इन लक्षणों के दिखाई देने पर व्यक्ति को अपना खास ध्यान रखने की जरूरत पड़ती है, इसलिए समय रहते सायकोलॉजिस्ट या साइकियाट्रिस्ट से संपर्क करना जरूरी माना जाता है। टाइप वन डायबिटीज में मेंटल हेल्थ (Mental health in Type 1 diabetes) का ध्यान रखने के लिए व्यक्ति को साइकोलॉजिकल सेशन लेने की भी जरूरत पड़ सकती है, इसलिए परिवार के सपोर्ट के साथ व्यक्ति इन सेशन के जरिए अपनी मेंटल हेल्थ (Mental health) सुधार सकता है।
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टाइप वन डायबिटीज में मेंटल हेल्थ : इस तरह मिल सकती है मदद
टाइप वन डायबिटीज में मेंटल हेल्थ (Mental health in Type 1 diabetes) का ध्यान रखने के लिए आपको मेटाबॉलिक कंट्रोल, फिटनेस लेवल बढ़ाने और वेट लॉस पर ज्यादा ध्यान देने की जरूरत पड़ती है। जब आपकी लाइफस्टाइल बेहतर होती है, तो आपकी मेंटल हेल्थ समय के साथ बेहतर होती चली जाती है। साथ ही साथ साइकोथेरेपी और कॉग्निटिव बिहेवियर थेरेपी की मदद से टाइप वन डायबिटीज (Type 1 diabetes) है मेंटल हेल्थ को बेहतर बनाया जा सकता है। साथ ही साथ यदि व्यक्ति को टाइप वन डायबिटीज में मेंटल हेल्थ (Mental health) से जुड़ी समस्याएं हो रही है, तो लाइफस्टाइल में बदलाव के साथ-साथ कुछ दवाओं का भी इस्तेमाल किया जा सकता है, जो डिप्रेशन से संबंधित लक्षणों पर बेहद कारगर साबित होती हैं।
डायबिटीज को नियंत्रित करने के लिए जिस तरह आप डॉक्टर से संपर्क में बने रहते हैं, उसी तरह मेंटल हेल्थ (Mental health) का ध्यान रखने के लिए आपको डॉक्टर से संपर्क में रहना चाहिए। साथ हाई साथ आपको अपने खान-पान की आदतों में सुधार करके एक्सरसाइज करना चाहिए, जिससे आपके शारीरिक स्वास्थ्य के साथ-साथ मानसिक स्वास्थ्य पर भी पॉजिटिव प्रभाव पड़े। इसलिए समय-समय पर डॉक्टर से चेकअप करवाएं और बिहेवियरल थेरेपी लेने से पीछे ना हटें।