विटामिन-ई (Vitamin E) का इस्तेमाल किस लिए किया जाता है?
विटामिन ई एक एंटी-ऑक्सिडेंट है, जो प्राकृतिक रूप से नट्स, बीज और पत्तेदार हरी सब्जियों जैसे खाद्य पदार्थों में पाया जाता है। यह वसा में घुलनशील होता है, जो शरीर में कई प्रक्रियाओं के लिए महत्वपूर्ण है। इसका उपयोग विटामिन ई की कमी के उपचार या रोकथाम के लिए किया जाता है। वहीं कुछ बीमारियों में यह लोगों को अतिरिक्त विटामिन- ई की आवश्यकता को पूरा करने के लिए भी यह उपयोगी है। यह मूवमेंट डिसऑर्डर एटाक्सिया (Ataxia) के उपचार में मददगार है।
मुझे विटामिन-ई (Vitamin E) का इस्तेमाल कैसे करना चाहिए?
विटामिन ई उत्पादों का उपयोग लेबल या डॉक्टर के द्वारा दिए गए निर्देश के अनुसार ही करें। डॉक्टर द्वारा बताई गई मात्रा का ही प्रयोग करें, न ज्यादा न कम।
विटामिन ई (Vitamin E) को खाने के साथ लिया जाए तो यह ज्यादा प्रभावी होता है।
अगर दवा का इस्तेमाल सिरप के रूप में कर रहे हैं, तो उसे हमेशा डोजिंग सिरिंज या उसके साथ दिए गए मापने वाले चम्मच से ही दवा की खुराक लें। दवा की खुराक उतनी ही लें जितनी आपके डॉक्टर ने निर्धारित की है। यदि आपके पास खुराक-मापने वाला उपकरण नहीं है, तो इसके लिए अपने फार्मासिस्ट से पूछें।
कृत्रिम रूप से लिक्विड मीठी दवा में फेनिलएलनिन (Phenylalanine) हो सकता है। यदि आपको फेनिलकीटोन्यूरिया (Phenylketonuria) (PKU) है, तो दवा पर लगे लेबल की जांच करें।
विटामिन-ई की निर्धारित खुराक उम्र के हिसाब से बढ़ाई जा सकती है। अपने डॉक्टर के निर्देशों का पालन करें।
यदि आपको सर्जरी या चिकित्सा प्रक्रिया की आवश्यकता है, तो समय से पहले ही अपने सर्जन को बताएं कि आप विटामिन-ई का उपयोग कर रहे हैं। हो सकता है आपको थोड़े समय के लिए दवा का उपयोग बंद करना पड़े।
मैं विटामिन-ई (Vitamin E) को कैसे स्टोर करूं?
विटामिन-ई (Vitamin E) को हमेशा रूम टेम्प्रेचर पर ही स्टोर करें। इसे धूप के सीधे प्रकाश या नमी से दूर रखें। विटामिन-ई के अलग-अलग ब्रांड हो सकते हैं, जिनको स्टोर करने के दिशा-निर्देश भी अलग-अलग हो सकते हैं। स्टोर करने के लिए दवा के पैकेज पर लिखे जरूरी निर्देशों को अच्छे से पढ़ें या फिर अपने डॉक्टर से इसके बारे में पूछें। सुरक्षा के लिए, आपको सभी दवाओं को बच्चों और पालतू जानवरों से दूर रखना चाहिए।
दवा का इस्तेमाल न करने पर या उसके एक्सपायर होने पर, डॉक्टर के निर्देश के बिना इसे न ही टॉयलेट में फ्लश करें और न ही नाली में फेकें। सुरक्षित रूप से दवा को नष्ट करने के बारे में अपने फार्मासिस्ट से परामर्श करें।
विटामिन-ई (Vitamin E) का इस्तेमाल करने से पहले मुझे क्या पता होना चाहिए?
अगर आप बिना किसी प्रिस्क्रिप्शन के इस डायट्री सप्लिमेंट को ले रहे हैं, तो लेबल पर दी गई सूचना और सावधानी को ध्यान से पढ़ें। इस डायट्री सप्लिमेंट को लेने से पहले इन बातों का ध्यान रखना चाहिए-
एलर्जी
अपने डॉक्टर को बताएं कि क्या आपको कभी-भी इस दवा या किसी अन्य दवा से किसी तरह की एलर्जी या रिएक्शन हुआ है। आपको किसी अन्य तरह की एलर्जी हो या किसी विशेष चीज से एलर्जी (जैसे-खाद्य पदार्थ, डाई या जानवर) हो तो भी डॉक्टर को बताएं। बिना प्रिस्क्रिप्शन के उत्पादों के लिए, लेबल या पैकेज पर लिखी सामग्री को ध्यान से पढ़ें।
बाल-चिकित्सा
डॉक्टर द्वारा निर्धारित प्रतिदिन मात्रा के सेवन से बच्चों में किसी तरह की समस्या नहीं देखी गई है। बच्चे को यह डायट्री सप्लिमेंट देने से पहले अपने डॉक्टर से जरूर बात करें क्योंकि हो सकता है डॉक्टर बच्चे के लिए विटामिन-ई के किसी अन्य तरीके को निर्देशित करे। कुछ अध्ययनों से पता चला है कि समय से पहले जन्मे शिशुओं में विटामिन-ई (Vitamin E) का स्तर कम हो सकता है। इसके लिए डॉक्टर विटामिन-ई सप्लिमेंट निर्देशित कर सकते हैं
वृद्ध-चिकित्सा
डॉक्टर द्वारा बताई गई प्रतिदिन एक निश्चित मात्रा के सेवन से बुजुर्गों में किसी तरह की समस्या नहीं देखी गई है।
क्या प्रेग्नेंसी या ब्रेस्टफीडिंग के दौरान विटामिन-ई (Vitamin E) लेना सुरक्षित है?
प्रेग्नेंसी या स्तनपान के दौरान विटामिन-ई का इस्तेमाल करने से महिलाओं को किस तरह की परेशानियां हो सकती हैं, इसके बारे में अभी कोई खास जानकारी नहीं है। ऐसे में इसके इस्तेमाल से पहले हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।
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विटामिन-ई (Vitamin E) के क्या साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं?
विटामिन ई ज्यादातर हेल्दी लोगों के लिए सेफ होता है, जब वे इसे टैबलेट के रूप में लेते हैं या स्किन पर अप्लाई करते हैं। ज्यादातर लोगों में इसका कोई साइड इफेक्ट्स नहीं देखा गया है जब इसे डेली डोज के रूप में लेते हैं जो कि 15mg है। इसका सबसे कॉमन और सीरियस साइड इफेक्ट्स ब्लीडिंग है।
शिशुओं में, विटामिन ई आंतों के एक खतरनाक डिफेक्ट का कारण बन सकता है जिसे नेक्रोटाइजिंग एंटरोकोलाइटिस (एनईसी) कहा जाता है।
यदि आपको एलर्जी रिएक्शन के इन लक्षणों में से कोई भी दिखे, तो तुरंत चिकित्सा सहायता प्राप्त करें: पित्ती, सांस लेने मे तकलीफ, आपके चेहरे, होंठ, जीभ या गले में सूजन। निम्नलिखित लक्षण नजर आने पर विटामिन-ई का उपयोग बंद कर दें और अपने डॉक्टर से परामर्श तुरंत सलाह करें-
- सिरदर्द, चक्कर आना, देखने में कोई समस्या
- असामान्य कमजोरी या थकान महसूस करना
- डायरिया, पेट में ऐंठन
- जल्दी चोट लग जाना या खून निकलना जैसे-नाक या जबड़ों से खून निकलना
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कुछ हल्के-फुल्के दुष्प्रभाव जैसे:
- जी मिचलाना,
- थकान महसूस करना
- हल्का सिरदर्द
हालांकि दवा का इस्तेमाल करने वाले सभी लोगों में ये लक्षण नजर आए ऐसा जरूरी नहीं है। कुछ साइड इफेक्ट्स ऐसे भी हैं, जिनके बारे में यहां पर नहीं बताया गया है। अगर आपको इससे होने वाले किसी भी तरह के साइड इफेक्ट को लेकर कोई सवाल है, तो आपने डॉक्टर से संपर्क करें।
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कौन-सी दवाएं विटामिन-ई (Vitamin E) के साथ इस्तेमाल नहीं की जा सकती हैं?
विटामिन-ई का उपयोग अन्य दवाओं के साथ किया जा सकता है, लेकिन हो सकता है कि इसके उपयोग से वर्तमान में ली जाने वाली दवा के असर पर प्रभाव पड़े या गंभीर साइड इफेक्ट्स का खतरा भी सकता है। किसी भी तरह के बुरे प्रभाव से बचने के लिए आपको उन सभी दवाओं की एक लिस्ट रखनी चाहिए जिनका आप उपयोग कर रहे हैं (जिसमें डॉक्टर के पर्चे वाली दवाएं, गैर-पर्चे वाली दवाएं और हर्बल प्रोडक्ट्स शामिल हैं) और इसे अपने डॉक्टर और फार्मासिस्ट को दिखाएं। अपनी सुरक्षा के लिए, अपने डॉक्टर की स्वीकृति के बिना किसी-भी दवा की खुराक को शुरू न करें, ना ही दवा लेना बंद करें और ना ही खुराक को बदले। निम्न में से किसी भी दवा के साथ इस डायट्री सप्लिमेंट का उपयोग करना आमतौर पर निर्देशित नहीं किया जाता है, लेकिन कुछ स्थितियों में यह आवश्यक भी हो सकता है। यदि दोनों दवाएं एक साथ दी जाती हैं, तो डॉक्टर आपकी दवा की खुराक, मात्रा या निर्धारित समय को बदल सकता है।
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डिकमरोल (Dicumarol)
निम्न में से किसी भी दवा के साथ इस डायट्री सप्लिमेंट का उपयोग करने से कुछ साइड इफेक्ट्स का खतरा बढ़ सकता है, लेकिन दोनों दवाओं का उपयोग करना आपके लिए एक अच्छा उपचार भी साबित हो सकता है। यदि दोनों दवाएं एक साथ निर्धारित की जाती हैं, तो आपका डॉक्टर खुराक की मात्रा या समय बदल सकता है।
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वाफरिन (Warfarin)
क्या भोजन या एल्कोहॉल के साथ विटामिन-ई (Vitamin E) का इस्तेमाल किया जा सकता है?
अगर किसी भी भोजन या एल्कोहॉल के साथ विटामिन-ई का सेवन कर रहें हैं, तो अपने डॉक्टर को इसके बारे में बताएं। कुछ मामलों में इसके परिणाम खतरनाक साबित हो सकते हैं। दवा का उपयोग करने से पहले अपने डॉक्टर या फार्मासिस्ट से इस बात पर चर्चा करें।
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लंबे समय तक विटामिन-ई (Vitamin E) का हाई डोज लेने से स्वास्थ्य पर किस तरह का प्रभाव पड़ सकता है?
विटामिन-ई का ज्यादा सेवन आपके स्वास्थ्य की स्थिति को खराब कर सकता है। इससे आपकी स्वास्थ्य स्थिति या दवा के काम करने का तरीका बदल सकता है। इसका सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर और फार्मासिस्ट से अपने मौजूदा स्वास्थ्य स्थितियों के बारे में बात करें। इन स्थितियों में बरतें सावधानीः
- रक्तस्राव की समस्या – लंबे समय तक अगर हर दिन विटामिन ई की 800 (800 आईयू- इंटरनेशनल यूनिट) यूनिट से अधिक खुराक ली जाए तो ब्लीडिंग की स्थिति और खराब हो सकती है।
विटामिन-ई (Vitamin E) के फायदे-
विटामिन-ई की कमी से कई शारीरिक परेशानी शुरू हो सकती है, लेकिन विटामिन-ई के संतुलित मात्रा में सेवन करने से निम्नलिखित फायदे हो सकते हैं। जैसे:
कैंसर- नैशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इन्फॉर्मेशन (NCBI) के रिसर्च अनुसार विटामिन-ई में एंटी-कैंसर गुण होते हैं, जो कैंसर से बचाव करने में अहम भूमिका निभाता है। हालांकि अभी भी इस विषय पर रिसर्च जारी है।
हार्ट हेल्थ- हृदय और हृदय संबंधी किसी भी बीमारियों को दूर रखने के लिए विटामिन -ई युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन जरूर करना चाहिए। रिसर्च के अनुसार अगर आप हार्ट हेल्थ को हेल्दी बनाये रखने के लिए विटामिन-ई सप्लीमेंट्स का सेवन करते हैं, तो पहले अपने से सलाह लें।
आंख- आंखों को स्वस्थ्य बनाये रखने के लिए और बढ़ती उम्र में होने वाली आई प्रॉब्लम जैसे मोतियाबिंद या कोई अन्य बीमारी को दूर करने के लिए विटामिन-ई का सेवन बेहद लाभकारी माना जाता है।
स्किन- त्वचा को स्वस्थ्य बनाये रखने के लिए विटामिन-ई का सेवन जरूर करना चाहिए। अगर आपको ड्राय स्किन, एटॉपिक डर्मेटाइटिस या फिर कोई अन्य स्किन प्रॉब्लम को दूर किया जा सकता है।
इम्यून पावर- मिडलाइनप्लस डॉट जीओवी के रिसर्च अनुसार शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बनाये रखने के लिए विटामिन-ई बेहद आवश्यक होता है, क्योंकि विटामिन-ई वायरल और बैक्टीरियल इंफेक्शन से बचाव करने में कारगर होता है।
अगर आप विटामिन-ई (Vitamin E) या इसके सेवन से जुड़े किसी तरह के कोई सवाल का जवाब जानना चाहते हैं, तो विशेषज्ञों से समझना बेहतर होगा।
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