के द्वारा मेडिकली रिव्यूड Dr Sharayu Maknikar
गुग्गुल एक तरह का चिपचिपा गम है जो गुग्गुल के पेड़ से प्राप्त किया जाता है। ये वृक्ष के पुराने होने पर उसके तने से तरल पदार्थ की तरह बहता रहता है। ये पौधा अपने औषधीय गुणों के लिए जाना जाता है। कई हर्बल दवाइयों में दूसरी जड़ी बूटियों के साथ मिलाकर इसका उपयोग किया जाता है। गुग्गिल का पेड़ सिर्फ वर्षा ऋतु यानि बारिश के मौसम में ही वृद्धि करता है और इसी समय इसके पेड़ पर पत्ते आते हैं। बाकि, सर्दी और गर्मी के मौसम में इस पेड़ का विकास रूक जाता है। सामान्य तौर पर गुग्गुल का पेड 3 से 4 मीटर तक लंबा होता है। इसके तने से सफेद रंग का दूध निकलता है जो स्वास्थ्य के लिए कई तरह से लाभकारी होता है। प्राकृतिक रूप से गुग्गुल भारत के कर्नाटक, राजस्थान, गुजरात और मध्य प्रदेश में अधिक पाया जाता है। गुग्गुल गम आमतौर पर हाई कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल करने और मोटापे को दूर करने के लिए लाभकारी होता है। गुग्गुल के फायदे इस आर्टिकल में दिए जा रहें हैं।
गुग्गुल के फायदे: हाई कोलेस्ट्रॉल कम करेः
भारत में हाई कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने के लिए गुग्गुल का मुख्य रूप से उपयोग किया जाता है। साल 2009 में किए गए अध्ययन में इसकी पुष्टि भी की गई है। इस अध्ययन में मिडियम हाई कोलेस्ट्रॉल के 43 वयस्कों को शामिल किया था। अध्ययन के दौरान उन्हें गुग्गुल के कैप्सूल दिए गए, जिसमें पाया गया कि अन्य दवाओं के मुकाबले गुग्गुल उनके कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने में ज्यादा कारगर है। गुग्गुल के फायदे बढ़े हुए ब्लड प्रेशर को कम करने में किया जाता है।
हालांकि, अभी तक इस तथ्य की पुष्टि नहीं हुई है कि गुग्गुल मेटाबॉल्जिम को बढ़ावा देता है या फैट बर्न करने का काम करता है, लेकिन यह मोटापा कम करने में लाभकारी हो सकता है। साल 2008 में, जॉर्जिया विश्वविद्यालय में किए गए अध्ययन के मुताबिक, गुग्गुलस्टेरोन कुछ प्रकार की फैट सेल्स में लिपोलिसिस (Lipolysis) (फैट सेल्स का टूटना) और एपोप्टोसिस (Apoptosis) को ट्रिगर करने में सक्षम पाया गया। वहीं, साल 2017 में भारत में किए गए एक शोध के मुताबिक, फैट मेटाबॉल्जिम के नियंत्रित करने वाले हार्मोन एडिपोनेक्टिन (Adiponectin) पर गुग्गुलस्टेरोन का कोई प्रभाव नहीं होता है।
इसके अलावा गुग्गुल के फायदे निम्न स्थितियों के उपयोग के लिए भी गुग्गुल का उपयोग करना लाभकारी होता हैः
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यह हर्बल सप्लिमेंट कैसे काम करता है, इस बारे में ज्यादा स्टडीज नहीं किए गए हैं। अधिक जानकारी के लिए कृपया अपने हर्बलिस्ट या डॉक्टर से चर्चा करें। हालांकी कुछ स्टडीज के मुताबिक
अधिक जानकारी के लिए कृपया अपने हर्बलिस्ट या डॉक्टर से चर्चा करें।
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आप प्रेग्नेंट हैं या ब्रेस्ट फीडिंग करा रही हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि इस दौरान गर्भवती मां की इम्यूनिटी काफी कमजोर होती है, ऐसे में किसी भी तरह की दवाई लेने से पहले अपने डॉक्टर से जरूर सलाह लेनी चाहिए।
दवाइयों की तुलना में हर्ब्स लेने के लिए नियम ज्यादा सख्त नहीं हैं। बहरहाल यह कितना सुरक्षित है इस बात की जानकारी के लिए अभी और भी रिसर्च की जरूरत है। इस हर्ब को इस्तेमाल करने से पहले इसके रिस्क और फायदे को अच्छी तरह से समझ लें। हो सके तो अपने हर्बल स्पेशलिस्ट या डॉक्टर से सलाह लेकर ही इसे यूज करें।
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गुग्गुल के फायदे के साथ-साथ इसके साइड इफेक्ट्स निम्नलिखित हो सकते हैं:
जरूरी नहीं कि हर कोई इन साइड इफेक्ट्स को महसूस करें। ऊपर बताए गए लिस्ट में हो सकता है कुछ साइड इफेक्ट्स शामिल नहीं भी हो सकते हैं। यदि आपको साइड इफेक्ट्स को लेकर थोड़ी भी चिंता है, तो बेहतर होगा अपने डॉक्टर या हर्बलिस्ट से सलाह लें।
इस हर्बल सप्लिमेंट की खुराक हर मरीज के लिए अलग हो सकती है। आपके द्वारा ली जाने वाली खुराक आपकी उम्र, स्वास्थ्य और कई अन्य स्थितियों पर निर्भर करती है। हर्बल सप्लीमेंट हमेशा सुरक्षित नहीं होते हैं। कृपया अपने उचित खुराक के लिए अपने हर्बलिस्ट या डॉक्टर से चर्चा करें।
अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर से संपर्क करें।
डिस्क्लेमर
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