के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya
हैजा एक बैक्टीरियल इन्फेक्शन (Bacterial infection) है जो डायरिया (Diarrhea) का कारण बनता है। हैज़ा के जीवाणु आमतौर पर पानी या भोजन में पाए जाते हैं, जो मल द्वारा दूषित किया गया है। हैज़ा एक गंभीर रोग है जिसमे गंभीर डायरिया और डिहाइड्रेशन (Dehydration) होता है। गंभीर मामलों में इसका तुरंत उपचार कराना आवश्यक है क्योंकि इस मामलों में कुछ ही घंटों में मृत्यु भी हो सकती है। विकसित देशों में हैजा बहुत ही दुर्लभ बीमारी है लेकिन आप इसका शिकार हो सकते हैं अगर आप ऐसे देश में यात्रा करते हैं जहां पानी और सीवेज की सही व्यवस्था नहीं की गयी है। हैजा ऐसी बीमारी नहीं है जिसका उपचार बहुत मुश्किल हो या मरीज मुश्किल से ठीक होता हो। इसमें अधिकतर लोग सही ओरल तरल पदार्थों का सेवन कर के जल्दी स्वस्थ हो जाते हैं।
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हैजा के अधिकतर मामलों में तो यह पता भी नहीं चलता है कि आप इस रोग का शिकार हुए हैं। इस इंफेक्शन के संपर्क में आने के सात से चौदह दिनों तक मल से हैजा के बैक्टीरिया (Bacteria) निकलते हैं। संक्रमित व्यक्तियों में दस में से एक व्यक्ति को इंफेक्शन के दो या तीन दिन बाद सामान्य लक्षण दिखाई देने शुरू होते हैं। यह लक्षण इस प्रकार हैं:
हैजा के जीवाणुओं के दो अलग-अलग जीवन चक्र होते हैं – एक पर्यावरण में और एक मानव में।
तटीय पानी में प्राकृतिक रूप से ही हैज़ा के बैक्टीरिया (Bacteria) पाए जाते हैं, जहां वे कोपपोड नामक छोटे क्रस्टेशियंस से जुड़े होते हैं। यहां से यह हर जगह फ़ैल जाते हैं, जैसे शैवाल के द्वारा। शैवाल और प्लवक के कुछ प्रकार पानी का तापमान बढ़ने पर तेजी से बढ़ते हैं। सीवेज और कृषि में पायी जाने वाली यूरिया से इस शैवाल की वृद्धि को और अधिक बढ़ावा मिलता है।
जब मनुष्य के अंदर हैजा के बैक्टीरिया (Bacterial Cholera) जाते हैं, तो वह स्वयं बीमार नहीं होता। लेकिन, वे अपने मल में बैक्टीरिया को निकालते हैं। जब यह मल भोजन और पानी को दूषित करता है, तो भोजन और पानी दोनों हैज़ा के बैक्टीरिया के बढ़ने का अच्छा स्त्रोत बनते हैं। हैजा का बहुत सामान्य स्त्रोत इस प्रकार हैं:
पानी: हैजा के जीवाणु लंबे समय तक पानी में रह सकते हैं, और दूषित सार्वजनिक कुएं में हैज़ा के जीवाणु होने की संभावना अधिक होती है। ऐसी भीड़ वाली जगह जहां स्वच्छता की कमी होती है, वहां रहने वाले लोगों में भी हैजा होने का खतरा बढ़ जाता है।
सीफ़ूड: कच्चा या अधपका समुद्री भोजन, विशेष रूप से शेलफिश, मनुष्य को हैज़ा के जीवाणुओं के संपर्क में ला सकता है।
कच्चे फल और सब्जियां: जिन क्षेत्रों में हैजा की बीमारी फैली हुई है, वहां कच्चे, अधपके फल और सब्जियां भी हैजा के संक्रमण के फैलने का कारण बन सकते हैं।
अनाज: अनाज जैसे चावल और बाजरा भी हैजा के जीवाणुओं को फैलाने का कारण बन सकते हैं। जब इन अनाजों को कई घंटों तक कमरे के तापमान पर रहने दिया जाता है, तो उनमे बैक्टीरिया अधिक पनपते हैं।
हर कोई हैजा के कारण बीमार पड़ सकता है। लेकिन, कुछ फ़ैक्टर इसके जोखिम को बढ़ा सकते हैं, यह जोखिम कुछ इस प्रकार हैं:
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अगर आपको हैजा के लक्षण दिखाई देते हैं, तो आपको तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। डॉक्टर मल का सैंपल ले कर हैज़ा है या नहीं, इस बात को सुनिश्चित करेंगे। रैपिड कॉलरा डिपस्टिक टेस्ट्स भी उपलब्ध हैं, जिसे दूरस्थ क्षेत्रों के डॉक्टर हैज़ा के निदान की पुष्टि करने के लिए कराते हैं। अगर हैजा की पुष्टि जल्दी हो जाए, तो इससे सही इलाज भी जल्दी हो जाता है और मृत्यु की संभावना कम हो जाती है।
हैजा का उपचार के सामान्य तरीके इस प्रकार हैं:
इस उपचार से शरीर में तरल पदार्थों की कमी पूरी होती है और यह दस्त (Diarrhea) की अवधि को कम करने में भी मदद मिलती है।
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हैजा से बचने के लिए आप कुछ आसान तरीकों को अपना सकते हैं, जैसे:
हैजा की समस्या होने पर इन घरेलू उपायों के साथ-साथ डॉक्टर से भी कंसल्टेशन में रहें।
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