ओफ्लॉक्सासिन का उपयोग किसके लिए किया जाता है?
ओफ्लॉक्सासिन का इस्तेमाल कई प्रकार के बैक्टीरियल इंफेक्शन का इलाज करने के लिए किया जाता है। ओफ्लॉक्सासिन ड्रग्स के वर्गीकरण पर निर्भर करता है जिसे क्विनोलन एंटीबायोटिक्स कहते हैं। यह बैक्टीरिया के विकास को कम करने में मदद करती है।
ये एंटीबायोटिक सिर्फ बैक्टीरियल इंफेक्शन का इलाज करती है। वायरल इंफेक्शन पर काम नहीं करती (जैसे सर्दी जुकाम, फ्लू)। किसी भी एंटीबायोटिक के अनावश्यक उपयोग या गलत उपयोग से इसके प्रभाव में कमी आ सकती है।
मैं ओफ्लॉक्सासिन को कैसे इस्तेमाल करूं?
इस दवा को खाने के रूप में भोजन के साथ या भोजन से पहले डॉक्टर की सलाह पर लें, आमतौर पर इसे दिन में दो बार लिया जाता है (हर 12 घंटे में)। खुराक और इलाज के अनुसार चलने वाली दवा आपकी चिकित्सीय स्थिति और इलाज के प्रति प्रतिक्रिया पर निर्भर करती है। इस दवा को लेते समय ज्यादा से ज्यादा पानी पिएं।
अन्य दवा लेने के बाद ओफ्लॉक्सासिन को कम से कम दो घंटे बाद या दो घंटे पहले लें। साथ में लेने से ओफ्लॉक्सासिन का प्रभाव कम हो सकता है। अन्य दवा के बारे में अपने फार्मासिस्ट से बात करें। कुछ उदहारण : क्वीनाप्रिल, सुकरालफेट, विटामिन/मिनरल (जैसे आयरन और जिंक सप्लिमेंट्स) और उत्पाद जिनमें मैग्नीशियम, एलुमिनियम या कैल्शियम होता है (जैसे एंटासिड, डीडानोसिन सलूशन, कैल्शियम सप्लिमेंट्स)।
याद रखने के लिए, आप इस दवा को रोजाना एक ही समय पर ले सकते हैं। इस दवा को तब तक लेते रहें जब तक डॉक्टर द्वारा बताई गई मात्रा खत्म नहीं हो जाती, अगर लक्षण कुछ ही दिनों में चले जाते हैं तब भी इस दवा को लेते रहें। इस दवा को जल्दी छोड़ने से इंफेक्शन वापस आ सकता है।
अगर स्थिति लगातर बनी रहती है या बिगड़ जाती है तो अपने डॉक्टर को जरूर बताएं।
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मैं ओफ्लॉक्सासिन को कैसे स्टोर करूं?
अच्छा होगा अगर आप इस दवा को घर के तापमान में ही रखें और सीधी रोशनी व नमी से दूर रखें। दवा को खराब होने से बचाने के लिए, आपको ओफ्लॉक्सासिन को बाथरूम या फ्रीजर में नहीं रखना चाहिए। ओफ्लॉक्सासिन के अलग-अलग ब्रांड हो सकते हैं जिनको स्टोर करने की जरूरतें अलग हो सकती हैं। इसलिए आवश्यक है कि आप उसे खरीदने से पहले उत्पाद पर लिखी संग्रह करने की जानकारियों को ध्यानपूर्वक पढ़ लें या फिर फार्मासिस्ट से इसकी जानकारी ले लें। सुरक्षा के लिए, आपको सभी दवाइयां बच्चों और जानवरों से अलग रखनी चाहिए।
आपको ओफ्लॉक्सासिन टॉयलेट या किसी सीवर में नहीं डालनी चाहिए तब तक जब तक डॉक्टर आपको सलाह न दे। आवश्यक है कि आप पूरी तरह से दवाई को खत्म कर दें अगर वो एक्सपायर हो गयी है या किसी काम के लायक नहीं रही है। इसे सुरक्षित व सही तरह से खत्म करने के लिए एक बार अपने फार्मासिस्ट से बात जरूर करें।
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ओफ्लॉक्सासिन का उपयोग करने से पहले मुझे क्या पता होना चाहिए?
ओफ्लॉक्सासिन लेने से पहले, अपने डॉक्टर या फार्मासिस्ट को बताएं अगर आपको इससे एलर्जी होती है या फिर अन्य क्विनोलन एंटीबायोटिक्स से (जैसे सिप्रोफ्लोक्सासिन, लिवो फ्लॉक्सासिन) या फिर आपको अन्य प्रकार की एलर्जी होती है। इस उत्पाद में असक्रिय सामग्रियां होती हैं, इनकी वजह से एलर्जिक रिएक्शन या अन्य समस्याएं हो सकती हैं। अपने फार्मसिस्ट से इससे जुडी अन्य जानकारियों के बारे में बात करें।
इस दवा को इस्तेमाल करने से पहले, अपने डॉक्टर या फार्मासिस्ट से इसकी मेडिकल हिस्ट्री के बारे में बात करें। खासकर : मिर्गी विकार, स्थिति जो मिर्गी बढ़ा देती है (जैसे मस्तिष्क/ सर की चोट, ब्रेन ट्यूमर), तंत्रिका समस्या (जैसे पेरीफेरल न्यूरोपैथी), किडनी रोग, लिवर रोग, मस्तिष्क/मूड विकार (जैसे डिप्रेशन), मायस्थेनिया ग्रेविस, जोड़ों/टेंडन समस्या (जैसे टेंडनाइटीस, बुरसिटिस)।
ओफ्लॉक्सासिन स्थिति पैदा कर सकती है जो ह्रदय की गति (क्यूटी प्रोलोंगेशन) को प्रभावित करती है। क्यूटी प्रोलोंगेशन शायद ही गंभीर (कभी-कभी घातक) तेज/ अनियमित दिल की धड़कन और अन्य लक्षण (जैसे गंभीर चक्कर आना, बेहोशी) पैदा कर सकता है, जिसमें तुरंत चिकित्सा की आवश्यकता होती है। क्यूटी प्रोलोंगेशन का जोखिम बढ़ सकता है अगर आपकी कुछ चिकित्सीय स्थिति है या फिर आप अन्य दवाइयां ले रहे हैं जो कि क्यूटी प्रोलोंगेशन का कारण बन सकती हैं। ओफ्लॉक्सासिन का इस्तेमाल करने से पहले, जो भी आप ले रहे हैं, अपने डॉक्टर या फार्मासिस्ट को सभी दवाइयों के बारे में बताएं। साथ ही नीचे बताई गई किसी भी प्रकार की स्थिति अगर है तो उसके बारे में भी डॉक्टर को बताएं
जैसे : कुछ प्रकार की ह्रदय समस्याएं (हार्ट फेलियर, धीमी धड़कन, ईकेजी में क्यूटी प्रोलोंगेशन), कुछ प्रकार की ह्रदय समस्या जो परिवार में हुई हो (ईकेजी में क्यूटी प्रोलोंगेशन, अकस्मात कार्डियक मृत्यु)
खून में पोटेशियम या मैग्नीशियम का कम स्तर होने से भी क्यूटी प्रोलोंगेशन का जोखिम बढ़ सकता है। यह जोखिम बढ़ सकता है अगर आप कुछ दवाइयों का इस्तेमाल कर रहे हैं (जैसे डियूरेटिक्स/वाॅटर पिल्स) या फिर अगर आपको कोई स्थिति है जैसे गंभीर रूप से पसीना, डायरिया, या उल्टी। ओफ्लॉक्सासिन के सुरक्षित रूप से इस्तेमाल के बारे में अपने डॉक्टर को बताएं।
यह दवा ब्लड शुगर में गंभीर परिवर्तन का कारण बन सकती है, खासकर अगर आपको मधुमेह है। ब्लड शुगर की रोजाना जांच करें और फिर इसके परिणामों को डॉक्टर के साथ साझा करें। हाई ब्लड शुगर के लक्षणों का ध्यान रखें जैसे, प्यास ज्यादा लगना/यूरिन ज्यादा आना। साथ ही लो ब्लड शुगर के लक्षणों का भी ध्यान रखें जैसे एकदम से पसीना आना, कंपकंपाना, तेज ह्रदय गति, भूख, आंखों की रोशनी में धुंधलापन, चक्कर या पैर/हाथ मुड़ना।
अगर आप अपने साथ ग्लूकोज की टैबलेट रखते हैं तो ये अच्छी आदत है। शुगर से जुड़ी चीजों जैसे शुगर टैबलेट, शहद, टॉफी, या फलों का जूस या नॉन डाइट सोडा, को लेने से ब्लड शुगर के स्तर में इजाफा होता है। लो ब्लड शुगर से बचने के लिए, रोजाना सही आहार खाएं, आहार एक भी समय का न छोड़ें। आपका डॉक्टर आपको अन्य एंटीबायोटिक्स दे सकता है या फिर अगर कोई भी रिएक्शन दिखाई देता है तो डॉक्टर डायबिटीज की दवाइयों में फेरबदल करेगा।
ये दवाइयों से आपको चक्कर आ सकते हैं। तो वाहन न चलाएं, मशीन का कार्य न करें, या ऐसी कोई गतिविधि न करें जिसमें ध्यान लगाने की आवश्यकता होती है तब तक जब तक आप सुरक्षित रूप से गतिविधियों को करने में सक्षम न हो। शराब जैसे पेय पदार्थों का सेवन कम करें।
जब तक आपका डॉक्टर आपको न कहे तब तक इस दवाई का इस्तेमाल करने के दौरान इम्युनाइजेशन/वैक्सिनेशन न करवाएं।
इस दवाई से आपकी सूरज के प्रति सवेदनशीलता बढ़ सकती है। इस दवाई को इस्तेमाल करने के दौरान धूप में कम जाएं। जब भी आप बाहर जाएं तो सनस्क्रीन और फूल बाजू के कपडे़ पहनें। अगर आपको सनबर्न हो या छाले या त्वचा पर लालिमा हो जाती है तो तभी अपने डॉक्टर को बताएं।
सर्जरी से पहले, जिस उत्पाद का आप इस्तेमाल कर रहे हैं उसके बारे में डॉक्टर या डेंटिस्ट को जरूर बताएं (जैसे सलाह से दी गई दवा, बिना सलाह से दी गई दवा, और हर्बल उत्पाद)
इस दवा के साइड इफेक्ट्स से बच्चे बेहद संवेदनशील हो सकते हैं खासकर जोड़ों/टेंडन की समस्या (खासकर अगर वो कॉर्टिकॉस्टेरॉइड्स ले रहे हैं)।
क्या प्रेग्नेंसी या ब्रेस्टफीडिंग के दौरान ओफ्लॉक्सासिन लेना सुरक्षित है?
प्रेग्नेंसी के दौरान या स्तनपान कराने के दौरान ओफ्लॉक्सासिन इस्तेमाल करने से होने वाले जोखिम के ऊपर ऐसी कोई स्टडी अभी मौजूद नहीं है। कृपया आप ओफ्लॉक्सासिन के इस्तेमाल से होने वाले लाभ और होने वाले नुकसान के बारे में अपने डॉक्टर से सलाह लें। यूएस फूड और ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एफडीए) के अनुसार ओफ्लॉक्सासिन प्रेग्नेंसी जोखिम वर्गीकरण C में आती है। एफडीए प्रेग्नेंसी जोखिम वर्गीकरण निम्नलिखित है:
- A = कोई जोखिम नहीं
- B = कुछ स्टडी में कोई जोखिम नहीं
- C = कुछ जोखिम हो सकता है
- D = जोखिम के सकारात्मक सबूत
- X = निषेध
- N = कोई जानकारी नहीं
ओफ्लॉक्सासिन के क्या साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं?
पेट खराब, मतली, डायरिया, सिर दर्द, चक्कर, सिर हल्का लगना और सोने में दिक्कत जैसी परेशानियां हो सकती हैं। अगर इनमें से कोई भी लक्षण लगातार जारी रहता है या बिगड़ता है, तो अपने डॉक्टर या फार्मासिस्ट को बताएं। ध्यान रखें ये दवा आप डॉक्टर की सलाह से ले रहे हैं क्योंकि वो बेहद अच्छे से जानती या जानता है कि इसके लाभ साइड इफेक्ट्स के जोखिमों से कई ज्यादा हैं। कई लोग जो इस दवा का उपयोग करते हैं उन्हें गंभीर साइड इफेक्ट्स नहीं होते।
अपने डॉक्टर को जरूर बताएं अगर इनमें से कोई भी गंभीर साइड इफेक्ट्स दिखाई देते हैं जैसे : आसानी से छाले होना/ब्लीडिंग, नए संक्रमण का लक्षण (जैसे नया/लगातार बुखार, लगातार गले में खराश), किडनी रोग के लक्षण (जैसे पेशाब की मात्रा में बदलाव), लिवर रोग के लक्षण (जैसे असामान्य थकान होना, पेट/पेडू में दर्द, लगातार मतली/उलटी, पीली आंखें/त्वचा होना, गहरे रंग की यूरिन पास होना)। इसके उपयोग से कई मरीजों में दौरे और पैरिफेरल न्यूरोपेथी जैसी समस्याएं भी देखी गई हैं।
अगर आपको इनमें से कोई भी गंभीर साइड इफेक्ट्स दिखाई देते हैं तो मेडिकल जांच जरूर करवाएं जैसे ; सुनने में बदलाव होना, अस्थिरता, गंभीर चक्कर आना, बेहोशी, तेज/अनियमित धड़कन।
एक प्रकार के प्रतिरोधी बैक्टीरिया के कारण ये दवाई कभी-कभी गंभीर आंत की स्थिति का कारण बन सकती है (क्लोस्ट्रीडियम डिफिसाइल- जो डायरिया से जुडी होती है)। ये स्थिति ट्रीटमेंट के दौरान देखने को मिल सकती है या इलाज बंद होने के हफ्ते बाद या महीने बाद भी दिखाई दे सकती है। अपने डॉक्टर को बताएं अगर आपको ये स्थितियां दिखाई देती है जैसे : लगातार डायरिया, पेडू या पेट में दर्द/ऐंठन, स्टूल में ब्लड/म्यूकस आना।
अगर आपको इनमें से कोई भी लक्षण दिखाई देते हैं तो एंटी-डायरिया उत्पाद या नारकोटिक दर्द की दवा न लें क्योंकि इन उत्पादों से स्थिति बिगड़ सकती है।
इन दवाइयों का लंबे समय तक इस्तेमाल करने से या बार-बार उपयोग करने से मुंह खराब हो सकता है या इंफेक्शन हो सकता है। अगर आपको मुंह में सफेद धब्बे वजायनल डिस्चार्ज में बदलाव दिखाई देता है या अन्य कोई लक्षण दिखाई देते हैं तो अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
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इस दवा से शायद ही बेहद गंभीर एलर्जिक रिएक्शन होता है। हालांकि, अगर आपको एलर्जिक रिएक्शन से जुड़े कोई भी लक्षण दिखाई देते हैं जैसे रैशेस/सूजन (खासकर चेहरे/जीभ/ गले में), गंभीर रूप से चक्कर आना, सांस लेने में दिक्कत तो मेडिकल जांच जरूर करवाएं।
यह संभावित दुष्प्रभावों की पूरी सूची नहीं है। यदि आप ऊपर बताए गए अन्य प्रभावों को नोटिस करते हैं, तो अपने डॉक्टर या फार्मासिस्ट से संपर्क करें।
कौन सी दवाएं ओफ्लॉक्सासिन के साथ इस्तेमाल नहीं की जा सकती हैं?
कुछ उत्पाद जो इस दवा के साथ इस्तेमाल नहीं किये जा सकते जैसे : “खून पतला होना’ (जैसे सीनोकोमरोल, वार्फरिन), स्ट्रोंटियम। ओफ्लॉक्सासिन के अलावा कई दवाएं ह्रदय की गति को प्रभावित कर सकती है (क्यूटी प्रोलोगेशन), जैसे डॉफेटिलाइड, प्रोकेनामाइड, अमिओडेरों, क्विनडाइन, सोटालोल, आदि। हालांकि अधिकांश एंटीबायोटिक गोलियां हार्मोनल जन्म नियंत्रण को प्रभावित करने की संभावना कम होती है जैसे पिल्स, पैचेस, या अंगूठी, कुछ एंटीबायोटिक्स (जैसे रिफाम्पिन, रिफाब्यूटिन) उनकी प्रभावशीलता को कम कर सकते हैं। इससे गर्भधारण हो सकता है। यदि आप हार्मोनल जन्म नियंत्रण का उपयोग करते हैं, तो अधिक जानकारी के लिए अपने चिकित्सक या फार्मासिस्ट से पूछें।
ओफ्लॉक्सासिन लिवोफ़्लॉक्सासिन के काफी समान होता है। ओफ्लॉक्सासिन करते समय लिवोफ़्लॉक्सासिन से बनी दवाओं का इस्तेमाल न करें। ये दवाइयां कुछ प्रकर के लेबोरेटरी टेस्ट (जैसे ओपिएट्स के लिए यूरीन स्क्रीनिंग) के साथ इस्तेमाल नहीं की जा सकती है, संभावित रूप से गलत परिणामों का कारण बन सकती है। इस बात का ध्यान रखें कि आपके डॉक्टर और लेबोरेटरी जानकार को पता हो कि आप ये दवाइयों का इस्तेमाल कर रहे हैं।
अभी आप जो भी दवाइयां ले रहे हैं उसे ओफ्लॉक्सासिन के साथ इस्तेमाल नहीं करना चाहिए, इससे दवाई के कार्य करने के प्रभाव पर असर पड़ सकता है और गंभीर साइड इफेक्ट्स का जोखिम बढ़ सकता है। किसी भी दवा के गलत प्रभाव को रोकने के लिए, आपको इस्तेमाल की जाने वाली दवाओं की एक सूची बनाकर रख लेनी चाहिए (जिनमें डॉक्टर के पर्चे की दवाएं, बिना सलाह वाली दवाएं और हर्बल उत्पाद शामिल हैं) और फिर उसे डॉक्टर या फार्मासिस्ट के साथ साझा करें। आपकी सुरक्षा के लिए, बिना डॉक्टर की सलाह लिए कोई भी दवा अपने आप शुरू, बंद या खुराक में बदलाव न करें।
क्या भोजन और एल्कोहॉल के साथ ओफ्लॉक्सासिन का इस्तेमाल किया जा सकता है?
ओफ्लॉक्सासिन दवा के काम करने के तरीके को बदलकर या गंभीर दुष्प्रभावों के लिए जोखिम को बढ़ाकर भोजन या एल्कोहॉल के साथ गलत प्रभाव डाल सकती है। इस दवा को लेने से पहले भोजन या एल्कोहॉल के साथ किसी भी तरह के सही परिणाम नहीं दिखाई देते हैं तो अपने डॉक्टर या फार्मासिस्ट से जरूर बात करें।
ओफ्लॉक्सासिन खाने से स्वास्थ्य पर किस तरह का प्रभाव पड़ सकता है?
ओफ्लॉक्सासिन आपकी स्वास्थ्य स्थिति पर गलत प्रभाव डाल सकती है। यह प्रभाव आपकी स्वास्थ्य स्थिति को बिगाड़ सकता है या फिर दवाई के कार्य करने के तरीके को कम कर सकता है। जरूरी है कि आप अपनी स्वास्थ्य स्थिति को डॉक्टर और फार्मासिस्ट को बताएं।
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डॉक्टर की सलाह
नीचे दी गई जानकारी किसी चिकित्सक की सलाह नहीं है। इसका इस्तेमाल करने से पहले अपने चिकित्सक या फार्मासिस्ट से संपर्क करें।
ओफ्लॉक्सासिन कैसे उपलब्ध है?
ओफ्लॉक्सासिन निम्म रूप में उपलब्ध है :
- खाने के रूप में ली जाने वाली टैबलेट
- इंट्रावीनस साॅल्यूशन
इमरजेंसी या ओवरडोज होने की स्थिति में क्या करना चाहिए?
इमरजेंसी या ओवरडोज होने की स्थिति में अपने स्थानीय आपातकालीन सेवाओं को कॉल करें या अपने नजदीकी इमरजेंसी वॉर्ड में जाएं।
अगर एक खुराक लेना भूल जाएं तो क्या करना चाहिए?
अगर ओफ्लॉक्सासिन की खुराक लेना भूल जाते हैं तो याद आने पर जल्द से जल्द अपनी खुराक लें। हालांकि, अगर इसके कुछ ही समय बाद आपको अपनी अगली खुराक लेनी हो तो इसे न लें और अपनी नियमित खुराक के अनुसार ही इसका सेवन करते रहें।
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