गाजर में एक प्रकार का कैरोटीनॉयड होता है जिसे बीटा-कैरोटीन कहा जाता है जिसे शरीर विटामिन ए में परिवर्तित कर सकता है। खाद्य पदार्थों से बड़ी मात्रा में कैरोटीनॉयड का सेवन करने से हानिकारक प्रभावों से कोई संबंध नहीं है। हालांकि, अगर कोई व्यक्ति लंबे समय तक बड़ी मात्रा में बीटा-कैरोटीन का सेवन करता है, तो त्वचा पीली या नारंगी हो सकती है। इस प्रभाव को कैरोटेनोडर्मा (Carotenoderma) कहा जाता है।
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गाजर का जूस पीते वक्त इन बातों को भी ना भूलें (Do not forget these things while drinking carrot juice)
हालांकि ताजे फल और सब्जियों के रस भरपूर पोषक तत्व प्रदान करते हैं, लेकिन उनमें उतने फायबर नहीं होते जितने ताजे फल और सब्जियों में होते हैं। इसके अलावा, उनमें पूरे फलों और सब्जियों की तुलना में प्रति कप अधिक चीनी हो सकती है। उदाहरण के लिए, एक कप गाजर के रस में 2 ग्राम फायबर और 9 ग्राम चीनी होती है, जबकि एक कप किसी हुई, कच्ची गाजर 3.5 ग्राम फायबर और 6 ग्राम चीनी प्रदान करती है, लेकिन कई लोगों को गाजर खाना पसंद नहीं होता है क्योंकि इसे चबाना बहुत पड़ता है। ऐसे में घर में जूस बनाना सही विकल्प हो सकता है। ऐसा करने से आप शुगर का प्रयोग भी नहीं करेंगे। बाहर भी अगर जूस पीते हैं तो दुकानदार से शुगर ना डालने के लिए कहे।
घर पर ताजा गाजर का जूस बनाने के लिए जूस एक्सट्रैक्टर की जरूरत होती है। ये उपकरण ऑनलाइन, डिपार्टमेंट स्टोर में और छोटे किचन अप्लायंसेज बेचने वाले अन्य रिटेल स्टोर पर मिल जाते हैं। जूसर का उपयोग करने के लिए निर्माता के निर्देशों का पालन करना और प्रत्येक उपयोग के बाद इसे साफ करना महत्वपूर्ण है। रस निकालने के लिए उपकारण पर दिए गए सुझाव भी काम आ सकते हैं।
उम्मीद करते हैं कि आपको गाजर के जूस के फायदे (Benefits Of Carrot Juice) से संबंधित जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।