कोरोनावायरस की दवा लॉन्च करने की तैयारी कर रही है भारत की फार्मेसी कंपनी
भारत की फार्माच्यूटिकल कंपनी बायोकॉन ने कोरोना की दवा लॉन्च करने का दावा किया है। बायोकॉन के अनुसार बायोलॉजिकल ड्रग इटोलिजुमाब (Itolizumab) इंजेक्शन को लॉन्च करने की तैयारी की जा रही है। इस इटोलिजुमाब इंजेक्शन को ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया ने मंजूरी दे दी है। फिलहाल बायोकॉन दावा कर रही है कि इटोलिजुमाब के 25 मिलीलीटर इंजेक्शन का इस्तेमाल कोरोना से पीड़ित किसी गंभीर व्यक्ति के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है, जिससे गंभीर कोरोना मरीज भी आसानी से रिकवर हो सकते हैं। इटोलिजुमाब का इस्तेमाल साइटोकाइन सिंड्रोम (सांस लेने में समस्या) में किया जाता है। इसके साथ ही इस इंजेक्शन का इस्तेमाल सोरायसिस में भी किया जाता है।
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इटोलिजुमाब को कोरोना में क्यों इस्तेमाल किया जा रहा है?
इटोलिजुमाब को बायोलॉजिकल थेरिपी की तरह कोरोना मरीजों के इलाज में इस्तेमाल किया जा रहा है। जिन मरीजों में कोरोना के गंभीर मामले पाए जा रहे हैं, ये दवा उन मरीजों में पॉजिटिव रिकवरी को दिखा रही है। इटोलिजुमाब का इस्तेमाल ना सिर्फ भारत में बल्कि दुनिया के कई देशों में गंभीर कोरोना मरीजों को बचाने के लिए किया जा रहा है। कोरोना से ग्रसित व्यक्ति को सांस लेने की समस्या होती है, जिसे साइटोकाइन सिंड्रोम कहते हैं। साइटोकाइन सिंड्रोम किसी व्यक्ति में तब होता है, जब उसका इम्यून सिस्टम उसके खिलाफ ही रिएक्ट करने लगता है। ब्लड से होकर साइटोकाइन फेफड़े तक पहुंचते हैं और फेफड़ों को नुकसान पहुंचाने लगता है। इस स्थिति में फेफड़े से सांस लेने में मरीज को परेशानी होने लगती है।
कोरोनावायरस की दवा की कीमत क्या होगी?
कोरोनावायरस की दवा इटोलिजुमाब की कीमत लगभग 8,000 रुपए होगी। इटोलिजुमाब की एक बॉटल में 5 मिलीलीटर ही दवा होगी। वहीं, गंभीर मामालों में कोरोना के मरीजों के लिए इस दवा का 25 मिलीलीटर का इस्तेमाल किया जाता है। इस तरह से इस पूरी बायोलॉजिकल थेरिपी की कीमत 32,000 रुपए हो जाएगी।