परिचय
शोल्डर रिप्लेसमेंट (Shoulder Replacement Surgery )क्या है?
शोल्डर रिप्लेसमेंट सर्जरी कंधे से संबंधित ऑपरेशन है। जिसमें कंधे के जोड़ को आर्टिफिशियल जोड़ से बदल दिया है। ऐसा करने से कंधे के दर्द और जकड़न से राहत मिलती है। हमारा कंधा एक गेंद और सॉकेट जैसा जोड़ है। हमारे बाजू का ऊपरी सिरा गेंद के आकार का होता है और ये कंधे के ब्लेड जो सॉकेट की तरह होता है। उसमें घुसा रहता है। ये जोड़ हमारे पूरे हाथ को घुमाने में मदद करता है। लेकिन कुछ स्वास्थ्य कारणों से इसमें दर्द या जकड़न हो जाती है। दवा से आराम न होने पर डॉक्टर शोल्डर रिप्लेसमेंट सर्जरी कराने की सलाह देते हैं।
यह भी पढ़ें : Osteoarthritis :ऑस्टियोअर्थराइटिस क्या है? जानें इसके कारण, लक्षण और उपाय
शोल्डर रिप्लेसमेंट की जरूरत कब होती है?
शोल्डर रिप्लेसमेंट सर्जरी की जरूरत उन्हें होती है जो कंधे के दर्द से गुजर रहे हैं। लेकिन डॉक्टर पहले आपके कंधे का दर्द दवा से ठीक करने की कोशिश करते हैं। लेकिन, जब सभी दवाएं दर्द पर बेअसर हो जाती हैं तो डॉक्टर शोल्डर रिप्लेसमेंट सर्जरी करने के लिए कहते हैं।
कुछ अन्य परिस्थितियों में शोल्डर रिप्लेसमेंट सर्जरी की जरूरत पड़ती है :
- ऑस्टियोआर्थराइटिस (Osteoarthritis) वयस्कों में सबसे सामान्य प्रकार का गठिया है। जो हड्डियों के पैड्स और कर्टिलेज में होता है।
- रयूमेटाइड आर्थराइटिस (Rheumatoid arthritis) इम्यून सिस्टम के कारण होने वाला गठिया है। जो सीधे जोड़ो को प्रभावित करता है साथ ही जलन के कारण दर्द भी होता है।
- अवैस्कुलर नेकरॉसिस (Avascular necrosis) में खून हड्डियों तक सही से नहीं पहुंच पाता है। जिससे कंधे के जोड़ डैमेज हो जाते हैं।
इन सभी समस्याओं के अलावा अगर आपके कंधे का जोड़ टूट गया है तो आपको शोल्डर रिप्लेसमेंट सर्जरी करानी पड़ेगी।
यह भी पढ़ें : आर्थराइटिस के दर्द से ये एक्सरसाइज दिलाएंगी निजात
जोखिम
शोल्डर रिप्लेसमेंट सर्जरी करवाने से पहले मुझे क्या पता होना चाहिए?
शोल्डर रिप्लेसमेंट सर्जरी हर किसी के लिए सुरक्षित नहीं है। ये सर्जरी उम्र, स्वास्थ्य और अन्य परिस्तिथियों पर निर्भर करता है। इसके लिए स्वास्थ्य जांच के बाद डॉक्टर तय करेंगे कि आपकी सर्जरी करनी है या नहीं।
शोल्डर रिप्लेसमेंट सर्जरी के क्या साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं?
शोल्डर रिप्लेसमेंट सर्जरी में कुछ साइड इफेक्ट्स और समस्याएं भी हैं। पहले डॉक्टर फिजियोथेरेपी और दवाओं के द्वारा कंधे के दर्द को ठीक करने की कोशिश करते हैं। लेकिन इससे आराम न होने पर डॉक्टर सर्जरी के लिए कहते हैं। सर्जरी कराने के बाद ज्यादातर लोग अपने सामान्य दिनचर्या को ठीक तरह से फॉलो कर पाते हैं। लेकिन इसके बावजूद कुछ समस्याएं होती हैं :
- कंधे के जोड़ पर संक्रमण
- ब्लीडिंग
- सर्जरी के बाद बॉल सॉकेट से खिसक जाना (Dislocation)
- सर्जरी के दौरान कंधे के नर्वस का डैमेज हो जाना
- सर्जरी के कई सालों बाद जोड़ का ढीला हो जाना या निकल जाना
शोल्डर रिप्लेसमेंट सर्जरी में रिस्क काफी कम देखे गए हैं। लेकिन फिर भी ये जानना जरूरी है कि इससे क्या समस्या हो सकती है। ज्यादा जानकारी के लिए आपको अपने डॉक्टर से सम्पर्क करना चाहिए।
यह भी पढ़ें : जानिए क्या है जापानी वॉटर थेरिपी, कैसे करती है शरीर को फायदा?
प्रक्रिया
शोल्डर रिप्लेसमेंट सर्जरी के लिए मुझे खुद को कैसे तैयार करना चाहिए?
- सर्जरी कराने से एक दो हफ्ते पहले से आपको कुछ दवाएं बंद करनी पड़ती हैं। जैसे- नॉनस्टेरॉइडल एंटी इंफ्लेमेट्री ड्रग्स (NSAIDs) और आर्थिराइटिस थेरेपीस (जो ब्लीडिंग के लिए जिम्मेदार होती है), इन्हें बंद करना पड़ता है।
- खून को पतला करने वाली दवाएं जैसे एस्पिरीन अगर आप ले रहे हैं तो डॉक्टर को जरूर बताएं। ताकि, जरूरत के हिसाब से डॉक्टर दवा को बंद कर सकें।
- आप अपने एनेस्थेटिस्ट से भी मिलें और सर्जरी के दौरान बेहोश करने की प्रक्रिया प्लान करें।
- सर्जरी वाले दिन बटन वाली शर्ट पहन कर ही हॉस्पिटल जाएं। ताकि सर्जरी के बाद पहनने में आसानी हो।
- सर्जरी के दो से तीन बाद तक आपको हॉस्पिटल में रूकना पड़ सकता है इसलिए पूरी तैयारी से जाएं। कोशिश करें कि अपने किसी परिजन को साथ में ले जाएं।
- सर्जरी के लगभग छह हफ्ते तक बाद आपको एक सहायक (assistant) की जरूरत पड़ेगी। इसके लिए आप सर्जरी से पहले ही असिसटेंट का इंतजाम कर लें।
यह भी पढ़ें :आपका मोटापा दे सकता है घुटनों में दर्द, जानें कैसे?
शोल्डर रिप्लेसमेंट सर्जरी में होने वाली प्रक्रिया क्या है?
शोल्डर रिप्लेसमेंट सर्जरी में लगभग एक से तीन घंटे का समय लग सकते हैं। सबसे पहले एनेस्थेटिस्ट आपको बेहोश करते हैं। फिर सर्जन सर्जरी शुरू करते हैं। टोटल शोल्डर रिप्लेसमेंट सर्जरी (total shoulder replacement Surgery) के लिए बाजू के हड्डी के गोल हिस्से को मेटल के बने गेंदनुमा हेड से बदल देते हैं। फिर कंधे के ब्लेड का सॉकेट, जिसे ग्लेनॉयड कहते हैं। वह प्लास्टिक का बना होता है। प्लास्टिक से बने आर्टिफीशियल सॉकेट को असली सॉकेट से बदल दिया जाता है। इसे जोड़ने के लिए स्पेशल सीमेंट का इस्तेमाल होता है। इस पूरे सर्जरी को हेमीऑर्थ्रोप्लास्टी या पार्शियल शोल्डर रिप्लेसमेंट कहते हैं।
यह भी पढ़ें : Rheumatoid arthritis : रयूमेटाइड अर्थराइटिस क्या है?जानें इसके कारण, लक्षण और उपाय
वहीं, शोल्डर ज्वाइंट रिप्लेसमेंट के लिए आपके कंधे पर सर्जन एक चीरा लगाते हैं और फिर निम्न प्रक्रिया को दोहराते हैं :
- आपके ह्यूमरस (humerus) यानी कि बाजू की हड्डी का ऊपरी सिरा सर्जन निकाल देते हैं।
- मेटल के बने नए सिरे (Head) को ह्यूमरस पर सीमेंट की मदद से जोड़ते हैं।
- आपके कंधे के सॉकेट को सर्जन पहले चिकना करते हैं। फिर उसमें प्लास्टिक से बने नए आर्टिफीशियल सॉकेट को सीमेंट से जोड़ देते हैं।
- चीरे के स्थान पर टांका लगाते हैं।
- इसके बाद टांके पर ड्रेसिंग करते हैं।
इसके अलावा सर्जन कंधे के उस भाग पर एक ट्यूब लगाते हैं, ताकि सर्जरी के कारण कंधे में भरने वाला फ्लूइड आसानी से निकल सके। फिर जरूरत न होने पर सर्जन उस ट्यूब को बाद में निकाल भी देते हैं।
शोल्डर रिप्लेसमेंट सर्जरी के बाद क्या होता है?
- सर्जरी के दो से पांच दिन बाद आप घर जा सकते हैं।
- सर्जरी के बाद आपके कंधे में सूजन आ जाएगी, जिससे आपको दर्द हो सकता है। डॉक्टर आपको पेनकीलर देंगे जिससे आपको राहत मिल सके। इसके साथ ही बर्फ से सेंकाई करने से सूजन भी कम हो जाएगी।
- पहले तो कंधे पर आपको पट्टी बांधने के लिए कहा जाएगा। पट्टी आपको अपने हाथ को हल्का-फुल्का मूव करने में मदद करेगी। लेकिन बाद में फिजिकल थेरिपी से आपके हाथ और कंधे को राहत मिलेगी।
- इन सभी बातों के अलावा अगर आपको किसी भी तरह की समस्या आती है तो अपने सर्जन और डॉक्टर से जरूर मिलें और परामर्श लें।
रिकवरी
शोल्डर रिप्लेसमेंट सर्जरी के बाद मुझे खुद का ख्याल कैसे रखना चाहिए?
किसी भी सर्जरी में रिस्क तो होता ही है। सर्जरी के बाद इंफेक्शन और नसों के डैमेज होने का खतरा बढ़ जाता है। किसी भी तरह की समस्या होने पर अपने डॉक्टर से तुरंत मिलें।
- सर्जरी के बाद आप एक्सरसाइज की मदद से अपने कंधे को जल्द से जल्द ठीक कर सकते हैं।
- अपने हाथ और कंधे पर किसी भी तरह का दवाब न दें।
- सर्जरी के दो से चार हफ्ते के बाद तक किसी भी चीज को सर्जरी हुए हाथों से न उठाएं।
- किसी भी एक स्थिति में आप अपने हाथ को ज्यादा देर तक न रखें। उसे आप लगभग छह हफ्ते तक लटका कर रखें।
- जल्दी ठीक होने के लिए आप डॉक्टर के द्वारा दिए गए सभी निर्देशों का पालन करें।
हैलो स्वास्थ्य किसी भी तरह की मेडिकल सलाह नहीं दे रहा है। अगर आपको किसी भी तरह की समस्या हो तो आप अपने सर्जन से जरूर पूछ लें।
[embed-health-tool-bmi]