डॉ. मोंगा ने कहा कि, “दिल्ली, महाराष्ट्र, केरल, कर्नाटक, मध्य प्रदेश के शहरों में कोरोना के मामलों में कमी आई है, जबकि इन्हीं राज्यों के कस्बों और गांवों में कोरोना संक्रमण के मामालों में उछाल दर्ज किया गया है। रोजाना देखने में आ रहा है कि अब कस्बों और गांवों में कोरोना के नए हॉटस्पॉट बन रहे हैं। इसके लिए जरूरी है कि सरकार को इस कम्युनिटी स्प्रेड को रोकना होगा वरना भविष्य में स्थिति बद से बदतर होते देर नहीं लगेगी।”
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कोरोना संक्रमण की स्टेजेस क्या हैं? (Stages of Corona Spread)

कोरोना संक्रमण से साल 2020 की शुरुआत से ही पूरी दुनिया दो चार हो रही है। अगर बात की जाए कोरोना संक्रमण की तो पर्सन-टू-पर्सन फैल कर कोरोना वायरस एक महामारी का रूप ले चुका है। आइए जानते हैं कि कोरोना संक्रमण की स्टेजेस क्या हैं?
कोरोना संक्रमण स्टेजेस 1 : बीमारी से रुबरु होना
कोरोना संक्रमण स्टेजेस में पहले चरण में किसी भी देश में बीमारी यानी कि कोरोना वायरस से एक या दो लोग रुबरु होते हैं। भारत में ये स्टेड जनवरी से मार्च के बीच में पाई गई थी। जब सिर्फ 3 से 10 केस ही थे। इस स्टेज में कोरोना भारत में प्रवेश किया और कुछ ही लोगों को संक्रमित किया।
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कोरोना संक्रमण स्टेजेस 2 : लोकल ट्रांसमिशन
कोरोना संक्रमण स्टेजेस के दूसरे चरण में कोरोना वायरस लोकल लेवल पर फैलता है। कोरोना वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है। ये कोई भी हो सकता है, ट्रैवेल करने वाला सह यात्री या एक देश से दूसरे देश में आने वाले व्यक्ति। हालांकि, भारत में देखा गया है कि लोकल ट्रांसमिशन परिवार, दोस्त, सहकर्मी, पड़ोसी या उन लोगों में ज्यादा फैला है, जिनसे हम ज्यादतर मिला करते थे। इसी को देखते हुए 24 मार्च, 2020 को भारत में लॉकडाउन किया गया था, ताकि लोकल ट्रांसमिशन ना हो पाए। इसी के मद्देनजर सोशल डिस्टेंसिंग, कोविड-19 स्क्रिनिंग आदि की जा रही है। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) ने मार्च से लेकर जून तक भारत में लोकल ट्रांसमिशन की पुष्टि की है।