के द्वारा मेडिकली रिव्यूड Dr Sharayu Maknikar
ब्रिडेलिया फायलांथेसिया (Phyllanthaceae) प्रजाति का पौधा है। इसकी पहचान 1806 में की गई थी। यह अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण एशिया और भारत और प्रशांत महासागर के कई महाद्वीपों पर पाया जाता है।
ब्रिडेलिया कीपत्ती, तने, छाल और जड़ का इस्तेमाल औषधियां बनाने में होता है।
निम्नलिखित समस्याओं में ब्रिडेलिया की पत्तियों, तने छाल या जड़ का सेवन मौखिक रूप से किया जाता है:
कुछ लोग सीधे ही घाव, सिर दर्द में स्काल्प की स्किन पर लगाते हैं और सोर आइज (sore eyes) में आंखों पर लगाते हैं।
इसके कार्य करने के संबंध में पर्याप्त जानकारी उपलब्ध नही है। इसकी अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर या हर्बलिस्ट से सलाह लें। हालांकि ऐसा माना जाता है कि ब्रिडेलिया सूजन, दर्द और बुखार को कम कर सकता है। साथ ही ब्रिडेलिया ऑर्गानिज्म (organisms) की ग्रोथ को रोकता है, जो इंफेक्शन का कारण बनता है। महिला हार्मोन एस्ट्रोजेन के समान ही ब्रिडेलिया का प्रभाव पड़ता है। संभवतः यह एंटीऑक्सीडेंट की तरह भी प्रभाव डालता है।
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निम्नलिखित परिस्थितियों में इसका इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर या हर्बलिस्ट से सलाह लें:
अन्य दवाइयों के मुकाबले औषधियों के संबंध में रेग्युलेटरी नियम अधिक सख्त नही हैं। इनकी सुरक्षा का आंकलन करने के लिए अतिरिक्त अध्ययनों की आवश्यकता है। ब्रिडेलिया का इस्तेमाल करने से पहले इसके खतरों की तुलना इसके फायदों से जरूर की जानी चाहिए। इसकी अधिक जानकारी के लिए अपने हर्बलिस्ट या डॉक्टर से सलाह लें।
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ब्रिडेलिया का सेवन सुरक्षित है या नहीं, इस संबंध में जानकारी उपलब्ध नहीं है। ऐसी चिंताए हैं कि ब्रिडेलिया ब्लड प्रेशर और हार्ट रेट को कम कर सकता है।
प्रेग्नेंसी और ब्रेस्टफीडिंग: प्रेग्नेंसी के दौरान ब्रिडेलिया का सेवन असुरक्षित हो सकता है। ऐसी चिंताए हैं कि ब्रिडेलिया यूटरस को सिकोड़कर प्रसव को शुरू कर सकता है। प्रेग्नेंसी के दौरान इसका सेवन करने से बचें। ब्रेस्टफीडिंग के दौरान इसका सेवन सुरक्षित है या नहीं, इस संबंध में जानकारी उपलब्ध नही है। सुरक्षा के लिहाज से इसका सेवन करने से बचें।
ब्लीडिंग की समस्या: ब्रिडेलिया ब्लड क्लॉटिंग को धीमा कर सकता है। इससे ब्लीडिंग की समस्या से पीड़ित लोगों में रक्त स्राव का खतरा और बढ़ सकता है।
हार्मोन के प्रति संवेदनशीलता: ब्रेस्ट कैंसर यूट्रीन कैंसर, ओवरियन कैंसर, एंडोमेट्रियोसिस या यूट्रीन फाइब्रॉइड्स जैसी स्थितियों में ब्रिडेलिया का प्रभाव एस्ट्रोजेन हार्मोन के समान पड़ सकता है। यदि आपको इनमें से कोई भी समस्या है तो एस्ट्रोजेन के संपर्क में आने से आपकी हालत और भी गंभीर हो सकती है। ऐसे में ब्रिडेलिया का सेवन ना करें।
लो ब्लड प्रेशर: ब्रिडेलिया ब्लड प्रेशर को कम कर सकता है। यदि आपको पहले से ही लो ब्लड प्रेशर की समस्या है तो इसका इस्तेमाल न करें।
सर्जरी: ब्रिडेलिया ब्लड क्लॉटिंग को धीमा कर सकता है। सैद्धांतिक रूप से ब्रिडेलिया से सर्जरी और इसके बाद अतिरिक्त ब्लीडिंग या यह ब्लड प्रेशर कंट्रोल को प्रभावित कर सकता है। सर्जरी से दो हफ्ता पहले इसका सेवन बंद कर दें।
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यदि आप इसके साइड इफेक्ट्स को लेकर चिंतित हैं तो अपने डॉक्टर या हर्बलिस्ट से सलाह लें।
ब्रिडेलिया आपकी मौजूदा दवाइयों के साथ रिएक्शन कर सकता है या दवा का कार्य करने का तरीका परिवर्तित हो सकता है। इसका इस्तेमाल करने से पहले अपने डॉक्टर या हर्बलिस्ट से संपर्क करें।
उपरोक्त जानकारी चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं हो सकती। इसका इस्तेमाल करने से पहले हमेशा अपने डॉक्टर या हर्बलिस्ट से सलाह लें।
हर मरीज के मामले में ब्रिडेलिया का डोज अलग हो सकता है। जो डोज आप ले रहे हैं वो आपकी उम्र, हेल्थ और दूसरे अन्य कारकों पर निर्भर करता है। औषधियां हमेशा ही सुरक्षित नही होती हैं। ब्रिडेलिया के उपयुक्त डोज के लिए अपने हर्बालिस्ट या डॉक्टर से सलाह लें।
ब्रिडेलिया निम्नलिखित रूप में उपलब्ध है:
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