेजिनोसिस (बीवी) आमतौर पर जलन, खुजली पैदा करते हैं। बैक्टीरियल वेजिनोसिस योनि में गंध पैदा कर सकता है। कई बार सेक्शुअल ट्रांसमिटेड इंफेक्शन के कारण भी जननांगों में बर्निंग सेंसेशन हो सकता है।
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डॉक्टर से कब संपर्क करें
आमतौर पर कुछ दिनों तक इंतजार करना और यह देखना सुरक्षित होता है कि जलन दूर होती है या नहीं। हालांकि, अगर जलन बनी रहती है तो व्यक्ति को डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। निम्नलिखित में से कोई भी लक्षण दिखाई देने पर 24 घंटे के भीतर डॉक्टर से संपर्क करें:
- तेजी से फैलने वाला दाने
- बुखार
- पेशाब के दौरान तेज जलन होना
- शारीरिक चोट के बाद जलन होना
- अन्य चिंताजनक लक्षण, जैसे खूनी दस्त या उल्टी
इसके अलावा, अगर जलन बार-बार होती है, अगर ये किसी पुरानी बीमारी से जुड़ी है, जैसे कि लिवर फेलियर या मधुमेह या किसी दवा के प्रतिक्रिया में बर्निंग सेशेंसन होता है तो भी डॉक्टर की सलाह लेना जरूर हो जाता है।
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बर्निंग सेसेंशन का इलाज (Burning sensation treatment)
उपचार कारण पर निर्भर करता है। उदाहरण के लिए, एंटीबायोटिक्स से कई एसटीआई और अन्य संक्रमणों का इलाज किया जा सकता है। जब कोई इलाज मौजूद नहीं है, तो उपचार में लक्षणों को कम करना शामिल होता है। उदाहरण के लिए, फाइब्रोमायल्गिया को समझने और इलाज करने में मुश्किल होती है। ऐसे मामलों में, डॉक्टर दर्द और अन्य लक्षणों को कम करने का प्रयास करेंगे।
लोगों को अपने लिए उचित उपचार खोजने के लिए डॉक्टर से बात करनी चाहिए, और उन्हें दवा के प्रति किसी भी नकारात्मक प्रतिक्रिया की रिपोर्ट करनी चाहिए। यदि लक्षणों में सुधार नहीं होता है, तो अन्य उपचार विकल्पों के बारे में पूछा जा सकता है।
उम्मीद करते हैं कि आपको बर्निंग सेसेंशन (Burning Sensation) और इसके कारण और इलाज से संबंधित जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।