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Polycystic kidney disease: पोलिसिस्टिक किडनी डिजीज क्या है?

के द्वारा एक्स्पर्टली रिव्यूड डॉ. पूजा दाफळ · Hello Swasthya


Anu sharma द्वारा लिखित · अपडेटेड 29/06/2020

Polycystic kidney disease: पोलिसिस्टिक किडनी डिजीज क्या है?

परिचय

किडनी पेट के ऊपरी हिस्से में मौजूद बीन के आकार के अंग हैं। यह खून में से अपशिष्ट और अतिरिक्त तरल पदार्थों को छानते हैं, जिन्हे हमारा शरीर मूत्र के रूप में बाहर निकालता है। किडनी शरीर में कुछ महत्वपूर्ण पदार्थों की मात्रा को भी नियंत्रित करती हैं, जैसे इलेक्ट्रोलाइट्स। पोलिसिस्टिक किडनी डिजीज एक आनुवंशिक विकार है, जिस में सिस्ट के गुच्छे रोगी की किडनी के भीतर विकसित होते हैं। यह सिस्ट कैंसरमुक्त गोलाकार थैलियां होती हैं जिसमे तरल पदार्थ होता है। इन सिस्ट्स का आकार अलग-अलग और बहुत अधिक भी हो सकता है। बहुत ज्यादा या बड़ी सिस्ट से किडनी को नुकसान पहुंच सकता है। पोलिसिस्टिक किडनी डिजीज लिवर और शरीर के अन्य अंगों में सिस्ट को विकसित कर सकती है।  यह रोग हाई ब्लडप्रेशर और किडनी फेलियर सहित गंभीर जटिलताओं का कारण बन सकता है। जीवनशैली में परिवर्तन और सही उपचार से किडनी की जटिलताओं को दूर करने में मदद मिलती है।

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लक्षण

अधिकतर लोगों को कई सालों तक पोलिसिस्टिक किडनी डिजीज के लक्षणों का अनुभव नहीं होता। जब तक कोई व्यक्ति इन लक्षणों को नोटिस करता है, तब तक इस सिस्ट का आकार 0.5 इंच या इससे अधिक भी हो सकता है। इसके कुछ लक्षण इस प्रकार हैं:

जिन बच्चों को ओटोसोमल रेसेसिव हो, उन में यह लक्षण देखने को मिल सकते हैं:

  • हाई ब्लड प्रेशर
  • UTI
  • लगातार मूत्र त्याग

हालांकि, बच्चों में यह लक्षण किसी अन्य बीमारी के भी हो सकते हैं इसलिए अगर आपको यह लक्षण दिखाई दें तो तुरंत डॉक्टर की सलाह लें।

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कारण

  • पोलिसिस्टिक किडनी डिजीज मनुष्य के DNA में मौजूद दो जीन्स (PKD1 या PKD2 ) में से एक के कारण हो सकती है। ये जीन किडनी की कोशिकाओं में प्रोटीन बनाते हैं जो उन्हें बताते हैं कि कब विकसित होना है। इस जीन के कारण गुर्दे की कोशिकाओं का असमान्य रूप से बढ़ना और अल्सर जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
  • पोलिसिस्टिक किडनी डिजीज अनुवांशिक हो सकती है। इसके दो अनुवांशिक प्रकार हैं : ऑटोसोमल डोमिनेंट और ओटोसोमल रेसेसिव।
  • पोलिसिस्टिक किडनी डिजीज से ग्रस्त लोगों की किडनी में सिस्ट के कई क्लस्टर होते हैं। यह रोग इन स्थितियों में हो सकता है

1) महाधमनी धमनीविस्फार (Aortic aneurysms)

2) मस्तिष्क धमनीविस्फार (Brain aneurysms)

3) लिवर, जिगर, अग्न्याशय आदि में अल्सर

4) पेट का डायवर्टिकुला

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जोखिम

  • हाई ब्लड प्रेशर : ब्लड प्रेशर का बढ़ना पोलिसिस्टिक किडनी डिजीज में बहुत सामान्य है। ब्लड प्रेशर के बढ़ने से किडनी को नुकसान हो सकता है या दिल के रोगों का जोखिम बढ़ सकता या स्ट्रोक भी हो सकता है।
  • किडनी फंक्शन में समस्या: पोलिसिस्टिक किडनी डिजीज रोग में किडनी फंक्शन में समस्या का जोखिम बढ़ जाता है।
  • पोलिसिस्टिक किडनी डिजीज होने पर किडनी की विषैले तत्वों को बाहर निकलने की क्षमता को प्रभावित होती है जिसे यूरीमिया कहा जाता है। जैसे-जैसे यह बीमारी बिगड़ती है, अंतिम चरण में आने पर किडनी फैल हो सकती है, जिससे किडनी डायलिसिस या एक प्रत्यारोपण की आवश्यकता होती है।
  • गर्भावस्था संबंधी जटिलताएं : हालांकि, पोलिसिस्टिक किडनी डिजीज होने पर भी महिलाओं को गर्भावस्था में अधिकतर मामलों में कोई समस्या नहीं होती। लेकिन, कुछ मामलों में कुछ महिलाओं को गंभीर विकारों का सामना करना पड़ सकता है जिसे प्रीक्लैम्प्सिआ (preeclampsia) कहा जाता है। उन महिलाओं को अधिक समस्या होती है जिन्हे उच्च ब्लड प्रेशर की समस्या होती है।

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उपचार

पोलिसिस्टिक किडनी डिजीज के निदान के लिए डॉक्टर सबसे पहले आपसे इसके लक्षणों के बारे में जानेंगे। इस रोग में किडनी सिस्ट के साइज और संख्या के बारे में जानने के लिए कुछ टेस्ट कराये जा सकते हैं जिसमे यह टेस्ट शामिल हैं:

  • अल्ट्रासाउंड
  • MRI स्कैन
  • CT स्कैन
  • इंट्रावेनस पाइलोग्राम
  • विस्फार (Aneurysms): अगर आपको पोलिसिस्टिक किडनी डिजीज है और रप्चरड मस्तिष्क (इंट्राक्रैनील) एन्यूरिज्म का इतिहास है तो डॉक्टर आपको इंट्राक्रैनियल एन्यूरिज्म के लिए नियमित स्क्रीनिंग की सलाह दे सकते हैं। विस्फार की समस्या अगर गंभीर नहीं है तो इसके नॉनसर्जिकल उपचार में ब्लड प्रेशर का और ब्लड कोलेस्ट्रॉल का नियंत्रण और धूम्रपान को छोड़ना शामिल है।

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दवाईयां

हालांकि आप रोग के कारण होने वाली स्वास्थ्य समस्याओं का उपचार किया जा सकता है और इससे किडनी फेलियर की समस्या से बचा जा सकता है। इसके लिए आपको इन दवाईयों की आवश्यकता होती है।

  • किडनी फेलियर को दूर करने की दवाई जैसे टोलवाप्तन (Tolvaptan)
  • ब्लड प्रेशर को कम करने वाली दवाई
  • यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन्स के उपचार वाले एंटीबायोटिक्स
  • दर्द दूर करने वाली दवाईयां
  • अगर रोगी की किडनी फैल हो जाती है तो आपको डायलिसिस की आवश्यकता हो सकती है। जिसके लिए एक मशीन का उपयोग किया जाता है जो खून को साफ़ करती है और व्यर्थ पदार्थों जैसे नमक, अतिरिक्त पानी या कुछ केमिकलस को बाहर निकालती है। अपने डॉक्टर से पूछें कि आपके लिए कौन सा विकल्प सबसे अच्छा है।

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    घरेलू उपाय

    सही खाएं : इस रोग या किसी भी रोग से बचने के लिए अपने आहार का खास ध्यान रखें। ऐसा आहार लें जिसमे फैट और कैलोरीज कम हों। नमक को कम मात्रा में लें क्योंकि इससे ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है।

    चुस्त रहें : कसरत करने से वजन और ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में मदद मिलती है। ऐसी किसी भी खेल से दूर रहें जिससे आपकी किडनी को नुकसान हो।

    धूम्रपान न करें: अगर आप धूम्रपान करते हैं तो इस बुरी आदत से मुक्ति पाने के लिए डॉक्टर आपकी मदद कर सकते हैं। क्योंकि, धूम्रपान करने से किडनी में ब्लड वेसल्स को नुकसान हो सकता है जिससे अधिक सिस्ट बन सकते हैं। इसके साथ ही अल्कोहल का सेवन करने से भी बचे।

    अधिक पानी पीएं : जितना अधिक हो सके पानी पीएं, क्योंकि कम पानी पीने से अधिक सिस्ट होने की संभावना हो सकती है।

    हैलो स्वास्थ्य किसी भी तरह की कोई भी मेडिकल सलाह नहीं दे रहा है, अधिक जानकारी के लिए आप डॉक्टर से संपर्क कर सकते हैं।

    डिस्क्लेमर

    हैलो हेल्थ ग्रुप हेल्थ सलाह, निदान और इलाज इत्यादि सेवाएं नहीं देता।

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