के द्वारा मेडिकली रिव्यूड Dr Sharayu Maknikar
आंवला एक पेड़ है, जो भारत, मध्य पूर्व और कुछ दक्षिण पूर्व एशियाई देशों में पाया जाता है। आंवले का इस्तेमाल हजारों सालों से आयुर्वेदिक मेडिसिन के लिए इस्तेमाल किया जाता है। आजकल लोग अभी भी आंवले का इस्तेमाल दवाइयां बनाने के लिए करते हैं। आंवला स्वाद में खट्टा होता है। इसमें एंटीऑक्सिडेंट गुण होता है, जिसकी वजह से आयुर्वेदिक दवाओं के रूप में इसका इस्तेमाल त्वचा और बालों के स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए किया जाता है। यह यूफोरबिएसी (Euphorbiaceae) परिवार का है। इसका फल शरद ऋतु यानी पतझड़ के मौसम में फलता है।
कई परंपराओं में इसका इस्तेमाल नमक और मिर्च पाउडर के साथ चटनी के तौर पर भी किया जाता है। आमतौर पर इसका इस्तेमाल आचार बनाने, मुरब्बा बनाने, जूस और चटनी के साथ-साथ त्रिफला और च्यवनप्राश में भी इसका इस्तेमाल किया जाता है। आंवला चाय और सूखे आंवले का सेवन भी शरीर को स्वस्थ्य रखने के लिए किया जाता है।
आंवला विटामिन सी और विटामिन ए का एक अच्छा स्त्रोत होता है। इसमें फोलिक एसिड, कैल्शियम, पोटैशियम, फास्फोरस, आयरन, कैरोटीन और मैग्नीशियम जैसे खनिजों का भी उच्च स्तर होता है। USDA नेशनल न्यूट्रिएंट डेटाबेस के अनुसार 100 ग्राम आंवला फल में सिर्फ 44 कैलोरी होती है। इसमें प्रोटीन, खनिज, कार्बोहाइड्रेट और फाइबर के अलावा 80 प्रतिशत से अधिक पानी भी होता है। इसके लाभकारी गुण मुख्य रूप से एंटीऑक्सिडेंट की शक्ति के कारण होते हैं।
आंवले (Gooseberry) को कोलेस्ट्रॉल, धमनियों को मजबूत करने के लिए, डायबिटीज की समस्या में राहत, दर्द और पैनिक्रयाज में सूजन, कैंसर, आंखों की परेशानी, जोड़ों में दर्द, डायरिया, खूनी डायरिया, ऑस्टियोअर्थराइटिस, मोटापा आदि के लिए दवाई के रूप में लिया जाता है। इसके अलावा इसका इस्तेमाल चोट व किसी बीमारी की वजह से होने वाले दर्द और सूजन से छुटकारा पाने के लिए भी किया जाता है।
यह हर्बल सप्लीमेंट कैसे काम करता है, इसके संबंध में अभी कोई ज्यादा शोध उपलब्ध नहीं है। इस बारे में और अधिक जानकारी के लिए किसी हर्बल विशेषज्ञ या फिर किसी डॉक्टर से सम्पर्क करें। हालांकि कुछ शोध यह बताते हैं कि “अच्छे कोलेस्ट्रॉल” के स्तर को प्रभावित किये बिना ही आंवला (Gooseberry) फैटी एसिड और ट्राईग्लिसराइड समेत कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद करता है।
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आंवला का इस्तेमाल करने से पहले आपको डॉक्टर या फार्मासिस्ट या फिर हर्बल विशेषज्ञ से सलाह लेनी चाहिए, यदि
हर्बल सप्लीमेंट के उपयोग से जुड़े नियम दवाओं के नियमों जितने सख्त नहीं होते हैं। इनकी उपयोगिता और सुरक्षा से जुड़े नियमों के लिए अभी और शोध की आवश्यकता है। इस हर्बल सप्लीमेंट के इस्तेमाल से पहले इसके फायदे और नुकसान की तुलना करना जरूरी है। इस बारे में और अधिक जानकारी के लिए किसी हर्बल विशेषज्ञ या आयुर्वेदिक डॉक्टर से संपर्क करें।
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आंवला कई लोगों के लिए खाने के रूप में उपयोग करना पूरी तरह सुरक्षित है।
गर्भावस्था और स्तनपान के दौरान: अगर कोई गर्भवती महिला या स्तनपान कराने वाली महिला आंवले का इस्तेमाल खाने में करती है तो यह बिल्कुल सुरक्षित है।
ब्लीडिंग की समस्या में: आंवले का इस्तेमाल ब्लड क्लॉटिंग को कम करके ब्लीडिंग को बढ़ा सकता है। आपको बता दें कि किवी ब्लीडिंग डिसऑर्डर (Bleeding disorder) को और अधिक खराब कर देता है।
एलर्जी में: जिन लोगों को फल, मसालों जैसे एवोकैडो, बिर्च पॉलेन, अंजीर, अखरोट, लैटेक्स, पोस्ते का बीज,राई, सीसम का बीज या गेंहू आदि से एलर्जी है तो उन्हें आंवले का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
सर्जरी: आपको बता दें कि किवी ब्लड क्लॉटिंग को कम करके ब्लीडिंग के खतरे को और अधिक बढ़ा देता है। इसलिए सर्जरी से दो हफ्ते पहले ही आंवले को खाना या उससे जुड़े किसी प्रोडक्ट्स को इस्तेमाल करना बंद कर देना चाहिए।
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आयुर्वेदिक चीजों में मौजूद आंवला से लिवर खराब हो सकता है। लेकिन यह अभी साफ नहीं हो पाया है कि सिर्फ आंवला खाने से यह साइड इफेक्ट हो सकते हैं।
हालांकि हर किसी को ये साइड इफेक्ट हों ऐसा जरूरी नहीं है। कुछ ऐसे भी साइड इफ़ेक्ट हो सकते हैं जो ऊपर बताए नहीं गए हैं। अगर आपको इनमें से कोई भी साइड इफेक्ट महसूस हो या आप इनके बारे में और जानना चाहते हैं तो नजदीकी डॉक्टर से संपर्क करें।
आंवले (Gooseberry) के सेवन से आपकी बीमारी या आप जो वतर्मान में दवाइयां खा रहे हैं। उनके असर पर प्रभाव पड़ सकता है। इसलिए सेवन से पहले डॉक्टर से इस विषय पर बात करें।
यहां पर दी गई जानकारी को डॉक्टर की सलाह का विकल्प ना मानें। किसी भी दवा या सप्लीमेंट का इस्तेमाल करने से पहले हमेशा डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
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इस हर्बल सप्लीमेंट की खुराक हर मरीज के लिए अलग हो सकती है। आपके द्वारा ली जाने वाली खुराक आपकी उम्र, स्वास्थ्य और कई चीजों पर निर्भर करती है। हर्बल सप्लीमेंट हमेशा सुरक्षित नहीं होते हैं। इसलिए सही खुराक की जानकारी के लिए हर्बलिस्ट या डॉक्टर से चर्चा करें।
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आंवला (Gooseberry) विभिन्न अन्य रूपों में भी उपलब्ध हैः
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