परिचय
मेनिस्कस सर्जरी क्या है?
मेनिस्कस सर्जरी घुटने से संबंधित ऑपरेशन है। जिसे मेनिस्कस टीयर रिपेयर सर्जरी (Meniscus tear repair surgery) भी कहते हैं। मेनिस्कस घुटने का मांसपेशी वाला भाग है जो कार्टिलेज का बना होता है। ये घुटने को टूटने-फूटने से बचाता है। कुछ मामलों में मेनिस्कस टुकड़ों में जाता है और घुटने के जोड़ से चिपक जाता है। जिसके कारण घुटने जाम हो जाते हैं।
मेनिस्कस टियर हमेशा दिशा बदलने या मुड़ने से होती है। ये अक्सर खेलने वालों के साथ होता है। जैसे- फुटबॉल, वॉलीबॉल, जंपिंग आदि तरह के खेल खेलते समय मेनिस्कस टियर हो जाता है। मेनिस्कस टियर घुटने की समस्या से पीड़ित लोगों को भी हो जाती है, जैसे- एंटिरियर क्रुशिएट लिगामेंट (ACL)। ऐसी स्थिति में डॉक्टर सर्जरी से मेनिस्कस के डैमेज टिश्यू को रिपेयर करते हैं या निकाल देते हैं।
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मेनिस्कस टियर रिपेयर सर्जरी की जरूरत कब होती है?
मेनिस्कस सर्जरी का मुख्य उद्देश्य मेनिस्कस टियर को ठीक करना है। मेनिस्कस सर्जरी सर्जन तब करते हैं जब सभी तरह के दवाएं, थेरिपी या इलाज असफल हो जाते है। मेनिस्कस टियर रिपेयर सर्जरी घुटने की गंभीर चोट में भी की जाती है।
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जोखिम
मेनिस्कस टियर रिपेयर सर्जरी करवाने से पहले मुझे क्या पता होना चाहिए?
सारे मामलों में मेनिस्कस की सर्जरी जरूरी नहीं है। अगर मेनिस्कस टीयर बहुत हल्का है। तो वह अपने आप ठीक हो सकता है। क्योंकि, मेनिस्कस में कई सारे खून की नसें होती हैं, जो टीयर को रिपेयर होने में मदद करती है। हल्के मेनिस्कस टियर के मामले में डॉक्टर आपको आराम और बर्फ से सिकाई करने की सलाह देंगे। वहीं, ज्यादा दर्द होने पर आईब्यूप्रोफेन जैसे पेनकिलर देते हैं। मेनिस्कस सर्जरी से बचने के लिए डॉक्टर कई तरह की थेरिपी अपनाते हैं। जैसे- स्टेरॉयड शॉट्स, फिजिकल थेरिपी या घुटने का पट्टा इस्तेमाल करने के लिए कहते हैं। मेनिस्कस का अंदरूनी हिस्सा व्हाइट पार्ट (White Part) कहा जाता है। ये व्हाइट पार्ट चोटिल होने के बाद खुद से रिपेयर नहीं हो पाता है। ऐसे में मेनिस्कस सर्जरी की जरूरत पड़ती है।
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मेनिस्कस टियर रिपेयर सर्जरी के क्या साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं?
मेनिस्कस टियर रिपेयर सर्जरी के कुछ सामान्य से साइड इफेक्ट्स सामने आते हैं :
- सूजन
- शिथिलता या सुन्न हो जाना
- थकान महसूस होना
- पपड़ी पड़ जाना
मेनिस्कस टियर रिपेयर में रिस्क काफी कम है। वहीं, समस्याएं भी बेहद दुर्लभ हैं। मेनिस्कस टियर रिपेयर सर्जरी में त्वचा की नर्वस में चोट आ सकती है, संक्रमण और घुटनों में जकड़न जैसी समस्या भी हो सकती है। संक्रमण होने पर डॉक्टर मरीज को एंटीबायोटिक देते हैं। अमूमन ये समस्याएं सभी को नहीं होती है। लेकिन, फिर भी आपको इसके साइड इफेक्ट्स और होने वाली समस्याओं के बारे में जान लेना चाहिए। इसी के साथ ही मेनिस्कस सर्जरी से संबंधित कोई सवाल हो तो सर्जन से जरूर शेयर करें।
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प्रक्रिया
मेनिस्कस सर्जरी के लिए मुझे खुद को कैसे तैयार करना चाहिए?
- सर्जरी कराने से पहले आपको अपने डॉक्टर से मिलना चाहिए। डॉक्टर से मिल कर आपको अपनी दवाओं (जो आप पहले से ले रहे हो), एलर्जी और हेल्थ कंडीशन के बारे में बात करनी चाहिए। इसके साथ ही आप अपने एनेस्थेटिस्ट से भी मिलें और सर्जरी के दौरान बेहोश या सुन्न करने की प्रक्रिया के बारे में बात करें।
- आप अपने डॉक्टर से जान लें कि आपको सर्जरी से पहले क्या खाना पीना चाहिए। इसके अलावा आप अपने ये भी पूछ लें कि सर्जरी से कितने घंटे पहले से खाना पीना बंद करना है। परिवार के लोगों को भी आप डॉक्टर द्वारा दिए गए निर्देशों के बारे में बता दें। ज्यादातर मामलों में सर्जरी कराने से छह घंटे पहले से कुछ भी नहीं खाना होता है। ऐसे में डॉक्टर द्वारा बताए गए तरल पदार्थ या ड्रिंक्स ही लें।
- खून को पतला करने वाली दवाएं जैसे एस्पिरीन अगर आप ले रहे हैं तो डॉक्टर को जरूर बताएं। ताकि, जरूरत के हिसाब से डॉक्टर दवा को बंद कर सकें।
- सर्जरी के लिए आने से पहले नहा लें। लेकिन, किसी भी तरह का कोई लोशन, परफ्यूम, डियोडरेंट या नेल पॉलिश नहीं लगाएं।
- सर्जरी होने वाले स्थान को खूद से शेव न करें।
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मेनिस्कस सर्जरी में होने वाली प्रक्रिया क्या है?
मेनिस्कस सर्जरी करने में लगभग एक घंटे का समय लगता है। मेनिस्कस सर्जरी के लिए सर्जन मेनिस्कल रिपेयर और मेनिस्केटॉमी प्रक्रिया को अपनाते हैं। इसमें आर्थ्रोस्कोपी का इस्तेमाल होता है। सबसे पहले एनेस्थेटिस्ट आपके घुटने को सुन्न करते हैं। इसके बाद सर्जन आपके घुटने में एक छोटा सा चीरा लगाते हैं। इसमें आर्थ्रोस्कोप को डाला जाता है। आर्थ्रोस्कोप में एक छोटा कैमरा लगा होता है। जो घुटने के अंदर की तस्वीर को मॉनिटर पर दिखाता है। इसके बाद सर्जन अंदर हुई टूट-फूट की मरम्मत भी आर्थ्रोस्कोप से ही करते हैं। मेनिस्कस टीयर की रिपेयरिंग के बाद सर्जन आर्थ्रोस्कोप को बाहर निकाल लेते हैं और चीरे पर टांका लगा देते हैं।
मेनिस्कस टीयर रिपेयर सर्जरी के बाद क्या होता है?
- सर्जरी के अगले दिन आप घर जा सकते हैं।
- सर्जरी कराने के दो हफ्ते बाद से आप ऑफिस या काम पर जा सकते हैं।
- सर्जरी के बाद कुछ दिनों तक आपको थकान महसूस होगी। आपको घुटने में सुन्नपन महसूस होगा।
- सर्जरी पर हुई सूजन को कम करने के लिए आप बर्फ से सेंकाइ करें। ये प्रक्रिया कुछ दिनों तक दोहराते रहें।
- इन सभी बातों के अलावा अगर आपको किसी भी तरह की समस्या आती है तो अपने सर्जन और डॉक्टर से जरूर मिलें और परामर्श लें।
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रिकवरी
मेनिस्कस सर्जरी के बाद मुझे खुद का ख्याल कैसे रखना चाहिए?
- सर्जरी के बाद आपको सोना चाहिए इससे आपको आराम मिलेगा। सोते समय सर्जरी वाले घुटने के नीचे तकिया रखें। पैर को मोड़ने से बचें।
- कोशिश करें कि कुछ दिनो तक पैरों को उठाए रखें।
- सर्जरी के 24 से 48 घंटे बाद ही नहाएं। नहाते समय ध्यान रखें कि आपका टांका गीला न हो जाएं। उसे ढक कर ही नहाएं।
- एक से दो हफ्ते बाद आप जब खड़े होने योग्य हो जाएं तो घुटने में पट्टा जरूर बांध लें। लेकिन, अपने पैरों पर शरीर का भार देने से बचें।
- जब तकbडॉक्टर आपको पूरी तरह से ठीक न बताएं तब तक आप स्वीमिंग आदि न करें।
- डॉक्टर द्वारा बताए गए डायट को ही लें। अगर आपका पेट अच्छा नहीं महसूस कर रहा है तो आप हल्की डायट लें।
- डॉक्टर द्वारा दी गई दवाओं को समय से लेते रहें।
- सर्जरी के बाद डॉक्टर आपको कुछ एक्सरसाइज बताएंगे, जिसे करने से आपका घुटना जल्दी ठीक होगा।
- अगर सर्जरी के बाद डॉक्टर आपको मोजें पहनने के लिए दे रहे हैं तो आप उनसे जरूर पूछ लें कि क्या इससे खून तो नहीं जमेगा।
अगर आपको किसी भी तरह की समस्या हो तो आप अपने सर्जन से जरूर पूछ लें।
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