जानिये मूल बातें
बर्नस्टेन टेस्ट क्या है?
इसोफेगस (esophagus) गले के निचले भाग से लेकर पेट तक फैला रहता है। इसोफेगस के अंतिम भाग पर एक मस्कुलर वॉल्व या स्फिनिक्टर (sphinicter) होता है जिसे लोअर इसोफेगल स्फिनिक्टर कहते हैं। यह भोजन को लेने के लिए खुलता है और लार सहित भोजन को इसोफेगस से पेट तक पहुंचाता है। यह कुछ सेकंड के लिए ही खुलता है और फिर बंद हो जाता है जिसकी वजह से पेट में पहुंची हुई चीज इसोफेगस में वापस नहीं आती है।
अगर यह वॉल्व ठीक से बंद नहीं होता है तब हार्टबर्न की समस्या होती है। वॉल्व या स्फिनिक्टर मसल्स के असामान्य रिलैक्स होने या मांसपेशियों के कमजोर होने की वजह से मस्कुलर वॉल्व या इसोफेगस स्फिनिक्टर ठीक से काम नहीं करता है। इस वजह आपके पेट में एसिड बनने लगता है और यह ऊपर की तरफ इसोफेगस में पहुंचने लगता है जिससे आपके सीने में जलन महसूस होती है।
हार्टबर्न या सीने में होने वाली एक प्रकार की जलन की जांच करने के लिए ही बर्नस्टेन टेस्ट किया जाता है। जब आपके पेट में बनने वाला एसिड वापस इसोफेगस में पहुंच जाता है तो इस टेस्ट की मदद से उसका पता लगाया जाता है। इसे एसिड परफ्यूजन टेस्ट (Acid perfusion test) भी कहते है।
बर्नस्टेन टेस्ट क्यों किया जाता है?
गैस्ट्रोइसोफेगल रिफ्लक्स डिजीज (gastroesophageal reflux disease) के बारे में पता करने के लिए बर्नस्टेन टेस्ट किया जाता है। इसोफेगस के अंतिम भाग में मौजूद स्फिनिक्टर के कार्य को चेक करने के लिए जिससे कि हार्टबर्न के कारण को जानने में मदद मिल सके, इस टेस्ट को दूसरे टेस्ट के साथ किया जाता है। यह आपके लक्षणों के कारण की ही तरह हार्टबर्न को भी दूर कर सकता है।
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टेस्ट कराने से पहले जानने योग्य बातें
बर्नस्टेन टेस्ट से पहले मुझे क्या पता होना चाहिए?
आज के समय में बर्नस्टेन टेस्ट कभी-कभी ही प्रयोग में लाया जाता है। एसिड रिफ्लक्स से संबंधित लक्षणों के लिए डॉक्टर दूसरे टेस्ट को अहमियत देते हैं जैसे कि इसोफेगल पीएच टेस्ट (24 hours esophageal pH test)।
मुझे बर्नस्टेन टेस्ट की आवश्यकता क्यों हो सकती है?
गैस्ट्रोइसोफेगल रिफ्लक्स डिजीज (जीईआरडी) के कुछ लक्षण अन्य बीमारियों के संकेत भी हो सकते हैं। ऐसी स्थितियों में अपके लक्षणों के कारण को पता लगाने के लिए आपके डॉक्टर आपको इस टेस्ट की सलाह दे सकते हैं। अगर आपको सीने में जलन के साथ निम्न में से कोई भी लक्षण दिखाई दे रहे हैं, जैसेः
- खांसना
- कर्कश आवाज होना (भारी आवाज या पतली आवाज होना)
- सीने में दर्द की समस्या लगातार बनी रहना
- गले में खराश की समस्या
- घुटन महूसस करना
- खाना खाने के बाद खाने का वापस आना
- गले से घरघराहट की आवाज आना
अगर लंबे समय तक जीईआरडी का इलाज नहीं किया जाता है, तो यह भोजन नली (ग्रासनली) के अस्तर को प्रभावित कर सकता है। जो भविष्य में इसोफेजियल कैंसर होने के जोखिम को बढ़ा सकता है। इसके कारण अन्न प्रणाली में सूजन जैसी समस्या भी हो सकती है।
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जानिए कैसे होता है टेस्ट
बर्नस्टेन टेस्ट के लिए कैसे तैयारी करें?
इसोफेगस टेस्ट के लिए तैयार होने के लिए:
- बर्नस्टेन टेस्ट से 24 घंटे पहले एंटासिड (जैसे रोलॉइड्स) का सेवन न करें।
- टेस्ट से पहले एसिड को कम करने या ब्लॉक करने वाली दवाइयों जैसे फेमोटिडीन (पेप्सिड) या ओमेप्राजॉल (प्रिलोसेक) को लेने के लिए डॉक्टर के निर्दश को फॉलो करें।
- टेस्ट होने से 24 घंटे पहले ऐल्कोहल या स्मोकिंग ना करें।
- टेस्ट होने से 8 से 12 घंटे पहले कुछ ना खाएं और पियें।
- बर्नस्टेन टेस्ट के दौरान नाक या गले में कोई ज्वैलरी न पहनें। अगर आपको कोई ज्वैलरी पहनी हुई है, तो टेस्ट की प्रक्रिया के दौरान उसे उतार दें।
- अगर आपको दूसरी समस्याएं जैसे इसोफेगल ब्लड वेसेल्स का बढ़ना (इसोफेजियल वैरिसेस, Esophageal varices), हार्ट फेल्योर या दूसरी हार्ट संबंधी समस्याएं आदि हों तो अपने डॉक्टर को इस बारे में बताएं।
बर्नस्टेन टेस्ट के दौरान क्या होता है?
इस टेस्ट को शुरू करने के लिए लुब्रिकेट किया हुआ एक पतले ट्यूब को आपके नाक के छिद्रों में प्रवेश कराया जाता है। फिर इसे गले से होते हुए इसोफेगस तक ले जाता है। एक नैसोगैस्ट्रिक ट्यूब को नाक के माध्यम से पेट में निर्देशित किया जाता है। इस प्रक्रिया को कई बार दोहराया जाता है। अगर टेस्ट के दौरान आपको जलन महसूस होती है या दूसरी कोई दिक्क्त होती है तो आपसे इस बारे में पूछा जाएगा। आपको यह नहीं बताया जाएगा कि कौन सा सॉल्यूशन किस समय पर दिया जाएगा। इस टेस्ट का उद्देश्य आपके दर्द के कारण को निर्धारित करना है।
साल्ट सॉल्यूशन (salt solution) की वजह से कोई दर्द नहीं होता है। अगर आपका इसोफेगस पेट के एसिड की वजह से डैमेज हुआ है तब एसिड सॉल्यूशन की वजह से आपको दर्द हो सकता है। बर्नस्टेन के दौरान आपको गैगिंग (gagging) या उल्टी हो सकती है। हालांकि इससे कोई स्थाई नुकसान नहीं होगा। इस टेस्ट में इस्तेमाल किया गया हाइड्रोक्लोरिक एसिड बहुत ही हल्का होता है।
परीक्षण की प्रक्रिया पूरी होने के बाद, आप अपने दैनिक तौर पर सामान्य आहार खाना शुरू कर सकते हैं। टेस्ट के बाद आपको कुछ देर के लिए गले में खराश की समस्या हो सकती है। अगर इस टेस्ट से पहले आपके गले में खराश की समस्या नहीं थी और टेस्ट की प्रक्रिया के छह से आठ घंटों के बाद भी आपके गले में खराश या किसी तरह की तकलीफ होती है, तो इसके बारे में अपने डॉक्टर को सूचित करें।
कुछ स्थितियों में बर्नस्टेन टेस्ट के साथ आपके डॉक्टर अन्य परीक्षणों की प्रक्रिया भी कर सकते हैं, जैसे:
- एसोफैगल मैनोमेट्रीः यह आपके अन्नप्रणाली के अंदर दबाव को मापता है।
- 24 घंटे एसोफैगल एसिड टेस्टः यह 24 घंटे में आपके पेट से आपके अन्नप्रणाली में बहने वाले एसिड की मात्रा को मापता है।
- एंडोस्कोपिक टेस्टः एंडोस्कोपिक टेस्ट में एक पतली, रोशनी युक्त ट्यूब का उपयोग करके आपके अन्नप्रणाली की जांच की जाती है।
बर्नस्टेन टेस्ट के बाद क्या होता है?
यदि आपके टेस्ट में जीईआरडी की पुष्टि होती है, तो आपके स्वास्थ्य सेवा प्रदाता आपको अपने पेट के एसिड के स्तर को कम करने के लिए दवा दे सकते हैं। जिसके सेवन के लिए आपको कुछ जरूरी दिशा-निर्देश भी दे सकते हैं। सामान्य तौर पर आपको इन दवाओं की खुराक रात का भोजन करने के तीन घंटे पहले ही ले लेनी चाहिए। क्योंकि, इन दवाओं में ऐसे एक्टिव और एनएक्टिव तत्व हो सकते हैं, तो कुछ भोजन के साथ इंटरैक्शन कर सकते हैं।
वहीं, अगर टेस्ट में आपके गंभीर लक्षणों की पुष्टि होती है, तो आपके डॉक्टर आपको सर्जरी की भी सलाह दे सकते हैं।
अगर आपको बर्नस्टेन टेस्ट से जुड़े कोई सवाल हैं तो निर्देशों को अच्छे से समझने के लिए अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
बर्नस्टेन टेस्ट के जोखिम क्या हो सकते हैं?
बर्नस्टेन टेस्ट के दौरान गैगिंग या उल्टी होने की समस्या हो सकती है। इसके अलावा, व्यक्ति के स्वास्थ्य के अनुसार टेस्ट के दौरान और बाद में भी व्यक्ति में अन्य जोखिम के लक्षण भी देखे जा सकते हैं। इसके जोखिम के लक्षण अन्य व्यक्तियों में अलग-अलग हो सकते हैं। इस बारे में अधिक जानकारी के लिए कृपया आप अपने डॉक्टर से परामर्श ले सकते हैं।
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परिणामों को समझें
इन परिणामों का क्या मतलब है?
सामान्य परिणाम
टेस्ट का परिणाम नाकारात्मक होगा।
असामान्य परिणाम
- पॉजिटिव परिणाम यह दर्शाता है कि आपके पेट में एसिड रिफ्लक्स की समस्या है और इसी वजह से एसिडिटी हो रही है ।
- हॉस्पिटल और लैबोरेटरी के अनुसार बर्नस्टेन टेस्ट की नॉर्मल रेंज भिन्न हो सकती है।
- अगर आपको टेस्ट के परिणाम से सम्बंधित कोई सवाल हो तो अपने डॉक्टर से इस बारे में चर्चा करें।
मुझे अपने जीईआरडी के लक्षणों को कम करने के लिए क्या उपाय अपनाने चाहिए?
यहां कुछ चीजें हैं जो आप जीईआरडी के लक्षणों को नियंत्रित करने में मदद कर सकते हैं: जिसमें शामिल हैंः
- धूम्रपान बंद करना
- अगर बहुत ज्यादा वजन है तो अपने वजन को कम करने का प्रयास करें
- शराब का सेवन न करें
- बहुत अधिक मात्रा में कैफीन का सेवन करने से बचें
- उन खाद्य पदार्थों का सेवन न करें, जिसके कारण आपको पेट से जुड़ी समस्याएं हो सकती हों या सीने में जलन की समस्या हो सकती है
- पेट के हिस्से में बहुत ज्यादा कसे हुए कपड़े न पहनें।
इसके बारे में अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर से परामर्श कर सकते हैं।
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