के द्वारा मेडिकली रिव्यूड Dr Sharayu Maknikar
मनुका शहद (Honey) मूल रूप से न्यूजीलैंड में पाया जाता है। अन्य शहद की तरह इसे भी मधुमक्खियों द्वारा ही उत्पादित किया जाता है। मधुमक्खियां इसे फूल लेप्टोस्पर्मम स्कोपेरियम के रस से बनाती है, जिसे आमतौर पर मनुका झाड़ी के रूप में जाना जाता है। मनुका शहद में जीवाणुरोधी गुण पाए जाते हैं, जिसकी वजह से इसकी गुणवत्ता अन्य शहद के मुकाबले सबसे अधिक और अलग होती है। इसमें मिथाइलग्लॉक्साल के तौर पर एक सक्रिय घटक होता है जो जीवाणुरोधी प्रभावों को बढ़ाता है। साथ ही, इसमें एंटीवायरल और एंटीऑक्सिडेंट के गुण भी मौजूद होते हैं।
पारंपरिक रूप से इसका इस्तेमाल घाव भरने, गले में खराश को दूर करने, दांतों की सड़न को रोकने और पाचन संबंधी स्वास्थ्य समस्याओं के उपचार के लिए किया जाता है। इसमें एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण के साथ-साथ काॅपर, विटामिन बी और कैल्शियम के गुण भी पाए जाते हैं जिससे शरीर को कई तरह के लाभ मिलते हैं।
यह शहद एक नेचुरल हीलिंग एजेंट (natural healing agent) होता है जिसमें एंटी-सेप्टिक और एंटी-बैक्टीरियल गुण मौजूद होता है।
यह निम्नलिखित बीमारियों में इस्तेमाल किया जाता है जैसे,
त्वचा से जुडी समस्या जैसे खुजली यानी एक्जीमा (eczema), सोरियासिस (psoriasis), त्वचा में सूजन और सूखी त्वचा
घाव और खरोचः शहद घाव में इन्फेक्शन होने से रोकता है और पुराने संक्रमण को भी ठीक करता है जिससे घाव जल्दी भर जाता है।
दांतों और मसूड़ों की सड़न दूर करेः यह दांतों और मसूड़ों के लिए काफी लाभकारी होता है। इसके एंटी बैक्टीरियल गुण दांतों की सड़न को रोकते हैं। इसका इस्तेमाल चुइंगगम के रूप में भी किया जा सकता है।
पाचन शक्ति की समस्या दूर करने के लिएः यह पेट की समस्याओं को दूर करने के लिए भी लाभकारी होता है। इसके लिए एक कप गर्म पानी में एक चम्मच शहद मिलाकर पी सकते हैं।
यह हर्बल सप्लीमेंट शरीर में कैसे काम करता है इसको लेकर अभी ज्यादा शोध मौजूद नहीं है। इस बारे में बेहतर जानकारी के लिए अपने हर्बल विशेषज्ञ या डॉक्टर से संपर्क करें।
इसका इस्तेमाल करने से पहले आपको डॉक्टर या फार्मासिस्ट या फिर हर्बल विशेषज्ञ से सलाह लेनी चाहिए, यदि
हर्बल सप्लीमेंट के उपयोग से जुड़े नियम दवाओं के नियमों जितने सख्त नहीं होते हैं। इनकी उपयोगिता और सुरक्षा से जुड़े नियमों के लिए अभी और शोध की ज़रुरत है। इस हर्बल सप्लीमेंट के इस्तेमाल से पहले इसके फायदे और नुकसान की तुलना करना ज़रुरी है। इस बारे में और अधिक जानकारी के लिए किसी हर्बल विशेषज्ञ या आयुर्वेदिक डॉक्टर से संपर्क करें।
बच्चों में:
एक साल से कम उम्र के बच्चों में इसका इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
इस शहद के इस्तेमाल से निम्नलिखित साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं
हालांकि हर किसी को ये साइड इफेक्ट हों ऐसा जरुरी नहीं है। कुछ ऐसे भी साइड इफेक्ट हो सकते हैं जो ऊपर बताए नहीं गए हैं। अगर आपको इनमें से कोई भी साइड इफेक्ट महसूस हो या आप इनके बारे में और जानना चाहते हैं तो नजदीकी डॉक्टर से संपर्क करें।
शहद के सेवन से आपकी बीमारी या आप जो वतर्मान में दवाइयां खा रहे हैं उनके असर पर प्रभाव पड़ सकता है। इसलिए सेवन से पहले डॉक्टर से इस विषय खासतौर पर कीमोथेरेपी से जुडी दवाइयों को लेकर बात करें।
और पढ़ेंः आलूबुखारा के फायदे एवं नुकसान – Health Benefits of Aloo Bukhara (Plum)
यहां पर दी गई जानकारी को डॉक्टर की सलाह का विकल्प ना मानें। किसी भी दवा या सप्लीमेंट का इस्तेमाल करने से पहले हमेशा डॉक्टर की सलाह जरुर लें।
जार में रखा हुआ लिक्विड मनुका शहद
अमृत के रूप में: आप चम्मच से इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।
वयस्कों में: एक दिन में चार बार एक से दो चम्मच मनुका शहद की खुराक निर्धारित की गई है।
एक साल से ज्यादा उम्र के बच्चों में: दिन में दो बार एक चम्मच मनुका शहद की खुराक निर्धारित की गई है।
फ़ूड के रूप में: आप इसे टोस्ट पर लगाकर, सेरेल या सलाद में ऊपर से डालकर सेवन कर सकते हैं. इसके अलावा इसे शेक, स्मूदी में डालकर भी सेवन किया जा सकता है.
स्किन के लिए:
हीलिंग (healing) को तेज करने, एंटी-माइक्रोबियल सुरक्षा प्रदान करने और स्कैबिंग प्रक्रिया को तेज करने के लिए आप सीधे इसे कटने और खरोंच वाली जगह पर शहद का इस्तेमाल कर सकते हैं।
त्वचा में होने वाले खुजली, मुंहासे आदि के लिए भी शहद का इस्तेमाल कर सकते हैं.
मनुका शहद स्प्रे:
गले की खराश और मुंह के अल्सर के लिए: रोजाना दिन में तीन बार मुंह के अंदर दो बार स्प्रे करें।
जुकाम में आराम के लिए: रोजाना पांच से दस बूँद पानी में मिलाकर पियें।
कटने और खरोंच की हीलिंग (Healing) के लिए : प्रभावित जगह पर दो बार स्प्रे करने की जरूरत है।
मनुका शहद साबुन
व्यस्क और दो साल से ज्यादा उम्र के बच्चे इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।
इसका बाहरी उपयोग (External use) ही करें कभी भी इसे खाने की गलती ना करें।
पूरे शरीर को साफ़ करने में यह काफी उपयोगी है।
मनुका शहद कैंडी
व्यस्क और दो साल से ज्यादा उम्र के बच्चे इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।
एक कैंडी मुंह में लेकर धीरे धीरे चूसिये
इस हर्बल सप्लीमेंट की खुराक हर मरीज के लिए अलग हो सकती है। आपके द्वारा ली जाने वाली खुराक आपकी उम्र, स्वास्थ्य और कई चीजों पर निर्भर करती है। हर्बल सप्लीमेंट हमेशा सुरक्षित नहीं होते हैं। इसलिए सही खुराक की जानकारी के लिए हर्बलिस्ट या डॉक्टर से चर्चा करें।
मनुका शहद निम्नलिखित रूपों में उपलब्ध है
डिस्क्लेमर
हैलो हेल्थ ग्रुप हेल्थ सलाह, निदान और इलाज इत्यादि सेवाएं नहीं देता।
के द्वारा मेडिकली रिव्यूड
Dr Sharayu Maknikar