यदि सेक्स करते समय किसी भी तरह की कोई लापरवाही बरती जाए, तो यह स्वास्थ्य के लिए जोखिम भरा हो सकता है। इस वजह से योनि में इंफेक्शन (vaginal infection) हो सकता है और सेक्स को वजाइनल इंफेक्शन के सबसे प्रमुख कारणों में से एक माना जाता है। अक्सर महिलाओं को सेक्स के दौरान या बाद में योनि में दर्द और योनि में इंफेक्शन की समस्या हो जाती है।यहां तक कि कुछ महिलाओं का यह भी कहना है कि कंडोम के इस्तेमाल के साथ सुरक्षित सेक्स करने के बाद भी, उन्हें योनि में इंफेक्शन की समस्या हुई है।
सेक्स के बाद योनि में होने वाले इंफेक्शन (Vaginal Infection) या प्राइवेट पार्ट में खुजली
बैक्टीरियल वेजिनोसिस (Bacterial Vaginosis)
बैक्टीरियल वेजिनोसिस, सेक्स के जरिए योनि में होने वाले इंफेक्शन (वजायनल इंफेक्शन) का सबसे आम कारण हो सकता है। इसे योनि बैक्टीरियोसिस के रूप में भी जाना जाता है। जिन महिलाओं का प्रसव 15 साल से 44 साल की उम्र में होता है, उनमें इस इंफेक्शन के खतरे की संभावना सबसे अधिक होती है।
इसके अलावा, सेक्स पार्टनर बदलने से भी इसका खतरा काफी हद तक बढ़ जाता है। हालांकि, ऐसी महिलाएं, जिन्होंने अभी तक संभोग नहीं किया है, उनमें भी इसके लक्षण देखे जा सकते हैं लेकिन ऐसा बहुत ही कम होता है।
इसके अलावा बैक्टीरियल वेजिनोसिस (बीवी) भी यौन संचारित संक्रमण (एसटीआई) के खतरे को बढ़ा देता है। अगर किसी महिला को बैक्टीरियल वेजिनोसिस की समस्या है, तो वह इन-विट्रो फर्टिलाइजेशन (आईवीएफ) के सुरक्षित विकल्प को नहीं चुन सकती है।
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बैक्टीरियल वेजिनोसिस (Bacterial Vaginosis) के लक्षण क्या हैं?
निम्न लक्षणों से बैक्टीरियल वेजिनोसिस की पहचान की जा सकती है :
- योनि में खुजली होना
- योनि में जलन होना
- योनि से मछली जैसी गंध आने के साथ ग्रे रंग का चिपचिपा पदार्थ आना
- पेशाब के दौरान योनि में जलन होना
ऊपर बताए गए बैक्टीरियल वेजिनोसिस के लक्षणों में से अगर कोई एक समस्या आपको हो रही है तो आमतौर पर यह सामान्य हो सकती है। लेकिन, अगर एक से अधिक लक्षण दिखाई दें, तो जल्द से जल्द इसके उपचार के लिए डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। बैक्टीरियल वेजिनोसिस के उपचार के लिए आमतौर पर डॉक्टर एंटीबायोटिक दवाओं के इस्तेमाल की सलाह देते हैं।
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वजायनल यीस्ट (vaginal yeast infection) या प्राइवेट पार्ट में इंफेक्शन
आमतौर पर वजायनल यीस्ट इंफेक्शन यौन संचारित संक्रमण के तहत नहीं आता है लेकिन, सेक्स के बाद योनि में फंगस या किसी भी तरह के इंफेक्शन का खतरा सबसे ज्यादा रहता है।
हालांकि, वजायनल यीस्ट इंफेक्शन की समस्या सेक्स और साफ-सफाई का विशेष ध्यान न रखने की वजह से हो सकता है। यह बैक्टीरियल वजिनोसिस की तरह ज्यादा जोखिम भरा नहीं होता है। घरेलू उपचारों की मदद से इसका इलाज किया जा सकता है।
क्या अन्य कारणों से भी वजायनल यीस्ट इंफेक्शन (योनि संक्रमण) का खतरा हो सकता है?
जैसा कि हमने आपको पहले भी बताया कि वजायनल यीस्ट इंफेक्शन का खतरा योनि सेक्स के माध्यम से ही बढ़ सकता है। हालांकि, सेक्स के अलावा अन्य कारण भी हैं जिनकी वजह से योनि में इंफेक्शन की समस्या हो सकती है, जिनमें शामिल हैं :
- तंग या गीले या पसीनेदार अंडरगारमेंट्स पहनना
- योनि को साफ करने के लिए किसी तरह के कॉस्मेटिक का इस्तेमाल करना
- योनि में परफ्यूम का इस्तेमाल करना
- योनि की उचित साफ-सफाई न रखना
- बर्थ कंट्रोल पिल्स का इस्तेमाल करना
- एंटीबायोटिक्स दवाओं का सेवन करना
- कोर्टिकोस्टेरोइड दवा का सेवन करना
- कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली होना
- हाई ब्लड शुगर की समस्या
- प्रेग्नेंसी
- ब्रेस्टफीडिंग
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ओरल सेक्स से भी हो सकता है योनि में इंफेक्शन (vaginal infection)
कई कपल्स को लगता है कि सिर्फ इंटरकोर्स से ही यौन रोग संक्रमण या योनि में इंफेक्शन का खतरा हो सकता है लेकिन ऐसा नहीं है। कई अध्ययनों में दावा किया गया है कि ओरल सेक्स की वजह से भी योनि में इंफेक्शन हो सकता है।
ऐसा इसलिए है क्योंकि ओरल सेक्स के दौरान आपके साथी मुंह का इस्तेमाल करते हैं, जो कई तरह के बैक्टीरिया या फंगस पैदा करने का कारण बन सकता है।
योनि में यीस्ट संक्रमण से जुड़ी बातें जो आपको जरूर जाननी चाहिए
सीडीसी (Centers for Disease Control and Prevention) (CDC) के एक अनुमान के मुताबिक, अमेरिका की लगभग 75 प्रतिशत महिलाएं अपने जीवन में कम से कम एक बार यौन संचारित रोगों या संक्रमण के जोखिम से जरूर गुजरती हैं। इनमें से 40 से 45 प्रतिशत महिलाएं दो या इससे अधिक बार योनि में इंफेक्शन की समस्या से ग्रस्त होती हैं।
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योनि में इंफेक्शन(vaginal infection) होने के अन्य कारण
- गीले या पसीना न सोखने वाले अंडरगारमेंट्स पहनना
- गुप्तांग की साफ-सफाई न करना
- गुप्तांग या उसके आसपास सुगंधित क्लींजर का इस्तेमाल करना
- गर्भनिरोधक गोलियां, एंटीबायोटिक्स या कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स का अधिक इस्तेमाल करना
- हाई ब्ल्ड प्रेशर या डायबिटीज होना
- प्रेग्नेंसी
- ब्रेस्टफीडिंग
योनि में इंफेक्शन से बचने के लिए क्या करें
आप कुछ बातों का ध्यान रखकर योनि में संक्रमण की समस्या से बच सकती हैं, जैसे कि :
- वजाइना को साफ और सूखा रखें। प्राइवेट पार्ट में वजाइनल स्प्रे का इस्तेमाल करने से बचें।
- ऐसे कपड़े पहनने से बचें जो नमी या गर्मी पैदा करते हों। नाइलोन के कपड़े, टाइट जींस, जिम शॉर्ट्स और लैगिंग वगैरह न पहनें।
- सेक्शुअल पार्टनर्स के बीच इंफेक्शन फैलने से बचने का सबसे अच्छा तरीका कंडोम हैं।
इस बारे में जब हमने डॉक्टर श्रुति श्रीधर से बात की तो, उन्होंने इसका समाधान देते हुए बताया “आपको हमेशा सेक्स के बाद पेशाब करना चाहिए। इसके अलावा, योनि भाग को सामान्य और साफ पानी से धोना चाहिए। ऐसा करने से सेक्स के बाद वजायनल इंफेक्शन होने का खतरा कम हो जाता है।”
ध्यान दें
इसके अलावा, कई बार इस्तेमाल किए गए कंडोम की वजह से भी योनि में इंफेक्शन की समस्या देखी जा सकती है। इसलिए, हमेशा अच्छी क्वालिटी और सेहत के लिए भरोसेमंद कंडोम का ही इस्तेमाल करें। संभोग करने से पहले दोनों ही साथी अपने स्वास्थ्य की जांच अवश्य करवाएं। साथ ही, सेक्स के दौरान और बाद में हाइजीन का भी विशेष ध्यान रखें।
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