अगर रोजाना सुबह आपका पेट आसानी से साफ हो जाता है, तो ये वाकई बहुत बड़ी राहत होती है और ऐसी ही राहत प्रदान कर सकते हैं कुछ कॉन्स्टिपेशन सप्लिमेंट्स। जिनके बारे में आगे बताया जाएगा। ये तो सभी जानते ही हैं कि अगर किन्हीं कारणों से अगर दो या तीन दिन तक पेट साफ न हो, तो इंसान खुद को बीमार महसूस करने लगता है। कब्ज की समस्या भले ही सुनने में आम लगती हो लेकिन ये कई समस्याओं का कारण बन जाती है। कब्ज के कारण मल त्याग करने में समस्या, मल न होना आदि परेशानियों का सामना करना पड़ता है। कब्ज की समस्या किसी भी उम्र में हो सकती है। अगर लाइफस्टाइल और खानपान में सुधार किया जाए, तो कब्ज की समस्या से राहत पाई जा सकती है।
डॉक्टर कब्ज की समस्या से राहत पाने के लिए मेडिकेशंस के साथ ही लैक्जेटिव्स लेने की सलाह देते हैं। कुछ सप्लिमेंट्स हैं, जो कब्ज के लक्षणों को कम करते हैं। आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से ऐसे ही कॉन्स्टिपेशन सप्लिमेंट्स (Constipation supplements) के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं, जो आपको कब्ज की समस्या में राहत दिलाने का काम कर सकते हैं।
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कॉन्स्टिपेशन सप्लिमेंट्स:
प्रोबायोटिक्स (Probiotics) कहेंगे कब्ज को बाय-बाय!
गट बैक्टेरिया डायजेशन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। अगर किसी कारण से गट बैक्टीरिया में संतुलन नहीं रह पाता है, तो डायजेशन की प्रोसेस प्रभावित होती है और ये कब्ज के साथ ही इरिटेबल बाउल सिंड्रोम (Irritable bowel syndrome ) को भी जन्म दे सकती है। अगर प्रोबायोटिक्स का सेवन किया जाए, तो डायजेशन में सुधार किया जा सकता है। प्रोबायोटिक्स आंतों में संक्रमण की समस्या, पुराने कब्ज की समस्या ( Chronic constipation) में राहत प्रदान करते हैं। कब्ज से राहत पाने के लिए आप प्रोबायोटिक्स का इस्तेमाल कर सकते हैं। प्रोबायोटिक्स जैसे कि बिफीडोबैक्टीरियम लैक्टिस (Bifidobacterium lactis)के साथ ही अन्य कब्ज के लक्षणों में सुधार करने का काम करते हैं। आपको सप्लिमेंट के तौर पर कितना प्रोबायोचिक्स लेना चाहिए, आप इस बारे में डॉक्टर से जानकारी ले सकते हैं।
कॉन्स्टिपेशन सप्लिमेंट्स: कार्निटाइन (Carnitine )
कार्निटाइन एक तरह का न्यूट्रिएंट है, जो एनर्जी प्रोडक्शन का काम करता है। इसे कॉन्स्टिपेशन सप्लिमेंट्स (Constipation supplements) की तरह इस्तेमाल किया जा सकता है। कार्निटाइन की कमी के कारण सेल्युलर फंक्शन को प्रभावित करती है, जिसके कारण गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल इशू जैसे कि कब्ज की समस्या का सामना करना पड़ता है। जिन लोगों को मोटर डिसएबिलिटी की समस्या होती है, उनमें कार्निटाइन की कमी हो सकती है। शरीर में कार्निटाइन की कमी होने पर दवाओं का सहारा लेना पड़ता है ताकि कार्निटाइन का उत्सर्जन बढ़ जाए।कार्निटाइन की कमी के कारण कब्ज की समस्या हो सकती है। 27 लोगों पर की गई स्टडी में ये बात सामने आई कि जिन लोगों को कब्ज की समस्या थी, उनमें कार्निटाइन कम मात्रा में था। कार्निटाइन सप्लिमेंट का सेवन कब्ज के लक्षणों को कम करने में मदद करता है।
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कब्ज को हराएगा फाइबर (Fiber)
आपने सुना होगा कि फाइबर युक्त भोजन खाने से कब्ज की समस्या से राहत मिलती है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि फाइबर कोलन में म्युकस मेंबरेन को स्टिमुलेट करती है और स्टूल को ढीला बनाने का काम करती है। सिलियम ( psyllium) फाइबर में अधिक वॉटर होल्डिंग कैपेसिटी होती है। आपको ये बात ध्यान रखने की जरूरत है कि सभी प्रकार के फाइबर कब्ज की समस्या में राहत दिलाने का काम नहीं करते हैं। सिलियम सोल्युबल फाइबर है और स्टडी के दौरान ये बात सामने आई है कि सिलियम ( psyllium) बाउल मूवमेंट को बढ़ाने का काम करता है और कब्ज की समस्या से राहत दिलाता है। इंसुलिन और ग्लूकोमैनन (inulin and glucomannan) भी कॉन्स्टिपेशन से राहत दिलाने का काम करते है। कुछ फाइबर कब्ज की समस्या को बढ़ाने का भी काम करते हैं। अगर आप फाइबर सप्लिमेंट लेना चाहते हैं, तो बेहतर होगा कि एक बार डॉक्टर से जरूर संपर्क करें।
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कॉन्स्टिपेशन सप्लिमेंट्स: मैग्नीशियम (Magnesium)
मैग्नीशियम भी कॉन्स्टिपेशन सप्लिमेंट्स (Constipation supplements) की तरह इस्तेमाल किया जा सकता है। शरीर के लिए जरूरी खनिज है। मैग्निशयम सिट्रेट और मिनिरल वॉटर युक्त मैग्नीशियम सल्फेट कब्ज का इलाज करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। आपको बताते चले कि मैग्नीशियम सल्फेट गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल साइड इफेक्ट्स जैसे कि ब्लोटिंग (Bloating) और डायरिया (Diarrhea) का कारण भी बन सकते हैं। आप इस बारे में अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर से परामर्श करें और जानें कि कब्ज से छुटकारे के लिए कौन-सा मैग्नीशियम सप्लिमेंट लिया जा सकता है।
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एलोवेरा (Aloevera) से कब्ज कर सकते हैं दूर
एलोवेरा का नाम सुनते ही स्किन होम रेमिडी की याद आ जाती है। आपको बताते चले कि एलोवेरा न सिर्फ स्किन से संबंधित समस्याओं को दूर करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है बल्कि कब्ज की समस्या से भी राहत दिलाता है। एलोवेरा एक्ट्रेक्ट टैबलेट (Aloe vera extract tablets) और एलोवेरा ड्रिंक आईबीएस के लक्षणों (IBS symptoms ) में सुधार करता है। एलोवेरा सुरक्षित माना जाता है और इसका असर भी जल्द दिखता है। कुछ स्टडीज में ये बात सामने आ चुकी है कि एलोवेरा का लंबे समय तक सेवन शरीर को नुकसान भी पहुंचा सकता है। एलोवेरा कॉन्स्टिपेशन सप्लिमेंट्स (Constipation supplements) के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है। अगर आपको लग रहा है कि आप एलोवेरा सप्लिमेंट की मदद से कब्ज को दूर करना चाहते हैं, तो इस बारे में डॉक्टर से जरूर राय लें।
कॉन्स्टिपेशन सप्लिमेंट्स: लैक्टिटॉल (Lactitol)
ये लेक्जेटिव शुगर लेक्टोज से बनता है। ये स्टूल वॉल्युम को बढ़ाता है और आंतों की गतिशीलता भी बढ़ जाती है। स्टडी में ये बात सामने आई है कि लैक्टिटोल (Lactitol) की खुराक लेकर कब्ज के लक्षणों में सुधार हो सकता है। लैक्टिटॉल सप्लिमेंट कितनी मात्रा में लेना चाहिए और कितने दिनों तक इसका सेवन करना चाहिए, आपको ये बातें डॉक्टर से जरूर पूछनी चाहिए। कुछ सप्लिमेंट्स का लंबे समय तक इस्तेमाल करने से शरीर में बुरे प्रभाव भी पड़ सकते हैं।
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कब्ज से छुटकारा पाना है, तो सेना (Senna) करेगा आपकी मदद
सेना के पत्ते का इस्तेमाल कब्ज की समस्या से राहत के लिए किया जाता है। ये स्टीमुलेंट लैक्सेटिव होता है और कब्ज की समस्या से राहत दिलाने का काम करता है। सेना सप्लिमेंट इंटेस्टाइन मूवमेंट को बढ़ाता है और कॉन्स्टिपेशन से राहत दिलाता है। सेना में सनेसाइड्स (Sennosides) कम्पाउंड पाया जाता है, जो आंतों में तरल पदार्थों को ले जाने का काम करता है। सेना सप्लिमेंट का इस्तेमाल करते समय क्या सावधानी रखनी चाहिए, आपको इस बारे में डॉक्टर से जरूर संपर्क करना चाहिए।
कॉन्स्टिपेशन सप्लिमेंट्स: कब्ज से छुटकारे के लिए बनाना (Banana)
बनाना फाइबर का अच्छा सोर्स होते है। केले में अच्छी मात्रा में पोटैशियम पाया जाता है। फाइबर की प्रचुर मात्रा कब्ज की समस्या से राहत दिलाने का काम करती है। केले में सॉल्युबल फाइबर पाई जाती है, जो स्टूल मूवमेंट में मदद करता है। हरे केले में रसिसटेंट स्टार्च पाया जाता है, जो कब्ज से राहत प्रदान करता है और साथ ही डायरिया की समस्या से छुटकारा मिलता है। आपको इस बारे में अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर से जानकारी लेनी चाहिए।
कॉन्स्टिपेशन सप्लिमेंट्स: सुजियोनोरी (Sujiaonori) का इस्तेमाल
सुजियोनोरी ग्रीन एल्गी है, जो कब्ज की समस्या से राहत दिलाती है। सुजियोनोरी का पाउडर सप्लिमेंट के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। सुजियोनोरी का इस्तेमाल गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल फंक्शन को भी इंप्रूव करता है। सुजियोनोरी पाउडर का इस्तेमाल कितनी मात्रा में करना चाहिए, आपको इस बारे में एक्सपर्ट से जरूर पूछना चाहिए। लंबे समय तक किसी सप्लिमेंट का इस्तेमाल करने से शरीर में साइड इफेक्ट्स हो सकती है।
कब्ज की समस्या से छुटकारा पाने के लिए खाने में ऑयली फूड के साथ ही मैदा का सेवन बंद कर दें। अगर आप खाने में फ्रूट्स और वेजीटेबल्स के साथ ही पर्याप्त मात्रा में पानी का सेवन करते हैं, तो कब्ज की समस्या से राहत मिलती है। कब्ज कई बीमारियों का कारण बन सकती है। आपको अगर लंबे समय से कब्ज की समस्या है, तो बिना डॉक्टर से परामर्श किए किसी भी दवा का सेवन न करे। हम उम्मीद करते हैं कि आपको कॉन्स्टिपेशन सप्लिमेंट्स (Constipation supplements) के बारे में इस आर्टिकल से जानकारी मिल गई होगी। आप स्वास्थ्य संबंधी अधिक जानकारी के लिए हैलो स्वास्थ्य की वेबसाइट विजिट कर सकते हैं। अगर आपके मन में कॉन्स्टिपेशन सप्लिमेंट्स से संबंधित कोई प्रश्न है, तो हैलो स्वास्थ्य के फेसबुक पेज में आप कमेंट बॉक्स में प्रश्न पूछ सकते हैं और अन्य लोगों के साथ साझा कर सकते हैं।
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