परिचय
स्प्लेनेक्टोमी (Splenectomy) क्या है?
स्प्लेनेक्टोमी (Splenectomy) एक सर्जरी है जिसकी मदद से प्लीहा को हटाने का काम किया जाता है। प्लीहा शरीर का एक अंग है जो पेट के ऊपरी बाईं ओर एलयूक्यू के नीचे होता है। यह शरीर को संक्रमण से लड़ने में मदद करता है और खराब पदार्थों, जैसे पुरानी या क्षतिग्रस्त रक्त कोशिकाओं को फिल्टर करने का काम करता है। स्प्लेनेक्टोमी की मदद से प्लीहा और अन्य संबंधित स्थितियों की समस्याओं का इलाज किया जा सकता है।
स्प्लेनेक्टोमी क्यों की जाती है?
निम्न स्वास्थ्य स्थितियां होने पर आपका डॉक्टर आपको स्पलेनेक्टोमी से उपचार की सलाह दे सकते हैंः
- रेप्चर्ड (प्लीहा)- अगर पेट की चोट के कारण या प्लीहा के बढ़ने के कारण आपकी प्लीहा फट जाती है, तो यह जीवन के लिए जोखिम भरी हो सकती है इसके कारण इंटरनल ब्लीडिंग की भी समस्या हो सकती है।
- बढ़ी हुई प्लीहा- बढ़ी हुए प्लीहा के लक्षणों को कम करने के लिए आपको पेट से प्लीहा बाहर निकाला जा सकता है।
- खून में खराबी- खून में खराबी जैसे इडियोपैथिक थ्रोम्बोसाइटोपेनिक, परपूरा पॉलीसिथेमिया वेरा, थैलेसीमिया और सिकल सेल एनीमिया होने की समस्या को ठीक करने के लिए भी स्प्लेनेक्टोमी की जा सकती है।
- कैंसर- क्रोनिक लिम्फोसाइटिक ल्यूकेमिया, लिंफोमा जैसे लक्षणों वाले कैंसर के इलाज के लिए भी स्प्लेनेक्टोमी की सर्जरी की जा सकती है।
- इंफेक्शन- कोई इंफेक्शन या प्लीहा में सूजन होना या मवाद वाला फोड़ा होने पर भी पेट से तितली हटाने की जरूरत हो सकती है। ऐसी स्थिति में यह सर्जरी करनी आवश्यक हो जाती है।
- सिस्ट या ट्यूमर- प्लीहा के अंदर गंभीर अल्सर या ट्यूमर का उपचार करने के लिए भी स्प्लेनेक्टोमी की आवश्यकता हो सकती है।
इसके अलावा, आपके शरीर के अंदर अज्ञात कारणों के कारण तितली बढ़ गई है तो ऐसी स्थिति में भी आपका डॉक्टर आपको प्लीहा हटाने के लिए स्प्लेनेक्टोमी की सलाह दे सकते हैं।
और पढ़ेंः- Rhinoplasty: नाक की सर्जरी क्या है?
जोखिम
स्प्लेनेक्टोमी करवाने से पहले मुझे क्या पता होना चाहिए?
स्प्लेनेक्टोमी की सर्जरी हर किसी के लिए एक सुरक्षित विकल्प नहीं हो सकती है। इसके लाभ और जोखिम व्यक्ति की स्वास्थ्य स्थिति जैसे अन्य कारकों पर भी निर्भर करती है।
स्प्लेनेक्टोमी के क्या साइड इफेक्ट्स और समस्याएं हो सकती हैं?
स्प्लेनेक्टोमी सर्जरी होने के बाद, आपको कई दिनों तक दर्द का एहसास हो सकता है। इस दौरान आपको फ्लू जैसे लक्षण भी दिखाई दे सकते हैं। बुखार, थकान और उल्टी की भी हो सकती है। हालांकि, यह सामान्य स्थिति होती है। जो कुछ दिनों बाद अपने आप ठीक भी हो जाती है।
स्प्लेनेक्टोमी आमतौर पर एक सुरक्षित प्रक्रिया है। लेकिन हर सर्जरी की तरह इसके साथ भी कुछ लाभ और जोखिमों की संभावना बनी रहती हैं, जैसे:
- ब्लीडिंग
- खून के थक्के जमना
- संक्रमण
- पेट, ऑर्गन्स, अग्न्याशय और कॉलन के आसपास के अंगों में घाव की समस्या हो सकती है
प्लीहा हटाने के बाद, गंभीर या जानलेवा संक्रमण होने का भी खतरा हो सकता है। इस सर्जरी के बाद आपका डॉक्टर आपको निमोनिया, इन्फ्लूएंजा, हीमोफिलस इन्फ्लुएंजा टाइप बी (एचआईबी [HIB]) और मेनिंगोकोकल के टीके लगवाने की भी सलाह दे सकते हैं। इसके अलावा अगर आप किसी तरह की एंटीबायोटिक्स का भी सेवन करते हैं, तो इसके बारे में अपने डॉक्टर को बताएं। क्योंकि, ये दवाएं इस सर्जरी के कारण होने वाले इंफेक्शन के खतरे बढ़ा सकता है।
स्प्लेनेक्टोमी की सर्जरी कराने से पहले अपने डॉक्टर से इससे जुड़े लाभ और संभावित जोखिमों के बारे में अपने डॉक्टर या सर्जन से बात करें। अगर इससे जुड़ा आपका कोई सवाल है तो इसके बारे में अपने चिकित्सक से परामर्श करें।
प्रक्रिया
स्प्लेनेक्टोमी के लिए मुझे खुद को कैसे तैयार करना चाहिए?
स्प्लेनेक्टोमी सर्जरी करवाने से पहले आप खुद को इन तरीकों से तैयार कर सकते हैंः
- शरीर से प्लीहा हटाए जाने के बाद इस बात का ध्यान रखें कि आपके शरीर में रक्त का संचार करने के लिए पर्याप्त रक्त कोशिकाएं हैं।
- प्लीहा हटाए दाने के बाद संक्रमण के जोखिमों को कम करने या रोकने के लिए न्यूमोकोकल वैक्सीन या अन्य टीके लगवाएं।
- कुछ दवाए और सप्लीमेंट का सेवन बंद करें।
- कुछ निश्चित समय के लिए खाने या पीने से बचें।
- आपको किस तरह की तैयारियां करनी चाहिए इसके बारे में आपका डॉक्टर आपको उचित निर्देश दे सकते हैं।
स्प्लेनेक्टोमी में होने वाली प्रक्रिया क्या है?
इस सर्जरी की प्रक्रिया पूरी होने में आमतौर पर 30 मिनट से लेकर 2 घंटे तक का समय लग सकता है। अगर लेप्रोस्कोपिक सर्जरी से उपचार की जाए, तो आप उसी दिन सर्जरी के बाद घर वापस जा सकते हैं। हालांकि, अगर इस प्रक्रिया के लिए ओपन सर्जरी की तकनीक अपनाई जाती है, तो आपको कम से कम छह दिनों के लिए अस्पताल में ही रहना पड़ सकता है।
सर्जरी करने के तुरंत पहले एनेस्थेटिस्ट आपको सामान्य ऐनस्थिटिक की दवा (जर्नरल एनेस्थीसिया) देंगे, जो आपको बेहोश करने के लिए दी जाएगी। यह आपको मास्क के रूप से सांसों के जरिए दी जाएगी या नशों के जरिए आपके शरीर में इंजेक्ट कर सकते हैं। इस दौरान सर्जिकल टीम आपके शरीर में होने वाली हर हरकत पर नजर रखेगी, जैसे सर्जरी की प्रक्रिया के दौरान आपके हृदय की गति, ब्ल्ड प्रेशर और खून में ऑक्सीजन की मात्रा। साथ ही, आपकी बांह पर पर ब्लड प्रेशर कफ भी लगाया जाएगा।
आपके बेहोश होने के बाद, सर्जन लेप्रोस्कोपिक या ओपन सर्जरी की प्रक्रिया से इस सर्जरी को कर सकते हैं। सर्जरी की प्रक्रिया क्या होगी यह आपकी स्वास्थ्य स्थिति पर निर्भर कर सकती है।
- लेप्रोस्कोपिक स्प्लेनेक्टोमी- लेप्रोस्कोपिक स्प्लेनेक्टोमी के दौरान, सर्जन आपके पेट में चार छोटे चीरें लगाते हैं। एक चीरे के माध्यम से आपके पेट के अंदर एक छोटा वीडियो कैमरा इंजेक्ट करेंगे जिसकी मदद से आपके शरीर के अंदर के भागों को सर्जन एक मॉनिटर पर देखते हैं और सर्जरी करते हैं। सर्जरी की प्रक्रिया पूरी होने के बाद सर्जन टांके लगा देते हैं। हालांकि, ध्यान रखें कि लेप्रोस्कोपिक स्प्लेनेक्टोमी हर किसी के लिए उचित तरीका नहीं हो सकता है। अगर तितली टूटी हुई है तो इसके ठीक करने या निकालने के लिए ओपन स्प्लेनेक्टोमी की ही आवश्यकता होती है।
- ओपन स्प्लेनेक्टोमी- ओपन स्प्लेनेक्टोमी के दौरान, सर्जन आपके पेट के बीच में एक बड़ा चीरा लगाते हैं। प्लीहा को शरीर से बाहर निकालने के लिए उसे मांसपेशियों और अन्य ऊतकों से अलग किया जाता है।
स्प्लेनेक्टोमी के बाद क्या होता है?
सर्जरी के बाद, आपको कुछ समय के लिए अस्पताल में रहना पड़ेगा जहां डॉक्टर आपकी स्थिति की निगरानी करेंगे। सर्जरी के दर्द को कम करने के लिए आपको नसों के माध्यम से तरल पदार्थ के रूप में दर्द निवारक दवा भी दी जाएगी। आप कितने समय तक अस्पताल में रहेंगे यह आपकी सर्जरी की प्रक्रिया पर निर्भर कर सकता है। अगर सर्जरी की प्रक्रिया ओपन स्प्लेनेक्टोमी है, तो आपको कम से कम एक सप्ताह तक अस्पताल में ही रहना होगा, लेकिन अगर लेप्रोस्कोपिक स्प्लेनेक्टोमी है, तो एक दिन के अंदर या सर्जरी वाले दिन ही वापस घर जा सकते हैं।
अगर इससे जुड़ा आपका कोई सवाल है, तो इसके बारे में अधिक जानकारी के लिए अपने चिकित्सक या सर्जन से परामर्श करें।
[mc4wp_form id=’183492″]
रिकवरी
स्प्लेनेक्टोमी के बाद मुझे किस तरह के अपना ख्याल रखना चाहिए?
घर पर जाने के बाद आपको डॉक्टर का द्वारा दिए गए निर्देशों के अनुसार अपने स्वास्थ्य का ख्याल रखना होगा।
चार से आठ हफ्ते तक आपको किसी भी तरह के काम करने से बचना चाहिए। साथ ही इन बातों का भी ख्याल रखना चाहिएः
- डॉक्टर की सलाह के बगैर कोई भारी सामान न उठाएं।
- एक्सरसाइज, रनिंग या तनाव लेने से बचें।
- बहुत ज्यादा चलने या सीढ़ियों का इस्तेमाल करने से बचें।
सर्जरी के कारण होने वाले दर्द से राहत पाने के लिए आपका डॉक्टर आपको कुछ दर्द निवारक दवाओं के सेवन की सलाह दे सकते हैं। हल्का पेट दर्द होने पर थोड़ा-बहुत इधर-उधर चल-फिर सकते हैं। खांसी या छींक आने पर अपने चीरे को तकिया दबाएं ताकि, चीरे का टांका टूटने से बचा रहे। नहाते समय ध्यान रखें कि टांके वाली त्वचा सूखी रहे।
किसी भी इंफेक्शन के जोखिम से बचने के लिए इन बातों का ध्यान रखेंः
- इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाए रखने के लिए स्वस्थ खाद्य पदार्थों का सेवन करें।
- हाथों की साफ-सफाई का ध्यान रखें।
- जानवरों से दूर रहें।
[embed-health-tool-bmi]