परिचय
खसखस के बीज (Poppy Seeds) क्या हैं?
खसखस एक औषधीय पौधा होता है, जिसके बीज का इस्तेमाल कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं के उपचार के लिए किया जाता है। इसके बीज (Poppy Seeds) का इस्तेमाल आमतौर पर लोग अस्थमा, कब्ज, खांसी, संक्रमण के कारण होने वाले दस्त, नींद न आने और वेसिकोएनेटिक फिस्टुला नामक स्थिति का निदान करने के लिए करते हैं।
इसके बीज से केक, पेस्ट्री और दलिया बना कर उसका सेवन किया जाता है। इसके अलावा इसके बीजों से तेल भी बनाया जा सकता है। इसका इस्तेमाल साबुन बनानें के लिए भी किया जाता है।
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इसका इस्तेमाल किस लिए किया जाता है?
इसके बीज खसखस के पेड़ से मिलते हैं और यह सेहत के लिए बहुत ही लाभदायक होते हैं। इसके बीज का इस्तेमाल निम्नलिखित बीमारियों में किया जाता है –
खसखस के बीज कैसे काम करते हैं?
यह बीज शरीर में कैसे काम करता है इस बारे में ज्यादा जानकारी मौजूद नहीं है। इस बारे में और अधिक जानकारी के लिए आप डॉक्टर या हर्बल विशेषज्ञ से संपर्क कर सकते हैं। हालांकि, कुछ शोध के अनुसार खसखस का बीज कैंसर को बढ़ने से रोकने में मदद करता है।
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उपयोग
खसखस के बीज के इस्तेमाल से पहले मुझे क्या जानकारी होनी चाहिए?
खसखस के बीज का इस्तेमाल करने से पहले आपको डॉक्टर या फार्मासिस्ट या फिर हर्बल विशेषज्ञ से सलाह लेनी चाहिए, यदि
- आप गर्भवती हैं या स्तनपान कराती हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि जब आप बच्चे को फीडिंग करवाती हैं तो अपने डॉक्टर के मुताबिक ही आपको दवाओं का सेवन करना चाहिए।
- आप कोई दूसरी दवा लेते हैं जो कि बिना डॉक्टर के प्रिस्क्रिप्शन के आसानी से मिल जाती है।
- अगर आपको खसखस के बीज और उसके दूसरे पदार्थों से या किसी दूसरे हर्ब्स (HERBS) से एलर्जी हो।
- आप पहले से किसी तरह की बीमारी आदि से ग्रसित हैं।
- आपको पहले से ही किसी तरह की एलर्जी हो जैसे खाने पीने वाली चीजों से या डाइज से या किसी जानवर आदि से।
इनकी उपयोगिता और सुरक्षा से जुड़े नियमों के लिए अभी और शोध की जरूरत है। इस हर्बल सप्लीमेंट के इस्तेमाल से पहले इसके फायदे और नुकसान की तुलना करना जरूरी होता है। इस बारे में और अधिक जानकारी के लिए किसी हर्बल विशेषज्ञ या आयुर्वेदिक डॉक्टर से संपर्क करें।
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खसखस के बीज का सेवन कितना सुरक्षित है?
ज्यादातर वयस्क अगर खाद्य पदार्थों के रुप में मौजूद खसखस का सेवन करते हैं तो इसका इस्तेमाल करना सुरक्षित माना जाता है।
दवा के रूप में खसखस का बीज का इस्तेमाल करना भी संभवतः सुरक्षित होता है। किसी भी पेय पदार्थों या दही में 35 से 250 ग्राम खसखस का बीज मिलाकर पीना सुरक्षित होता है।
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खसखस के बीज के साइड इफेक्ट
इसके सेवन से मुझे क्या साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं?
इस पौधे के बीज का सेवन करने से कुछ लोगों में एलर्जी हो सकती है। इस पौधे के बीज के सेवन से होने वाले साइड इफेक्ट्स इस प्रकार हैं, उल्टी, मुंह के अंदर सूजन, हीव्स, आंखों में सूजन, कंजक्टिवाइटिस (conjunctivitis), सांस लेने में दिक्कत होना। खसखस के बीज को सूंघने से एलर्जी की समस्या जैसे त्वचा का लाल होना और त्वचा के अंदर सूजन होना संभावित है।
हालांकि, हर किसी को यह साइड इफेक्ट्स हों ऐसा जरूरी नहीं है। कुछ ऐसे भी साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं जो यहां नहीं बताए गए हैं। अगर आपको इनमें से कोई भी साइड इफेक्ट्स महसूस हो या आप इनके बारे में और जानना चाहते हैं तो नजदीकी डॉक्टर से संपर्क करें।
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खसखस के बीज से जुड़े परस्पर प्रभाव
इस बीज का सेवन करने से अन्य किन चीजों पर प्रभाव पड़ सकता है?
किसी भी तरह की हर्बल औषधि जरूरी नहीं की पूरी तरह से सुरक्षित हो क्योंकि वह आयुर्वेदिक या प्राकृतिक है। इस बीज के इस्तेमाल से आपकी बीमारी या आप जो वतर्मान में दवाइयां खा रहे हैं उनके ऊपर प्रभाव पड़ सकता है। इसलिए सेवन से पहले डॉक्टर से इस विषय में परामर्श करें।
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खसखस के बीज की खुराक
यहां पर दी गई जानकारी को डॉक्टर की सलाह का विकल्प न मानें। किसी भी दवा या सप्लीमेंट का इस्तेमाल करने से पहले हमेशा डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।
आमतौर पर कितनी मात्रा में इस बीज का सेवन करना चाहिए?
वैज्ञानिक शोध के आधार पर निम्नलिखित खुराक निर्धारित की गई है –
खाने के रुप में (Oral Route)
वेसिकोइंटेरिक फिस्टुला (vesicoenteric fistula) के डायग्नोसिस के लिए
ड्रिंक या दही के साथ 35 से 250 ग्राम खसखस का बीज मिलाकर पिएं। इसके 48 घंटे बाद यूरिन को मॉनिटर करें।
इस बीज की खुराक हर मरीज के लिए अलग होती है। आपके द्वारा ली जाने वाली खुराक आपकी उम्र, स्वास्थ्य और कई चीजों पर निर्भर करती हैं। हर्बल सप्लीमेंट हमेशा सुरक्षित नहीं होते हैं। इसलिए सही खुराक की जानकारी के लिए हर्बलिस्ट या डॉक्टर से परामर्श करें।
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खसखस का बीज किन रूपों में उपलब्ध है?
यह बीज निम्नलिखित रूपों में उपलब्ध है –
- कच्चा खसखस का बीज
- खसखस के बीज का लिक्विड एक्सट्रैक्ट
- खसखस के बीज का कैप्सूल
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