के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya
केलॉइड एक तरह का स्किन पर उठा हुआ निशान होता है। ये स्कार टिशू (scar tissue) का एक आसामान्य प्रसार, जो त्वचा पर चोट वाली जगह पर बनता है। जब त्वचा पर कोई चोट लगती है, तो उसके ऊपर स्कार टिशू बनता है जो चोट की मरम्मत और सुरक्षा करता है। कुछ मामलों में, एक्सट्रा स्कार टिशू कठोर होकर बढ़ जाता है जिसे केलॉइड कहते हैं। यह त्वचा के जलने, कटने या गंभीर मुंहासों वाली जगह पर हो सकता है। बॉडी पीयरसिंग, टैटू या किसी सर्जरी के बाद भी केलॉइड हो सकता है। कई बार यह त्वचा के चोट लगने के 3 महीने या उससे अधिक समय बाद नजर आता है और कुछ सालों तक यह बढ़ता रहता है।
केलॉइड जख्म से बड़ा भी सकता है। यह ज्यादातर छाती, कंधे, कान की बाली, और गाल पर होता है। हालांकि यह शरीर के किसी भी हिस्से को प्रभावित कर सकता है। आपको बता दें, यह शरीर को किसी तरह का नुकसान नहीं पहुंचाता है।
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केलॉइड स्कार टिशू के ओवरग्रोथ होने पर होता है। यह पूरी तरह से विकसित होने में हफ्तों से महीने लगा सकता है। आमतौर पर इसके निम्नलिखित लक्षण होते हैं:
केलॉइड स्कार पर खुजली हो सकती है, लेकिन यह स्वास्थ्य के लिए हानिकारक नहीं होता है। आमतौर पर यह एक फ्लैट सर्फेस पर बड़ता हुआ स्कार होता है। समय के साथ इसका रंग डार्क होता जाता है। हो सकता है इससे आपको किसी तरह का डिसकंफर्ट, टेंडरनेस और इरिटेशन महसूस हो। यह शरीर के बड़े हिस्से पर भी हो सकता है, लेकिन ऐसा कम होता है। जब ऐसा होता है तो कठोर और टाइट स्कार टिशू मूवमेंट को रोक सकता है।
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कई तरह की स्किन इंजरी के कारण केलॉइड की परेशानी हो सकती है, जैसे:
अनुमानित 10 प्रतिशत लोग केलॉइड स्कारिंग का अनुभव करते हैं। पुरुषों और महिलाओं को केलॉइड निशान होने की समान संभावना होती है। जिन लोगों की स्किन डार्क कलर की होती है उन्हें इसके होने का खतरा अधिक होता है।
केलॉइड फॉर्मेशन से जुड़े अन्य जोखिम कारकों में शामिल हैं:
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इसका इलाज कई बार मुश्किल और हमेशा प्रभावी नहीं होता है। इससे बचाव के लिए त्वचा की चोट को रोकने की कोशिश करें। क्योंकि इन्हीं से केलॉइड के निशान पैदा हो सकते हैं। कभी भी चोट लगती है तो उसके बाद सिलिकॉन जेल पैड का उपयोग कर उस जगह को दबाएं। यह केलॉइड को रोकने में मदद कर सकता है। सन एक्सपोजर या टैनिंग स्कार टिशू को आसपास की त्वचा की तुलना में डार्क कलर का कर सकता है। इससे केलॉइड अधिक बाहर भी निकल सकता है।
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डॉक्टर टिशू इंजरी की हिस्ट्री जैसे सर्जरी, एक्ने या बॉडी पियरसिंग की त्वचा कैसे दिख रही है उस बेसिस पर केलॉइड को डायग्नोज करते हैं। दुर्लभ मामलों में, डॉक्टर त्वचा का एक छोटा सा टुकड़ा निकाल कर माइक्रोस्कोप से जांच कर सकते हैं, जिसे बायोप्सी कहा जाता है।
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केलॉइड के कोई साइड इफेक्ट्स नहीं होते हैं। बस यह देखने में बुरा लगता है। इसलिए लोग सर्जरी कर इसे हटवाते हैं। इसके उपचार में स्किन को फ्लैट, सॉफ्ट और टाइट किया जाता है। इससे निजात पाना मुश्किल हो सकता है। कभी कभी ये इलाज के बाद वापस आ जाते हैं। कई डॉक्टर सर्वोत्तम परिणामों के लिए कई उपचार के संयोजन का उपयोग कर सकते हैं। उपचार में निम्नलिखित तरीके शामिल हैं:
कोर्टिकोस्टेरॉइड शॉट्स (Corticosteroid shots): इन शॉट्स में दवा निशान को कम करने में मदद करती है।स्कार को फ्रीज करना (Freezing the scar): इसे क्रयोथेरेपी (cryotherapy) कहते है। इसका उपयोग केलॉइड की कठोरता और आकार को कम करने के लिए किया जाता है। यह छोटे केलॉइड्स पर सबसे अच्छा काम करता है।स्कार के ऊपर सिलिकॉन शीट या जेल (Wearing silicone sheets or gel over the scar): यह केलॉइड को फ्लैट करने में मदद करता है।
लेजर थेरेपी (Laser Therapy): इसमें केलॉइड और उसकी आस पास की स्किन पर हाई बीम लाइट का इस्तेमाल कर इसको फ्लैट किया जाता है। साथ ही उसके कलर को भी फेड किया जाता है।
सर्जिकल रिमूवल (Surgical Removal): इसमें केलॉइड को कट किया जाता है। ज्यादातर केलॉइड ट्रीटमेंट के बाद वापस औ जते हैं।
प्रैशर ट्रीटमेंट (Pressure Treatment): केलॉइड सर्जरी के बाद उस जगह पर प्रैशर करने से ब्लड फ्लो कम होता है। ये केलॉइड को वापस आने से रोकता है।
केलॉइड से छुटकारा पाने के लिए हर किसी के लिए अलग ट्रीटमेंट काम कर सकता है। आपका डॉक्टर आपके टिशू स्कार के अनुसार इसका ट्रीटमेंट निर्धारित करेंगे।
केलॉइड से छुटकारा पाने के लिए किसी मेडिकल प्रोसिजर को कराने से पहले आप इन घरेलू नुस्खों को ट्राय कर सकते हैं:
आप मॉइस्चराइजर ऑयल का इस्तेमाल कर सकते हैं। ये टिशू को सॉफ्ट करने में मदद करते हैं। यह बिना इसे नुकसान पहुंचाए केलॉइड के आकार को कम कर सकता है। कई बार बिना उपचार के भी यह समय के साथ सिकुड़ते जाते हैं।
अगर आपका इससे जुड़ा किसी तरह का कोई सवाल है, तो विशेषज्ञों से समझना बेहतर होगा।
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