के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya
ज्यादातर इस दवा का इस्तेमाल पेट संबंधी परेशानियों से निजात पाने के लिए किया जाता है। अपच, असहज महसूस करने के साथ इनडायजेशन की समस्या में डॉक्टर इस दवा के इस्तेमाल करने की सलाह देते हैं, लेकिन दवा का इस्तेमाल करने से कुछ दुष्परिणाम भी देखने को मिलते हैं। उनमें काला मल होने के साथ पेट दर्द जैसी समस्या का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में यदि कोई ब्लीडिंग की समस्या से ग्रसित है तो उसे इस दवा के सेवन की सलाह नहीं दी जाती है।
इस दवा को एक्टीवेटेड चारकोल 75 एमजी, फंगल डायस्टेस 100 एमजी और पापेन 60 एमजी के मिश्रण से इसे तैयार किया जाता है।
युनिएंजाइम ऐसे करता है काम : इस दवा के काम की बात की जाए तो इसमें एक्टिवेटेड चारकोल, फंगल डायस्टेस और पापेन जैसे तत्व होते हैं। ये तत्व कार्बोहाइड्रेड जैसे तत्वों को तोड़ने के साथ खाने को पचाने में मददगार होते हैं। इसके अलावा पापेन प्रोटीन को तोड़ने के साथ खाने को पचाने में मदद करता है। जहां तक एक्टीवेटेड चारकोल की बात है तो यह शरीर के लिए गैर उपयोगी टॉक्सिक तत्वों की पहचान कर उसे शरीर से निकालने का काम करता है।
युनिएंजाइम टेबलेट स्टमक एसिड को बैलेंस करने में मददगार होती है। वहीं अतिरिक्त एसिड को शरीर ने निकाल देती है।
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डॉक्टर मरीज की उम्र, हाइट, वजन और मेंटल स्टेट को देखने के साथ एलर्जिक हिस्ट्री और हेल्थ को देखने के बाद ही दवा के डोज से संबंधित निर्णय लेता है। सामान्य व्यस्क को 50 से 100 एमजी टेबलेट दिन में एक से दो बार लेने की सलाह दी जाती है। वहीं बच्चों के केस में पीडिएट्रिक से सलाह लेने की बात कही जाती है। लंबे समय तक दवा का इस्तेमाल करने की सलाह नहीं दी जाती है। यदि कोई ऐसा करता भी है तो उसे हमेशा डॉक्टर के संपर्क में रहने की बात कही जाती है।
ओवरडोज होने की स्थिति में : यदि आप सामान्य से ज्यादा दवा का सेवन कर लें तो हो सकता है कि आपको विभिन्न प्रकार के लक्षण दिखाई दें। जैसे जी मिचलाना, कंफ्यूजन, नींद न आना, ऐसी परिस्थितियों में आपको डॉक्टरी सलाह की जरूरत पड़ सकती है। किसी मे ऐसे लक्षण दिखें तो उसे डॉक्टरी सलाह लेनी चाहिए।
डोज मिस कर देने पर : यदि कोई डोज मिस कर देता है तो उस स्थिति में जितना संभव हो उतनी जल्दी दवा का सेवन कर लेना चाहिए। यदि दूसरे डोज का समय नजदीक आ जाए तो दवा का सेवन न कर दूसरे डोज के समय से निर्धारित समय पर दवा का सेवन करना चाहिए। कोशिश यही रहनी चाहिए कि डोज मिस न होने पाए।
एक्सपायरी दवा खा लें तो : यदि कोई एक्सपायर हो चुकी दवा खा ले तो उस स्थिति में हालत बद से बदतर हो सकती है। वहीं लक्षणों को ध्यान देकर तुरंत डॉक्टरी सलाह लेनी चाहिए। कोशिश यही रहनी चाहिए कि हम एक्सपायरी दवा का सेवन कतई न करें।
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