के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. हेमाक्षी जत्तानी · डेंटिस्ट्री · Consultant Orthodontist
जेक्विरिटी एक पौधा है। इसकी पत्तियां, जड़ें और फलियों का उपयोग दवाओं में किया जाता है। इसे रोसरी पी (Rosary pea) और क्रैब आई (Crab Eye) भी कहते हैं। इसका वैज्ञानिक नाम Abrus precatorius है। ये फबासिए परिवार से ताल्लुख रखता है।
औषधीय गुणों से भरपूर होने के कारण आयुर्वेद में इसका इस्तेमाल सदियों से किया जा रहा है। आमतौर पर इसका इस्तेमाल सिरदर्द, पैरालिसिस, डिसेंटरी, अल्सर और नर्वस डिसऑर्डर के लिए किया जाता है। पौराणिक समय में इसका प्रयोग जख्म को भरने और कुत्ता, बिल्ली और चूहों द्वारा मारी गई खरोंचों के लिए किया जाता था। एक स्टडी के अनुसार, इसमें यौन उत्तेजक, एंटीट्यूमोर, जीवाणुरोधी, एंटीडायबिटिक और विरोधी भड़काऊ गुण होते हैं। कुछ महिलाएं इसका उपयोग लेबर को बढ़ाने करती है।
[mc4wp_form id=’183492″]
और पढ़ें: Diosmin: डिओसमिन क्या है?
जेक्विरिटी का इस्तेमाल निम्नलिखित परेशानियों के लिए किया जाता है:
आहार को लेकर क्या खाएं व कब खाएं जानने के लिए वीडियो देख लें एक्सपर्ट की राय
जेक्विरिटी कैसे काम करता है इस बारे में कोई पुख्ता जानकारी नहीं है। इसके बारे में अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर या हर्बलिस्ट से कंसल्ट करें। हालांकि कुछ शोध के अनुसार, जेक्विरिटी में एब्रिन नामक केमिकल होता है जो टॉक्सिक होता है और कोशिकाओं को सामान्य रूप से बढ़ने या कार्य करने से रोकता है। इसके अलावा ये महिलाओं में ओव्यूलेशन को ब्लॉक कर और पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन का स्तर और शुक्राणुओं की संख्या कम कर बर्थ कंट्रोल की तरह काम करता है। यह मलेरिया का कारण बनने वाले कुछ बैक्टीरिया, टैपवार्म या परजीवी को खत्म करने में भी मदद कर सकता है। इसमें कुछ ऐसे केमिकल्स भी होते हैं जो ब्लड क्लोटिंग को धीमा, सूजन और एलर्जी को कम करने में मदद करते हैं।
और पढ़ें: Elderberry: एल्डरबेरी क्या है?
कैसे करता है काम
जेक्विरिटी औषधी में कई खास प्रकार की औषधी पाई जाती है। कुछ औषधी तो इसके पत्तों में होते हैं वहीं जड़ों में भी कई खास तत्व पाए जाते हैं, जिनसे कई बीमारियों का इलाज होता है। इस औषधी का इस्तेमाल एलर्जी के लक्षणों से निजात पाने के साथ-साथ शरीर में ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल में करने के लिए, ब्लड क्लोटिंग की समस्या से निजात पाने के लिए और शरीर में होने वाले सूजन से निजात पाने के साथ बैक्टीरिया को मारने में इस्तेमाल में लाया जाता है। इस औषधी में इतनी क्षमता होती है कि यह टेपवार्म को मारने के साथ शरीर में पनपने वाले कैंसर सेल्स का भी खात्मा करते हैं। जेक्विरिटी के बीज में भी कई खासियत छिपी होती है, इसमें एब्रिन होता है।
निम्नलिखित परिस्थितियों में इसका इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर या हर्बालिस्ट से सलाह लें:
अन्य दवाइयों के मुकाबले औषधियों के संबंध में रेग्युलेटरी नियम अधिक सख्त नही हैं। इनकी सुरक्षा का आंकलन करने के लिए अतिरिक्त अध्ययनों की आवश्यकता है। जेक्विरिटी का इस्तेमाल करने से पहले इसके खतरों की तुलना इसके फायदों से जरूर की जानी चाहिए। इसकी अधिक जानकारी के लिए अपने हर्बलिस्ट या डॉक्टर से सलाह लें।
और पढ़ें: Elm Bark: एल्म की छाल क्या है?
जेक्विरिटी को दवा के तौर पर लेना असुरक्षित है। इसमें एब्रिन नामक एक केमिकल होता है जो काफी जहरीला होता है। इससे जान भी जा सकती है। इससे पेट में दर्द, डायरिया की समस्या, खून की उल्टी, तेज दिल की धड़कन, लिवर और किडनी की बीमारी आदि की शिकायत हो सकती है।
जेक्विरिटी के बीज जब त्वचा के संपर्क में आते हैं तो उससे निम्नलिखित साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं:
हालांकि हर किसी को ये साइड इफेक्ट हो ऐसा जरूरी नहीं है, कुछ ऐसे भी साइड इफेक्ट हो सकते हैं, जो ऊपर बताए नहीं गए हैं। अगर आपको इनमें से कोई भी साइड इफेक्ट महसूस हो या आप इनके बारे में और जानना चाहते हैं तो नजदीकी डॉक्टर से संपर्क करें।
जेक्विरिटी की खुराक हर मरीज के लिए अलग हो सकती है। आपके द्वारा ली जाने वाली खुराक आपकी उम्र, स्वास्थ्य और अन्य कई चीजों पर निर्भर करती है। हर्बल सप्लीमेंट हमेशा सुरक्षित नहीं होते हैं। इसलिए सही खुराक की जानकारी के लिए हर्बलिस्ट या डॉक्टर से चर्चा करें। कभी भी जेक्विरिटी की खुराक खुद से निर्धारित करने की गलती न करें। आपके द्वारा की गई छोटी सी लापरवाही स्वास्थ्य के लिए हानिकारक साबित हो सकता है।
और पढ़ें: Calabar Bean: कैलबार बीन क्या है?
जेक्विरिटी निम्नलिखित रूपों में उपलब्ध है:
हम उम्मीद करते है कि जेक्विरिटी पर आधारित यह आर्टिकल आपको पसंद आया होगा। इसमें हमने इस हर्ब से जुड़ी सभी प्रकार की जानकारी देने की कोशिश की है। अधिक जानकारी के लिए या अगर आपका कोई सवाल है तो डॉक्टर से कंसल्ट करें। हैलो हेल्थ ग्रुप किसी भी प्रकार की मेडिकल सलाह , निदान या उपचार प्रदान नहीं करता है और ना ही इसके लिए जिम्मेदार है।
हमेशा लें एक्सपर्ट की सलाह उसके बाद करें इस्तेमाल
इस औषधी का इस्तेमाल कभी भी बिना एक्सपर्ट और हर्बलिस्ट की सलाह लिए बगैर नहीं करना चाहिए। संभव है कि उम्र, बीमारियों व किसी दवा का सेवन कर रहे हो उसके साथ यदि इस दवा का सेवन किया जाए तो विपरित असर पड़ सकता है, मरीज की सेहत में सुधार की बजाय उसकी तबीयत और ज्यादा बिगड़ सकती है। ऐसे में बेहतर यही होगा कि आप एक्सपर्ट की सलाह लेकर ही इस औषधी का सेवन करें। वैसे तो यह औषधी कई प्रकार की खासियत से भरपूर है वहीं इससे कई प्रकार की समस्याओं और बीमारियों का उपचार किया जा सकता है, लेकिन इसके इस्तेमाल को लेकर एक्सपर्ट की सलाह लेकर ही प्रयोग में लाना चाहिए और समस्याओं से निजात पाना चाहिए। यदि सही मार्गदर्शन न लिया जाए तो समस्या ठीक होने की बजाय और बढ़ जाएगी।
डिस्क्लेमर
हैलो हेल्थ ग्रुप हेल्थ सलाह, निदान और इलाज इत्यादि सेवाएं नहीं देता।