ये छोटी-छोटी बातें मददगार साबित होंगी
लाइफस्टाइल में कुछ चेंजेस करके टीनएजर्स में आत्महत्या के विचार को कम किया जा सकता है। जैसे-
- युवाओं को एल्कोहॉल और मादक पदार्थों के उपयोग से बचना चाहिए। ये घातक साबित हो सकते हैं क्योंकि ये नशीले पदार्थ सुसाइड टेंडेंसी को बढ़ावा दे सकते हैं।अगर रोजाना संभव न हो पा तो हफ्ते में कम से कम तीन बार तो जरूर व्यायाम करें। फिजिकल एक्टिविटीज को बढ़ाने से दिमाग में अच्छे केमिकल्स रिलीज होते हैं जो आपको खुश रखने में मददगार साबित होते हैं।
- नींद कम लेना टीनएजर्स में आत्महत्या के विचार को बढ़ावा दे सकता है। इसलिए, युवाओं को कम से कम छह से आठ घंटे की नींद लेना जरूरी है। अगर आप इंसोम्निया या नींद की अन्य बीमारी से जूझ रहे हैं तो डॉक्टर से इस बारे में बात करें।
- यदि मन में आत्महत्या के विचार आते हैं तो इसके बारे में जरूरी है किसी से बात करना। अगर आप किसी अपने से बात नहीं कर सकते हैं तो ऐसे कई संगठन और हेल्प ग्रुप हैं जो आपकी सहायता कर सकते हैं। उनसे बात करें।
आइए, हम सब मिलकर जागरूकता जगाएं। एक लचीले और सद्भावपूर्ण समाज का निर्माण करें और टीएनजर्स को जीवन की चुनौतियों से निपटने के लिए तैयार करें।