मेटोप्रोलोल का उपयोग किसके लिए किया जाता है?
मेटोप्रोलोल एक बीटा ब्लॉकर है जिसका इस्तेमाल छाती में दर्द (एंजाइना), हार्ट फेलियर और हाई ब्लड प्रेशर के लिए किया जाता है। हाई ब्लड प्रेशर को कम करने से स्ट्रोक, हार्ट अटैक और किडनी की समस्या से बचाव होता है। ये दवा शरीर में कुछ प्रकार के प्राकृतिक केमिकल की क्रियाओं को ब्लॉक कर देती है (जैसे एपिनेफ्रीन) जो ह्रदय और रक्त वाहिकाओं को प्रभावित करती हैं। यह ह्रदय की गति, ब्लड प्रेशर और ह्रदय में दबाव को कम करता है।
डॉक्टर की सलाह के बाद ही इस ड्रग का इस्तेमाल करें। इस दवा का उपयोग अन्य प्रकार के वॉर्म इंफेक्शन का इलाज करने के लिए भी किया जाता है।
मेटोप्रोलोल का इस्तेमाल असामान्य ह्रदय गति, माइग्रेन सिरदर्द से बचाव के लिए और हार्ट अटैक से बचने के लिए भी किया जाता है।
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मैं मेटोप्रोलोल को कैसे इस्तेमाल करूं?
इस दवा को आमतौर पर रोजाना एक या दो बार डॉक्टर की सलाह से खाने के पहले या खाने के बाद लें। खुराक आपके वजन चिकित्सीय स्थिति और ट्रीटमेंट के प्रति प्रतिक्रिया पर आधारित होती है। साथ ही टैबलेट को बांटें नहीं तब तक जब ऐसा करने के लिए आपको डॉक्टर या फार्मासिस्ट न कहे। बिना चबाए या तोड़े दवा को पूरी निगल जाएं।
साइड इफेक्ट्स के जोखिम को कम करने के लिए, डॉक्टर आपको कम खुराक पर मेटोप्रोलोल को शुरू करने के लिए कह सकता है या फिर वह धीरे-धीरे खुराक को बढ़ाएगा। डॉक्टर की दी गई सलाह का ध्यानपूर्वक पालन करें। मेटोप्रोलोल के और अधिक फायदे पाने के लिए इसे रोजाना लें। याद रखने के लिए आप इस दवा को प्रत्येक दिन एक ही समय पर ले सकते हैं। बिना डॉक्टर से पूछे एकदम से दवा को बंद न करें।
दवा एकदम से बंद करने से स्थिति और बिगड़ सकती है। हाई ब्लड प्रेशर का इलाज करने के लिए, आपको इस दवा के पूर्ण फायदे प्राप्त करने में कुछ हफ्ते लग सकते हैं। अगर आपके लक्षण ठीक भी हो गए हैं तब भी इस दवा को लगातार लेना बेहद जरूरी है। जो लोग हाई ब्लड प्रेशर से पीड़ित होते हैं वे अक्सर बीमार महसूस नहीं करते हैं।
दूसरे हार्ट अटैक में सीने के दर्द से बचने के लिए या माइग्रेन सिरदर्द से छुटकारा पाने के लिए जरूरी है कि डॉक्टर की सलाह से मेटोप्रोलोल को रोजाना लेते रहें। डॉक्टर की सलाह द्वारा एकदम से अटैक को दूर करने के लिए अन्य दवाइयां लें (जैसे सीने के दर्द के लिए नाइट्रोग्लिसरीन टैबलेट को जीभ के नीचे रखा जाता है, “ट्रिप्टान’ दवा जैसे सुमाट्रिप्टान फोरमाईग्रेन)। अन्य जानकारी के लिए अपने डॉक्टर या फार्मासिस्ट से बात करें। अगर आपकी स्थिति बिगड़ जाती है या सुधार नहीं होता है तो अपने डॉक्टर को बताएं (जैसे, अगर आपका ब्लड प्रेशर लगातार बड़ा हुआ है, अगर आपके छाती में दर्द या माइग्रेन की समस्या बनी हुई है)।
मैं मेटोप्रोलोल को कैसे स्टोर करूं?
अच्छा होगा अगर आप मेटोप्रोलोल को घर के तापमान में ही रखें और सीधी रोशनी व नमी से दूर रखें। दवा को खराब होने से बचाने के लिए, आपको मेटोप्रोलोल को बाथरूम या फ्रीजर में नहीं रखना चाहिए। मेटोप्रोलोल के अलग-अलग ब्रांड हो सकते हैं जिनको स्टोर करने के तरीके अलग हो सकती हैं। इसलिए आवश्यक है कि आप उसे खरीदने से पहले उत्पाद पर लिखी संग्रह करने की जानकारियों को ध्यानपूर्वक पढ़ लें या फिर फार्मासिस्ट से इसकी जानकारी ले लें। सुरक्षा के लिए, आपको सभी दवाइयां बच्चों और जानवरों से अलग रखनी चाहिए।
आपको मेटोप्रोलोल टॉयलेट या किसी सीवर में नहीं डालनी चाहिए तब तक जब तक डॉक्टर आपको सलाह न दे। आवश्यक है कि आप पूरी तरह से दवाई को खत्म कर दें अगर वो एक्सपायर हो गयी है या किसी काम के लायक नहीं रही है। इसे सुरक्षित व सही तरह से खत्म करने के लिए एक बार अपने फार्मासिस्ट से बात जरूर करें।
मेटोप्रोलोल का उपयोग करने से पहले मुझे क्या पता होना चाहिए?
मेटोप्रोलोल लेने से पहले –
- अगर आपको मेटोप्रोलोल, एसीबुटोल(सेक्टरल), एटिनोल (टेनोर्मिन, टेनोरेटिक), बेटेक्सोल (करलोन), बिसोप्रोलोल (ज़ेबेटा, इन ज़िआक), कर्वेडिलोल (क्रेग), एस्मोलोल (ब्रेवीब्लॉक), लाबेटालोल (ट्रेन्डेट), नाडोलोल (कोरगार्ड, इन कोरजिड), पिंडोलोल, एम्पेग्लिफ्लॉजिन (Empagliflozin), प्रोप्रानोलोल (इंडरेल, इंडरेल एलए, इनोप्रन एक्सेल। इन इंडेराइड), सोटालोल (बीटपीस, बीटापेस एएफ, सोरिन), टिमोलोल (ब्लोकार्डेन, इन टिमोलिड), कोई अन्य दवाई, या मेटोप्रोलोल टेबलेट में मौजूद सामग्रियों से एलर्जी है तो अपने डॉक्टर और फार्मासिस्ट को बताएं। अपने डॉक्टर से सामग्रियों की सूची मांगें।
- अगर आप पर्चे वाली,या बिना पर्चे वाली दवाएं, विटामिन, न्यूट्रिशनल सप्लिमेंट्स और हर्बल प्रोडक्ट ले रहे हैं तो अपने डॉक्टर और फार्मासिस्ट को इस बारे में बताएं। साथ ही इन दवाइयों के बारे में भी बताएं : बूप्रोपिन (वेल्बुट्रिन), सीमेटिडीन (टगामेट), क्लोनिडीन (काटाप्रेस), डिफेंहाइडरमाईन (बेंड्रील), फ्लुओक्सेटिन (प्रोजेक, सराफेम), हाइड्रोक्सीक्लोरोक्विन, पेरोक्सेटिन (पक्सिल), प्रोपफेनों (रिथमेल), क्विनीदीन (क्वीनगलूट, क्विनीडेक्स), रानीटीडीन (जेनटेक), रेसर्पिन (सेर्पालन, सेर्पासिल, सेर्पाटब), रिटोनावीर (नोरवीर ), टर्बिनफिं (लमिसिल) और थिओरिडाजिन (मेलरील)। आपका डॉक्टर दवा की खुराक में बदलाव कर सकता है या साइड इफेक्ट्स पर नजर रख सकता है।
- अगर आपकी ह्रदय की गति कम हो जाती है, हार्ट फेलियर, रक्त परिसंचरण में समस्या, या फियोक्रोमोसिटोमा (एक ट्यूमर जो किडनी के प्रास ग्रंथि में बढ़ता है और हाई ब्लड प्रेशर और तेज ह्रदय की गति का कारण बनता है) जैसी समस्या होती है तो डॉक्टर से संपर्क करें। आपका डॉक्टर आपको मेटोप्रोलोल लेने से मना कर सकता है।
- अगर आपको अस्थमा की समस्या है या हो चुकी है या अन्य फेफड़ों का रोग है, ह्रदय या लिवर रोग है, डायबिटीज, गंभीर एलर्जी, या ओवरएक्टिव थाइरॉइड ग्रंथि (हाइपरथाइरॉइडिस्म) है तो डॉक्टर को इस बारे में बताएं।
- अगर आप प्रेग्नेंट हैं, या प्रेग्नेंट हो सकती हैं, तो अपने डॉक्टर को बताएं। अगर आप मेटोप्रोलोल लेते समय गर्भवती हो जाती हैं, तो तुरंत अपने डॉक्टर से बात करें।
- अगर आपकी सर्जरी हुई है, जैसे डेंटल सर्जरी, तो अपने डॉक्टर या डेंटिस्ट को इस बारे में बताएं कि आप मेटोप्रोलोल ले रहे हैं।
- ध्यान रहे मेटोप्रोलोल के कारण शराब लेने से सुस्ती आ सकती है।
- अगर आपको अन्य प्रकार के तत्वों से एलर्जिक रिएक्शन है तो मेटोप्रोलोल लेने से आपकी रिएक्शन की स्थिति और बिगड़ सकती है और आपकी एलर्जिक रिएक्शन आमतौर पर लेने वाली इंजेक्टेबल एपिनेफ्रीन से रिएक्शन ठीक नहीं हो सकता।
क्या प्रेग्नेंसी या ब्रेस्टफीडिंग के दौरान मेटोप्रोलोल लेना सुरक्षित है?
प्रेग्नेंसी के दौरान या स्तनपान कराने के दौरान मेटोप्रोलोल इस्तेमाल करने से होने वाले जोखिम के ऊपर ऐसी कोई स्टडी अभी मौजूद नहीं है। कृपया आप मेटोप्रोलोल के इस्तेमाल से होने वाले लाभ और होने वाले नुकसान के बारे में अपने डॉक्टर से सलाह लें। यूएस फ़ूड और ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एफडीए) के अनुसार मेटोप्रोलोल प्रेग्नेंसी जोखिम वर्गीकरण C में आती है। एफडीए प्रेग्नेंसी जोखिम वर्गीकरण निम्नलिखित है:
- A = कोई जोखिम नहीं
- B = कुछ स्टडी में कोई जोखिम नहीं
- C = कुछ जोखिम हो सकता है
- D = जोखिम के सकारात्मक सबूत
- X = निषेध
- एन = कोई जानकारी नहीं
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मेटोप्रोलोल के क्या साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं?
अगर आपको एलर्जिक रिएक्शन से जुड़े किसी भी तरह के लक्षण दिखाई देते हैं तो आपातकालीन चिकित्सीय जांच करवाएं : हीव्स, सांस लेने में दिक्कत, चेहरे, होंठ, जीभ, या गले में सूजन। अगर आपको नीचे दिए गए साइड इफेक्ट्स दिखाई देते हैं तो अपने डॉक्टर से संपर्क करें :
- छाती में दर्द, दिल तेज धडकना, या छाती फड़कना ;
- सिर हल्का लगना, बेहोश होना
- सांस लेने में दिक्कत,
- पैरों या हाथों में सूजन ;
- मतली, पेट के ऊपरी हिस्से में दर्द, खुजली, भूख की कमी, गहरे रंग की यूरिन, स्टूल का रंग चेंज होना, पीलिया (त्वचा व आंखें पीली होना);
- छाले पड़ना, आसामान्य ब्लीडिंग (नाक, मुंह, योनि या रेक्टम);
- त्वचा के नीचे की परत पर बैगनी या लाल चकत्ते दिखना
- सांस लेने में दिक्कत, घरघराहट ;
- डिप्रेशन, दुविधा, याददाश्त में समस्या, बार-बार कोई चीज दिखना या
- हाथ व पैर ठंडे होना
कम गंभीर साइड इफेक्ट्स जैसे ;
- मुंह सूखा होना, कब्ज, छाती में जलन, उलटी, दस्त ;
- सेक्स करने की इच्छा कम होना, या ऑर्गैज्म में मुश्किलें आना,
- सिरदर्द, सुस्ती, थकान महसूस होना ;
- सोने में दिक्कत (अनिंद्रा)
- चिंता, नर्वसनेस।
हर कोई इन साइड इफेक्ट्स को अनुभव नहीं करता। कुछ ऐसे साइड इफेक्ट्स भी है जो ऊपर नहीं दिए गए हैं। अगर आपको किसी भी तरह का साइड इफेक्ट नज़र आता है तो डॉक्टर या फार्मासिस्ट से बात जरूर करें।
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कौन सी दवाएं मेटोप्रोलोल के साथ इस्तेमाल नहीं की जा सकती हैं?
आप जो भी दवाइयां ले रहे हैं उसे मेटोप्रोलोल के साथ इस्तेमाल नहीं करना चाहिए, इससे दवाई के कार्य करने के प्रभाव पर असर पड़ सकता है और गंभीर साइड इफेक्ट्स का जोखिम बढ़ सकता है। किसी भी दवा के गलत प्रभाव को रोकने के लिए, आपको इस्तेमाल की जाने वाली दवाओं की एक सूची बनाकर रख लेनी चाहिए (जिनमें डॉक्टर के पर्चे की दवाएं, बिना सलाह वाली दवाएं और हर्बल उत्पाद शामिल हैं) और फिर उसे डॉक्टर या फार्मासिस्ट के साथ साझा करें। आपकी सुरक्षा के लिए, बिना डॉक्टर की सलाह लिए कोई भी दवा अपने आप शुरू, बंद या खुराक में बदलाव न करें।
- प्राजोसिन;
- टर्बिनफिन;
- एंटी डिप्रेसेंट – बूप्रोपिन, क्लोमिप्रमिन, डेसिप्रामिन, डुलोक्सेटिन, फ्लुओक्सेटिन, फ्लूवोक्सामिन, पैरोक्सेटिन, सेर्ट्रालिन
- एरगोट दवाई – डिहाइड्रोएर्गोटैमाइन, एर्गोनोविन, एर्गोटैमिन, मिथाइलेरगोनोविन;
- ह्रदय या ब्लड प्रेशर की दवा – एम्लोडिपाईन, क्लोनिडाइन, डायजोक्सिन, डिलटीआज़म, डिप्रिडेमोल, हाइड्रालज़ीन, मिथाइलडोपा, निफेडीपीन, क्वीनीडिन, रिसर्पिन, वेरापामील और अदनी ;
- माओ इन्हिबिटर – इसकार्बोक्साजिड़, लिनेज़ोलिड, फेनेल्जिन, रसगिलीन, सेलैंगिलीन, ट्रेनिलसिप्रोमिन; या
- मस्तिष्क की बीमारी का इलाज करने की दवा – क्लोरप्रोमेज़िन, फ्लूफेनेज़िन, हलोपेरिडोल, थियोरिडाज़िन।
क्या भोजन या एल्कोहॉल के साथ मेटोप्रोलोल का इस्तेमाल किया जा सकता है?
मेटोप्रोलोल दवा के काम करने के तरीके को बदलकर या गंभीर दुष्प्रभावों के जोखिम को बढ़ाकर भोजन या एल्कोहॉल के साथ गलत प्रभाव डाल सकती है।
मेटोप्रोलोल खाने से स्वास्थ्य पर किस तरह का प्रभाव पड़ सकता है?
मेटोप्रोलोल आपकी स्वास्थ्य स्थिति पर गलत प्रभाव डाल सकती है। यह प्रभाव आपकी स्वास्थ्य स्थिति को बिगाड़ सकता है या फिर दवाई के कार्य करने के तरीके को कम कर सकता है। जरूरी है कि आप अपनी स्वास्थ्य स्थिति को डॉक्टर और फार्मासिस्ट को बताएं; खासकर –
- एंजाइना (सीने में दर्द);
- हाइपोटेंशन (लो ब्लड प्रेशर);
- इस्कीमिक ह्रदय रोग ;
- फेफड़ों का रोग (जैसे अस्थमा, ब्रोंकाइटिस, एम्फिसीमा);
- फियोक्रोमोसिटोमा (एड्रेनल ग्लैंड ट्यूमर) – सावधानी के साथ इस्तेमाल करें। स्थिति और बिगाड़ सकता है।
- रक्त परिसंचरण में समस्या, गंभीर ;
- ब्रॉडीकार्डिया (धीमी ह्रदय की गति);
- कार्डियोजेनिक शॉक (हार्ट अटैक के कारण शॉक);
- हार्ट फेल होना ;
- हार्ट फेलियर, गंभीर रूप से ;
- पेरीफेरल वस्कुलर विकार (बंद रक्त वाहिकाएं);
- सिक साइनस सिंड्रोम (ह्रदय की गति में समस्या) – इस स्थिति के साथ मरीज के इस्तेमाल नहीं की जाती।
- शुगर ;
- हाइपरथाइरॉइडिस्म
- इस बीमारी के लक्षण जैसे ह्रदय की गति तेज होना
- लिवर रोग – सावधानी के साथ इस्तेमाल करें।
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डॉक्टर की सलाह
नीचे दी गई जानकारी किसी चिकित्सक की सलाह नहीं है। इसका इस्तेमाल करने से पहले अपने चिकित्सक या फार्मासिस्ट से संपर्क करें।
मेटोप्रोलोल कैसे उपलब्ध है?
मेटोप्रोलोल खुराक के रूप में और उसके प्रभाव के रूप में उपलब्ध है :
टैबलेट, एक्सटेंड रिलीज टैबलेट, एक्सटेंड रिलीज कैप्सूल, आईवी। डोज फॉर्म और मेडिकल कंडिशन के हिसाब से चेंज हो सकता है।
उपलब्ध डोसेज
इंजेक्टेबल सॉल्यूशन-1mg/mL
टैबलेट
- 25mg (जेनरिक)
- 50mg (जेनरिक,लेप्रेसर Lopressor)
- 100mg (जेनरिक, लेप्रेसर (Lopressor)
टैबलेट, एक्सटेंडेड-रिलीज [जैसा कि सक्सेनेट])
- 25mg
- 50mg
- 100mg
- 200mg
कैप्सूल, एक्सटेंडेड-रिलीज़ [जैसा कि सक्सेनेट])
- 25mg
- 50mg
- 100mg
- 200mg
इमरजेंसी या ओवरडोज होने की स्थिति में क्या करना चाहिए?
इमरजेंसी या ओवरडोज होने की स्थिति में अपने स्थानीय आपातकालीन सेवाओं को कॉल करें या अपने नजदीकी इमरजेंसी वॉर्ड में जाएं।
अगर एक खुराक लेना भूल जाएं तो क्या करना चाहिए?
अगर मेटोप्रोलोल की खुराक लेना भूल जाते हैं तो याद आने पर जल्द से जल्द अपनी खुराक लें। हालांकि, अगर इसके कुछ ही समय बाद आपको अपनी अगली खुराक लेनी हो तो इसे न लें और अपनी नियमित खुराक के अनुसार ही इसका सेवन करते रहें।
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