इस दवा का उपयोग करने से पहले डॉक्टर या फार्मासिस्ट को अपनी मेडिकल हिस्ट्री बताएं। विशेष रूप से अगर आपको किडनी रोग, यकृत रोग, एओर्टिक स्टेनोसिस (हृदय वाल्व की एक स्थिति), शरीर में पानी और खनिजों की कमी (डीहायड्रेशन) है।
इस दवा के सेवन से आपको चक्कर महसूस हो सकते हैं। दवा लेने के बाद ड्राइव न करें और न ही कोई मशीनरी कार्य करें। ऐसी गतिविधियां भी अवॉयड करें जिसमें सतर्कता की आवश्यकता हो। ऐसी गतिविधियों को करने में जब तक आप सुरक्षित महसूस न करें तब तक मादक पेय पदार्थों का सेवन सीमित तौर पर करें।
बहुत अधिक पसीना आना, दस्त लगना या उल्टी होने के कारण आपको चक्कर या हल्की बेहोशी-सी महसूस हो सकती है। अगर ऐसा है तो अपने डॉक्टर को सूचित करें।
इन बातों का भी रखें ख्याल
यह दवा शरीर में पोटैशियम के स्तर को बढ़ा सकती है। ऐसी ही कुछ दवाएं और भी हैं जैसे थायजाइड्स, लैसिक्स आदि। पोटैशियम सप्लिमेंट्स या किसी भी तरह के नमक के विकल्प का उपयोग (खासकर जिसमें पोटैशियम हो) करने से पहले अपने डॉक्टर या फार्मासिस्ट से परामर्श करें।
सर्जरी कराने से पहले अपने डॉक्टर या डेंटिस्ट को बताएं कि आप डॉक्टर के बिना प्रिस्क्रिप्शन या प्रिस्क्रिप्शन वाली दवाएं और हर्बल प्रोडक्ट्स कर इस्तेमाल कर रहे हैं।
ज्यादा उम्र के वयस्क इस दवा के दुष्प्रभावों के प्रति अधिक संवेदनशील हो सकते हैं। विशेष रूप से चक्कर आना और यूरिन (गुर्दे की समस्याओं) की मात्रा में परिवर्तन आना जैसे लक्षण बढ़ सकते हैं।
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क्या प्रेग्नेंसी या ब्रेस्टफीडिंग के दौरान एम्लोडीपिन + ओल्मेसार्टन लेना सुरक्षित है?
प्रेग्नेंसी या स्तनपान के दौरान एम्लोडीपिन + ओल्मेसार्टन का इस्तेमाल करने से महिलाओं को किस तरह की परेशानियां हो सकती हैं, इसके बारे में अभी कोई खास जानकारी नहीं है। ऐसे में इस दवा के इस्तेमाल से पहले हमेशा इसके फायदे और नुकसान के बारे में अपने डॉक्टर से सलाह लें। एम्लोडीपिन + ओल्मेसार्टन, अमेरिकी खाद्य और औषधि प्रशासन (US Food and Drug Administration) के अनुसार गर्भावस्था की ‘डी’ श्रेणी में है।
एफडीए द्वारा निर्धारित गर्भावस्था के लिए रिस्क केटेगरी-
A= कोई जोखिम नहीं,
B= कुछ अध्ययनों में कोई जोखिम नहीं,
C= कुछ जोखिम हो सकता है,
D= जोखिम के सकारात्मक सबूत,
X= विरोधाभाषी,
N= अज्ञात।
एम्लोडीपिन + ओल्मेसार्टन के दुष्प्रभाव क्या हैं?
चक्कर, बेहोशी और ड्राय कफ की समस्या हो सकती है। सिरदर्द या त्वचा पर लालिमा (आमतौर पर गाल या गर्दन पर) जैसे प्रभाव भी दिख सकते हैं। यदि इनमें से कोई भी लक्षण कई दिनों तक बना रहता है या और बिगड़ जाता है, तो अपने डॉक्टर या फार्मासिस्ट को तुरंत बताएं।
डॉक्टर यह दवा आपके लिए तभी निर्धारित करते हैं जब उससे होने वाले लाभ साइड इफेक्ट्स से ज्यादा होते हैं। इस दवा का उपयोग करने वाले कई लोगों पर किसी तरह का कोई दुष्प्रभाव नहीं देखा गया है।
अपने डॉक्टर को तुरंत बताएं अगर आपको इनमें से कोई-भी गंभीर दुष्प्रभाव दिखें, जैसे-हाथ/पैर/एड़ी में सूजन, बेहोशी, धड़कन का तेज होना, किडनी की समस्याओं के संकेत (जैसे कि यूरिन की मात्रा में परिवर्तन), रक्त स्तर में हाई पोटैशियम के लक्षण (जैसे मांसपेशियों में कमजोरी, धीमी या अनियमित धड़कन), गंभीर और लगातार दस्त।