के द्वारा एक्स्पर्टली रिव्यूड डॉ. अभिषेक कानडे · आयुर्वेदा · Hello Swasthya
बढ़ती उम्र के चलते आंखों कमजोर पड़ जाती हैं और उसमें धुंधलापन आने लगता है, जिसे कैटरैक्ट यानी मोतियाबिंद भी कहते हैं। इससे व्यक्ति को धुंधला दिखाई देता है या फिर पास की चीजें देखने में परेशानी होती। कैटरैक्ट सर्जरी में आंखों के अंदर की फेडेड विटेरस (आंखों के अंदर की ग्लास लाइन) को निकाला जाता है। ज्यादातर इसे निकालकर नए आर्टिफिशियल ग्लास से बदल दिया जाता है।
बहुत लोगों को देखने में समस्या होती है, लेकिन देखने में समस्या होने का मतलब ये नहीं है कि कैटरैक्ट सर्जरी (Cataract Surgery) की जाएगी। इस सर्जरी को तब किया जाता है जब :
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आप कैटरैक्ट (मोतियाबिंद) सर्जरी कभी भी करवा सकते हैं। जरूरी नहीं कि आप नजर के धुंधला होने पर सर्जरी कराएं।
सर्जरी करवाने से पहले आपको कुछ सावधानियां बरतनी चाहिए। अगर मन में कोई सवाल हैं, तो अपने डॉक्टर की सलाह जरूर लें। जैसा कि सभी सर्जरी में जोखिम होता है, वैसे ही इसमें भी कुछ जोखिम हैं। ये हर इंसान में अलग–अलग हो सकते हैं, इसलिए आप डॉक्टर से सर्जरी के असर और होने वाली परेशानियों के बारे में जानकारी जरूर लें।
कैटरैक्ट (मोतियाबिंद) सर्जरी (Cataract Surgery) में ज्यादा दिक्कतें तो नहीं आती, लेकिन, कभी-कभी कुछ समस्याएं हो सकती हैं, जैसे :
अगर इनमें से कोई भी दिक्कत आपको हो जाती है, तो आपको दोबारा सर्जरी करानी पड़ सकती है। इसलिए, सर्जन से इन परेशानियों के बारे में जरूर डिस्कस करें और डीटेल जानकारी लें।
सर्जरी करवाने से पहले समस्याएं और इससे जुड़े जोखिम को जानना बहुत जरूरी है। इसलिए, अपने डॉक्टर से अच्छे से जानकारी लें और अपने सारे सवाल पूछें।
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कैटरैक्ट (मोतियाबिंद) सर्जरी में ज्यादा से ज्यादा 30 मिनट का समय लगता है। सर्जरी शुरू करने से पहले डॉक्टर आपकी आंखों में ड्रॉप्स डालेंगे, जिससे मसल्स रिलैक्स हो जाए। इससे आंखों को सही से देखा है जा सकता है और सर्जरी करने में आसानी होती है। आपकी आंखों में एनास्ठेटिक डाला जाएगा और आंखों को छोड़कर बाकि चेहरा साफ कपड़े से ढक दिया जाएगा। एक क्लैंप से आपकी आंखों को दूर किया जाएगा ताकि आंखें ऑपरेशन के समय ना झपकें।
जैसे ही एनेस्थीसिया असर करने लगेगी डॉक्टर आंखों के ऊपर कट्स लगाना शुरू कर देंगे। आप जाग रहे होंगे लेकिन आप देख नहीं पाएंगे। आपको हलकी रौशनी महसूस होगी लेकिन दर्द का एहसास नहीं होगा।
कैटरैक्ट सर्जरी (Cataract Surgery) का सबसे आम तरीका फाको सर्जरी ( emulsification cataract ) है। अल्ट्रासाउंड डिवाइस से सर्जन आंख के ग्लास को तोड़ देते हैं। आप डिवाइस की हल्की आवाज सुन सकते हैं। सर्जन निकाले हुए विटेरस डेब्रिस को बाहर कर देते है और लेंस कवर को रख लेते हैं। इसके बाद नया आर्टिफीशियल लैंस परमानेंट लगा दिया जाता है।
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एनेस्थेसिया का असर कुछ घंटों रहेगा, जिससे दोबारा सेंसेस में आने में समय लगेगा। डॉक्टर्स आपको रात भर के लिए आंखों को एक प्रोटेक्टिव प्लेट से कवर करने के लिए भी कहेंगे।
आंखों में इंफेक्शन को रोकने के लिए डॉक्टर आपको एंटीबायोटिक ड्रॉप्स भी देंगे। साथ ही आंखों में सूजन रोकने के लिए स्टेरॉइड्स भी दे सकते हैं। ड्रॉप्स और स्टेरॉइड्स दिन में कितनी बार लेनी है इसकी जानकारी सर्जन से जरूर लें।
सर्जरी के कुछ घंटो बाद ही आप घर जा सकते हैं। जब तक एनेस्थीसिया का असर कम न हो किसी साथी की मदद लें।
उम्मीद है आपको हैलो हेल्थ की दी हुई जानकारियां पसंद आई होंगी। अगर आपको इस सर्जरी से जुड़े किसी अन्य सवाल का जवाब जानना है, तो हमसे जरूर पूछें। हम आपके सवालों के जवाब मेडिकल एक्सपर्ट्स द्वारा दिलाने की कोशिश करेंगे।अगर आपको किसी भी तरह की समस्या हो तो आप अपने सर्जन से जरूर पूछ लें।
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