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अगर आप किसी क्लीनिक में जाते हैं और आपको आपके नाम के माध्यम से बुलाने की वजह है मधुमेह का रोगी कहा जाए तो क्या आपको अच्छा लगेगा? यकीन नहीं। आपको अपनी पहचान में अपना नाम सुनना ही पसंद है ना कि डायबिटीज पेशेंट। ऐसी ही कई और छोटी-छोटी बातें होती हैं, जो डायबिटीज पेशेंट को बुरी लग सकती हैं। अगर आपके घर में कोई डायबिटीज पेशेंट है, तो बेहतर होगा कि अपनी भाषा पर बहुत ध्यान दें और ऐसे किसी भी शब्द का इस्तेमाल ना करें, जो उन्हें बुरा लग सकता है। शब्द शक्तिशाली हथियार की तरह होते हैं, जिनका इस्तेमाल स्वास्थ्य देखभाल करने वाले लोगों द्वारा मधुमेह से पीड़ित लोगों को सशक्त बनाने या उन्हें डिमोवेट करने के लिए भी किया जा सकता हैं।
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डायबिटीज की बीमारी का सामना किसी भी व्यक्ति को करना पड़ सकता है। भारत में डायबिटीज के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। ऐसे में पेशेंट्स की संख्या बहुत बढ़ गई है। ना केवल हेल्थ केयर प्रोवाइडर को बल्कि डायबिटीज से पीड़ित व्यक्ति के घर वालों को भी कई छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखना होगा, जिससे कि मधुमेह से पीड़ित रोगियों को स्ट्रेंथ मिल सके। ऐसी किसी भी भाषा का इस्तेमाल ना करें, जिससे कि वह डीमोटिवेट हो जाए। भले ही दवाएं अपना काम करती हो लेकिन आपका अच्छा व्यवहार भी लोगों को मोटिवेट कर सकता है और वह जल्द ठीक भी हो सकते हैं। कुछ बातों का ध्यान रखा जाए, तो डायबिटीज पेशेंट भी एक नॉर्मल लाइफ जी सकते हैं।
इस आर्टिकल में हमने आपको डायबिटीज केयर के लिए लैंग्वेज (The Use of Language in Diabetes Care) को लेकर जानकारी दी है। उम्मीद है आपको हैलो हेल्थ की ओर से दी हुई जानकारियां पसंद आई होंगी। अगर आपको इस संबंध में अधिक जानकारी चाहिए, तो हमसे जरूर पूछें। हम आपके सवालों के जवाब मेडिकल एक्स्पर्ट्स द्वारा दिलाने की कोशिश करेंगे।