घुटनों में दर्द का आयुर्वेदिक इलाज 8: अदरक
खाद्य पदार्थों का स्वाद बढ़ाने के लिए एवं चाय के सेवन से ताजगी महसूस करने के लिए अदरक का सेवन किया जाता है। लेकिन, आयुर्वेदिक एक्सपर्ट अदरक फीवर से परेशान लोगों के लिए भी इसकी खासियत बताते हैं। अदरक में विटामिन-बी 6 और मैग्नेशियम जैसे अन्य तत्व मौजूद होते हैं, जो शरीर के लिए लाभकारी होता हैं और घुटनों की परेशानी दूर करने में सहायक होते हैं।
घुटनों में दर्द का आयुर्वेदिक इलाज 9: गुडूची
आयुर्वेद में कहा गया है कि गुडूची के सेवन से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। शरीर कमजोर पड़ने पर घुटनों की परेशानी शुरू हो जाती है, इसलिए घुटने का आयुर्वेदिक इलाज गुडूची से किया जाता है।इसके सेवन से घुटनों के दर्द के अलावा उल्टी, दस्त, सर्दी-जुकाम या खांसी की परेशानी बुखार से पीड़ित व्यक्तियों के लिय भी लाभकारी होता है। इस औषधि में शक्तिशाली गुण मौजूद होने की वजह से यह डायजेशन प्रोसेस को भी ठीक रखने में मददगार है। इसलिए आयुर्वेद विशेषज्ञ बुखार इस औषधि के सेवन की सलाह देता है।
घुटनों में दर्द का आयुर्वेदिक इलाज 10: सरसों का तेल
सरसों के तेल में विटामिन, खनिज, कैल्शियम और आयरन की प्रचुर मात्रा पाई जाती है , जो सेहत के लिए कई दृष्टिकोण से लाभकारी माना जाता है। सरसों का तेल एक नहीं बल्कि कई तरह से लाभकारी होता है। क्योंकि इस तेल से बनी सब्जी का सेवन तो हम करते ही हैं, वहीं इससे शरीर की मालिश भी की जाती है। आयुर्वेदिक डॉक्टर इसके सेवन और इससे मालिश दोनों की सलाह देते हैं।
घुटनों में दर्द का आयुर्वेदिक इलाज 11: मेथी
कहते हैं स्वस्थ्य रहने के लिए हम सभी को पौष्टिक तत्वों का सेवन अवश्य करना चाहिए। इसलिए मेथी का सेवन लाभकारी माना जाता है। दरअसल मेथी में एंटीइंफ्लमेटरी और एंटीऑक्सिडेंट गुण शरीर के लिए लाभकारी माने जाते हैं। इसलिए आयुर्वेदिक एक्सपर्ट इसके लिए सलाह देते हैं। मेथी के दाने को पानी मिलाकर कुछ घंटे के लिए छोड़ दें और उसके बाद इसे छान लें और फिर इस पानी का सेवन करें। इससे शरीर फिट रहता है और वजन भी संतुलित रहता है और घुटने की समस्या से राहत भी मिल सकती है।
घुटनों में दर्द का आयुर्वेदिक इलाज 12: लौंग
लौंग में एक नहीं बल्कि कई गुण जैसे एंटीबैक्टीरियल, एंटीऑक्सिडेंट, एंटीइंफ्लेमेंटरी, एंटीफंगल और एंटीसेप्टिक गुण होते हैं, जो सर्दी-जुकाम और दांत दर्द या मसूड़ों की परेशानी को दूर करने में सक्षम है। लेकिन, लौंग की खासियत सिर्फ यहीं नहीं रुक जाती है। आयुर्वेद में लौंग से घुटने के दर्द या सूजन का इलाज किया जाता है। आयुर्वेद एक्सपर्ट लौंग के तेल या लौंग के पाउडर को दर्द वाले जगहों पर लगाते हैं, जिससे घुटनों में दर्द से राहत मिलती है।
घुटनों में दर्द का आयुर्वेदिक इलाज 13: एलोवेरा
एलोवेरा बॉडी वेट कंट्रोल रखने के साथ-साथ घुटनों से संबंधित परेशानियों को भी बचाने में सहायक है। आयुर्वेद में एलोवेरा और हल्दी को एकसाथ मिलाकर दर्द वाली जगह पर लगा दिया जाता है जो धीरे-धीरे दर्द को कम करती है।
लक्षण, कारण और घुटनों में दर्द का आयुर्वेदिक इलाज समझने के साथ-साथ शरीर को फिट रखने के लिए योगासन भी अत्यधिक जरूरी है। इसलिए नियमित रूप से योग करने की आदत डालें। योग करने से पहले योगा एक्सपर्ट और आयुर्वेदिक एक्सपर्ट से यह जरूर समझें की आपके लिए कौन-कौन से योगासन लाभकारी हो सकते हैं।
आयुर्वेदिक इलाज 14: रक्तमोक्षण
रक्तमोक्षण पद्धतिम में मरीज के शरीर की विभिन्न नाड़ियों से अशुद्ध खून निकाला जाता है। जिसके लिए गाय के सींग, करेले, सुईं आदि का इस्तेमाल किया जाता है। निकालने के लिए टूल का चुनाव मरीज के स्वास्थ्य व स्थिति के मुताबिक होता है। यह तरीका मरीज के जोड़ों में मौजूद अमा को साफ कर, उसे दोबारा बनने से रोकता है। इससे तुरंत आराम मिलने में मदद मिलती है।
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