बेसिक्स को जानें
आयरन टेस्ट (Iron Test) क्या है?
आयरन एक मिनरल है जो हमें कई तरह के खाने जैसे दाल, मीट और कई सप्लीमेंट्स से मिलता है। हमारे शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण के लिए आयरन की जरूरत पड़ती है। यह हमारे शरीर के हीमोग्लोबिन का भी अहम हिस्सा है। ऐसे में आयरन टेस्ट हमें बताता है कि हमारे शरीर में इसकी मात्रा अत्यधिक या कम तो नहीं है। इस टेस्ट की मदद से शरीर में खून की कमी यानी एनीमिया (anemia) जैसी बीमारियों को भी पता चल जाता है।
डॉक्टर आयरन टेस्ट कराने की तब सलाह देगा जब उन्हें यह जानना होगा कि आपके खून में आयरन की मात्रा कितनी है। इसके अलावा इस टेस्ट से यह भी पता लगाया जाता है कि शरीर में आयरन का चयापचय कितने अच्छे से हो रहा है। बता दें, हमारे शरीर में आयरन हीमोग्लोबिन के लिए बेहद जरूरी होता है। हीमोग्लोबिन लाल रक्त कोशिकाओं में एक पॅोटीन की तरह होता है जो शरीर में ऑक्सीजन का संचार करता है।
आपका डॉक्टर निम्न लक्षणों को देखकर आयरन टेस्ट (Iron Test) करा सकता है जैसे-
- बेवजह थकावट (Needless exhaustion)
- अत्यधिक कमजोरी (Extreme weakness)
- त्वचा का रंग बदलना (Skin color change)
- दिल की धड़कन बेवजह तेज होना (Heartbeat intensified)
- सिरदर्द (Headache)
- जोड़ो का दर्द (Joint pain)
- कमजोरी और उर्जा की कमी (Weakness and lack of energy)
- पेट में दर्द (Stomach ache)
अत्यधिक आयरन होने की स्थिति में उपरोक्त बताए लक्षण नजर आते हैं। यदि आप इससे जुड़ी अन्य कोई जानकारी पाना चाहते हैं तो अपने चिकित्सक से परामर्श करें।
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टेस्ट से जुड़ी जरूरी बातें
कितनी तरह का होता है आयरन ब्लड टेस्ट (Iron Blood Test)?
आयरन ब्लड टेस्ट (Iron Blood Test) कई तरह के होते हैं। इनके माध्यम से यह पता लगाया जा सकता है कि कितना आयरन आपके रक्त में प्रवाहित हो रहा है और कितना आपकी कोशिकाओं में संरक्षित है।
सीरम आयरन (Serum Iron) : इस टेस्ट में खून में आयरन की मात्रा का पता लगाया जाता है।
सीरम फेरीटिन (Serum ferritin): इस टेस्ट के माध्यम से शरीर में संरक्षित आयरन का पता लगाया जाता है। जब आप कमजोरी महसूस करते हैं तो आपका शरीर संरक्षित आयरन का इस्तेमाल करता है।
टीआईबीसी (Total iron-binding capacity): इस टेस्ट के माध्यम से पता लगाया जाता है कि आपके खून में कितना ट्रांसफेरिन प्रोटिन स्वतंत्र रूप से आयरन ले जाने के लिए मौजूद है। अगर टीआईबीसी का स्तर ज्यादा है, इसका सीधा मतलब है कि ट्रांसफेरिन प्रोटीन स्वतंत्र है और शरीर में आयरन की कमी है।
यूआईबीसी (Unsaturated iron-binding capacity): इस टेस्ट से पता लगाया जाता है कि आयरन से कितना ट्रांसफेरिन नहीं जुड़ा है।
ट्रांसफेरिन सैटूरेशन (Transferrin saturation) : इस टेस्ट से पता लगाया जाता है कि आयरन से कितना ट्रांसफेरिन जुड़ा है।
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ये जरूरी बाते जानें
आयरन टेस्ट (Iron Test) के पहले क्या तैयारी की जाती है?
इनमें से कुछ टेस्ट के 12 घंटे पहले तक कुछ नहीं खाया जाता। इसके बाद डॉक्टर सैंपल लेकर इसे लैब भेज देता है। इस टेस्ट के माध्यम से खून में आयरन के स्तर की जांच हो जाती है।
आयरन टेस्ट के दौरान
- रक्त के प्रवाह को रोकने के लिए बांह के उपरी हिस्से में एख बैंड लपेटा जाएगा। इससे बैंड के नीचे की नसें
- फूलने लगेंगी। ऐसा इसलिए किया जाता है क्योंकि इनमें से सुई डालना आसान होता है।
- अल्कोहल से सुई वाली जगह को साफ किया जाएगा।
- नस में सुई डालें।
- ब्लड को निकाल लें।
- पर्याप्त ब्लड निकल लेने के बाद बैंड को खोल दें।
- सुई को निकालें व उस जगह पर कॉटन पैड या रूई का टुकड़ा रखें।
इन कारणों के चलते किया जाता है आयरन टेस्ट (Iron Test)
- शरीर में आयरन की कमी होने के कारण एनीमिया की जांच करने के लिए
- पोषण संबंधी जांच करने के लिए
- कई बार यह आयरन और पोषण संबंधी उपचार कार्य कर रहा है या नहीं, यह पता लगाने के लिए भी किया जाता है
- हेमोक्रोमेटोसिस नामक स्थिति की जांच के लिए
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लक्षण
क्यों होती है खून में आयरन की कमी
शरीर को स्वस्थ रहने के लिए अन्य पोषक तत्वों के साथ-साथ आयरन की भी जरूरत होती है। आयरन ही शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं का निर्माण करता है। ये कोशिकाएं ही शरीर में हीमोग्लोबिन बनाने का काम करती हैं। हीमोग्लोबिन फेफड़ों से ऑक्सीजन लेकर रक्त में ऑक्सीजन पहुंचाता है। इसलिए आयरन की कमी से शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी हो जाती है और हीमोग्लोबिन कम होने से शरीर में ऑक्सीजन की कमी होने लगती है।
आयरन की कमी के लक्षण
वैसे तो व्यक्ति के रक्त में आयरन की कमी है या नहीं, इसके लिए हीमोग्लोबिन की जांच की जाती है। जांच में निकलने पर मान लिया जाता है कि व्यक्ति रक्त में आयरन की कमी का शिकार है। लेकिन व्यक्ति के शरीर में आने वाले कुछ बदलाव भी इसके लक्षण हो सकते हैं।
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कारण
शरीर में आयरन की कमी के निम्नलिखित कारण हो सकते हैं:
- डायट में आयरन युक्त पदार्थों की कमी (lack of iron in your diet)
- आप जिन चीजों का सेवन कर रहे हैं उनमें से ठीक से आयरन अवशोषित न होना (Trouble absorbing iron from foods you eat)
- खून की कमी (Blood loss)
- गर्भावस्था में भी आयरन की कमी हो सकती है (Pregnancy)
आयरन की कमी से शरीर रेड ब्लड सेल्स नहीं बना पाएगा। यदि आयरन का लेवल अत्यधिक कम है तो आपको एनीमिया हो सकता है। इसका मतलब है आपके शरीर में एक अंग से दूसरे अंग तक ऑक्सीजन को पहुंचाने के लिए पर्याप्त रेड ब्लड सेल्स नहीं हैं।
इस वजह से हो सकता है शरीर में अत्यधिक मात्रा में आयरन:
- अत्यधिक मात्रा में आयरन सप्लीमेंट्स लेना (Taking too many iron supplements)
- हेमोक्रोमेटोसिस (Hemochromatosis) एक ऐसी स्थिती है जिसमें आपका शरीर अत्यधिक आयरन को बाहर नहीं कर पाता है।
- ब्लड ट्रांसफ्यूजन (Blood transfusions)
अगर आपको अपनी समस्या को लेकर कोई सवाल है, तो कृपया अपने डॉक्टर से परामर्श लेना ना भूलें। हैलो हेल्थ किसी भी प्रकार की मेडिकल सलाह, निदान या सारवार नहीं देता है न ही इसके लिए जिम्मेदार है।
हम आशा करते हैं आपको हमारा यह लेख पसंद आया होगा। हैलो हेल्थ के इस आर्टिकल में आयरन ब्लड टेस्ट से जुड़ी ज्यादातर जानकारी देने की कोशिश की है, जो आपके काफी काम आ सकती हैं।
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