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खांसी का आयुर्वेदिक इलाज क्या है?
खांसी का आयुर्वेदिक इलाज (Ayurvedic treatment for cough) है थेरेपी
अगर आप आयुर्वेद में खांसी का रामबाण इलाज ढूंढ रहे हैं, तो ये आयुर्वेदिक चिकित्सा आपके काम आ सकती है। लेकिन इन्हें एक्सपर्ट के दिशा-निर्देश में ही करना चाहिए। ये आयुर्वेदिक थेरेपी हर तरह की खांसी के इलाज के लिए उपयोगी हैं-
वमन (Emesis therapy)
वमन क्रिया में पेट की सफाई के साथ-साथ नाडियों से अमा (विषाक्त पदार्थ) को बाहर निकाला जाता है। पल्मोनरी टीबी, बुखार, दस्त, साइनस और स्किन डिजीज के आयुर्वेदिक इलाज में भी वमन का इस्तेमाल किया जाता है। कई तरह की जड़ी बूटियों के इस्तेमाल से उल्टी को प्रेरित किया जाता है।
विरेचन कर्म (Purgation therapy)
इस थेरेपी में शरीर में मौजूद एक्स्ट्रा बलगम को बाहर निकाला जाता है, जिससे कफ रोगों में आराम मिलता है। इसके अलावा इस आयुर्वेदिक थेरेपी का उपयोग पेट के फूलने की समस्या और पेट में ट्यूमर को भी नियंत्रित किया जा सकता है।
स्नेहन
आयुर्वेद में बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक में खांसी का उपचार करने के लिए स्नेहन विधि का प्रयोग किया जाता है। यह शरीर में बढ़े दोष के कारणों को खत्म करता है। हालांकि, बहुत ज्यादा शारीरिक या मोटापे से ग्रस्त लोगों को स्नेहन की मनाही होती है। इस आयुर्वेदिक विधि में हर्बल तेलों को गर्म करके पूरे शरीर पर लगाया जाता है। तेलों का चुनाव बढ़े हुए दोष के हिसाब से किया जाता है।
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खांसी का आयुर्वेदिक इलाज (Ayurvedic treatment for cough) है हर्ब्स
खांसी के लिए आयुर्वेदिक जड़ी बूटियां इस प्रकार हैं-
खांसी का आयुर्वेदिक इलाज : पिप्पली
पिप्पली में वायुनाशक, दर्द निवारक और कफ को साफ करने वाले गुण पाए जाते हैं। वात प्रकृति वाले लोगों के लिए पिप्पली का इस्तेमाल फायदेमंद साबित होता है। खांसी के साथ-साथ ब्रॉन्काइटिस, गठिया, अस्थमा और साइटिका के आयुर्वेदिक इलाज में भी इसका प्रयोग किया जाता है। यह आयुर्वेदिक हर्ब शरीर से टॉक्सिन्स को बाहर निकालने में उपयोगी है।
हल्दी
हल्दी पाउडर को शहद के साथ मिलाकर दिन में तीन बार सेवन करने से सूखी खांसी का इलाज होता है। यह खांसी का देसी इलाज है, जो कि बहुत प्रभावी साबित होता है। सोने से पहले हल्दी और शहद लें। यह एक प्राकृतिक एंटीबायोटिक के रूप में काम करता है।
मुलेठी
बहुत ज्यादा खांसी आने की वजह से गले के अंदर सूजन आ जाती है। इसे कम करने के लिए मुलेठी का उपयोग किया जाता है।
अदरक
अदरक का इस्तेमाल सर्दी-खांसी के घरेलू उपाय के रूप में कई सदियों से किया जा रहा है। यह गले में खराश, उल्टी और दर्द को कम करने में भी घरों में इस्तेमाल की जाती है। वात प्रकार की खांसी के आयुर्वेदिक उपचार में इसका इस्तेमाल घी के साथ किया जाता है। कई दूसरी हर्ब्स के साथ भी इसका इस्तेमाल किया जा सकता है।