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आर्थराइटिस या गठिया हड्डियों के जोड़ो (Bone Joint) से संबंधित एक ऐसा रोग है जिसमें हड्डियों के जोड़ डैमेज हो जाते हैं, जिससे उस जोड़ के घुमाने या मोड़ने में दर्द होता है। ज्यादातर लोगों को आर्थराइटिस में ऑस्टियो आर्थराइटिस होता है। ऑस्टियो आर्थराइटिस में जोड़ों में लगातार दर्द और चुभन महसूस होती है। इसके अलावा, अन्य प्रकार के गठिया में जोड़ों में सूजन के साथ जलन और दर्द भी होता है। ऐसा इसलिए भी होता है कि जोड़ों पर पाए जाने वाले कार्टिलेज के कवर की सतह और हड्डियों का निचला हिस्सा डैमेज हो जाता है। जिसके कारण जोड़ों में दर्द और जकड़न महसूस होती है। इससे निजात पाने वाली सर्जरी को टोटल नी रिप्लेसमेंट कहा जाता है।
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टोटल नी रिप्लेसमेंट सर्जरी कराना आसान नहीं होता है। इसके लिए पहले आपको अपने डॉक्टर से राय लेनी होगी। अमूमन डॉक्टर्स टोटल नी रिप्लेसमेंट सर्जरी के पक्ष में नहीं रहते हैं। लेकिन, फिर भी आपको जानना जरूरी है कि टोटल नी रिप्लेसमेंट क्यों किया जाता है। जिन लोगों को घुटनों का ऑस्टियो आर्थराइटिस होता है और उनका घुटना पूरी तरह से इसके कारण डैमेज हो चुका होता है तो डॉक्टर टोटल नी रिप्लेसमेंट की सलाह देते हैं। वहीं, अगर किसी एक्सीडेंट में व्यक्ति के घुटने क्षतिग्रस्त हो जाते हैं तो भी नी रिप्लेसमेंट ही बतौर विकल्प बचता है। नी रिप्लसमेंट कराने से घुटने में होने वाले जकड़न, दर्द और चुभन से राहत मिलती है। लेकिन, फिर भी आपको इससे होने वाले फायदे और नुकसान जान लेने चाहिए।
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टोटलनी रिप्लेसमेंट सर्जरी कराने वाले 90% से अधिक लोगों ने महसूस किया है कि घुटनों के दर्द से तुरंत राहत मिलती है। साथ ही अपनी रोजमर्रा के कामों को करने में भी आसानी होती है। लेकिन, टोटल नी रिप्लेसमेंट कराने के बाद आपको ज्यादा मूवमेंट करने से परहेज करना चाहिए। ऐसा करने से आपको आर्थराइटिस के कारण फिर से दर्द हो सकता है। ऐसे में आप साधारण पेनकिलर के तौर पर पैरासिटामोल खा सकते हैं। अगर ज्यादा दर्द हो तो आईब्यूप्रोफेन लेने से दर्द से राहत मिलेगी। इसके साथ ही अपने डायट में सप्लिमेंट्स शामिल करने से भी दर्द से राहत मिलता है। लेकिन, किसी भी तरह का सप्लिमेंट लेने से पहले आप अपने डॉक्टर से जरूर पूछ लें। वहीं, बात की जाए नी रिप्लेसमेंट की तो वह समय के साथ घीसता जाता है।
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इन सब विकल्पों के बाद भी, अगर आपको घुटनों के दर्द से आराम नहीं मिलता है तो इसका मतलब ये है कि आपका ऑस्टियोआर्थराइटिस बहुत बुरी स्थिति तक पहुंच गया है। इसलिए आप हमेशा अपने डॉक्टर से बात कर के ही सर्जरी प्लान करें। इसके अलावा आपको सर्जरी से होने वाले सभी साइड इफेक्ट्स के बारे में जान लेना चाहिए।
सर्जरी कराने से पहले आपको अपने डॉक्टर से मिलना चाहिए। डॉक्टर से मिल कर आपको अपनी दवाओं (जो आप पहले से ले रहे हो), एलर्जी और हेल्थ कंडीशन के बारे में बात करनी चाहिए। इसके साथ ही आप अपने एनेस्थेटिस्ट से भी मिलें और सर्जरी प्लान करें। साथ में ये भी जरूरी है कि आप अपने डॉक्टर से जान लें कि आपको सर्जरी से पहले क्या खाना पीना चाहिए। इसके अलावा, आप अपने ये भी पूछ लें कि सर्जरी से कितने घंटे पहले से खाना पीना बंद करना है। परिवार के लोगों को भी आप डॉक्टर द्वारा दिए गए निर्देशों के बारे में बता दें। ज्यादातर मामलों में सर्जरी कराने से छह घंटे पहले से कुछ भी नहीं खाना होता है। ऐसे में डॉक्टर द्वारा बताए गए तरल पदार्थ या ड्रिंक्स ही लें।
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सर्जरी के दौरान एनेस्थेटिस्ट कई तरह की एनेस्थेटिक (सुन्न या बेहोश) प्रक्रिया अपना सकता है। घुटने की सर्जरी होने में कम से कम 90 मिनट लगते हैं। आपका सर्जन पहले आपके घुटने के सामने से चीरा या कट (Cut) लगाता है। इसके बाद घुटने के डैमेज यानी कि क्षतिग्रस्त हुए हिस्से को निकाला जाता है। सर्जन डैमेज नी के स्थान पर आर्टिफिशियल नी ज्वॉइंट लगाते हैं। ये कृत्रिम घुटना (artificial knee joint) मेटल, प्लास्टिक, सिरैमिक या कई तरह के धातुओं से मिल कर बना होता है। आपके नी रिप्लेसमेंट को घुटनों पर एक्रिलिक सीमेंट या स्पेशल कोटिंग की मदद से आपके घुटने के जोड़ों पर फिक्स किया या जोड़ा जाता है। नी रिप्लेसमेंट के बाद सर्जन टांकें लगा देता है।
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टोटल नी रिप्लेसमेंट कराने के बाद कॉम्प्लिकेशन रेट काफी कम है। कुछ मेजर कॉम्प्लिकेशन यानी कि परेशानियां सामने आई हैं, जिनमें हार्ट अटैक या स्ट्रोक के कुछेक मामले हैं। क्रॉनिक इलनेस भी होता है। लेकिन, ये परेशानियां पूरी तरह से रिकवरी के बाद सामने नहीं आती है।
इसके अलावा, अगर एनेस्थेटिक प्रक्रिया के साइड इफेक्ट के तौर पर या बेहोशी की दवा के रिएक्शन से ज्यादा ब्लीडिंग हो सकती है या खून का थक्का (deep vein thrombosis, DVT) भी बन सकता है। वहीं, टोटल नी रिप्लेसमेंट कराने के बाद ये समस्याएं भी सामने आ सकती हैं :
हैलो स्वास्थ्य किसी भी तरह की मेडिकल सलाह नहीं दे रहा है। अगर आप अपना टोटल नी रिप्लेसमेंट कराना चाहते हैं तो आप ऑर्थोपियाडिक सर्जन से सर्जरी के बारे में जरूर पूछ लें।
हैलो हेल्थ ग्रुप हेल्थ सलाह, निदान और इलाज इत्यादि सेवाएं नहीं देता।
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