परिचय
नोसोकॉमियल इनफेक्शन क्या होता है?
नोसोकॉमियल इनफेक्शन एक तरह का संक्रमण होता है जो अस्पताल जैसी जगहों पर फैलता है। स्वास्थ्य देखभालों से जुड़ा ये संक्रमण उसी वक्त फैलता है जब आपको पहले से कोई बीमारी हो। अस्पताल के जिस वार्ड से एचएआई यानी नोसोकॉमियल इनफेक्शन होता है वह आईसीयू है। यहां डॉक्टर गंभीर बीमारियों का इलाज करते हैं। इस वजह से आईसीयू से यह संक्रमण ज्यादा फैलता है।
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कितना आम है नोसोकॉमियल इनफेक्शन?
स्वास्थ्य देखभाल से जुड़ा यह संक्रमण बहुत आम है। अस्पताल में भर्ती होने वाले 10 में से 1 मरीज को यह संक्रमण होता है। इसका असर मरीज को किसी भी उम्र में हो सकता है।
अस्पताल में भर्ती होते समय साफ—सफाई का ध्यान रखना जरूरी है। इसके अलावा डॉक्टर
आपको इस बारे में ज्यादा जानकारी दे सकते हैं।
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लक्षण
नोसोकॉमियल इनफेक्शन के सामान्य लक्षण क्या हैं?
- नोसोकॉमियल इनफेक्शन के लक्षण सामान्य तौर पर 48 घंटे बाद दिखाई देते हैं।
- वहीं कुछ मामलों में अस्पताल से डिस्चार्ज होने के 3 दिन बाद ये संक्रमण असर दिखाना शुरू
करता है।
- वहीं आॅपरेशन के 30 दिन के बाद इसके लक्षण दिखने शुरू होते हैं।
- ऐसा भी देखा गया है कि जब कोई अस्पताल से घर आता है तो
उससे अन्य सदस्यों को यह संक्रमण हो जाता है।
नोसोकॉमियल इनफेक्शन के कई प्रकार होते हैं-
- यूरिनरी ट्रैक्ट इनफेक्शन (Urinary tract infections)
- सर्जिकल साइट इनफेक्शन (Surgical site infections)
- मैनिंजाइटिस (Meningitis)
- निमोनिया (Pneumonia)
इस संक्रमण के लक्षणों में आपको बुखार, कफ, सांस लेने में परेशानी, सिर दर्द, डायरिया, दस्त और उल्टी जैसी समस्या हो सकती है।
डॉक्टर को कब दिखाना चाहिए?
- ऊपर दिए लक्षणों में से अगर कुछ भी दिखे तो डॉक्टर को दिखाना चाहिए।
- ये लक्षण हर किसी में अलग—अलग तरह से दिख सकते हैं।
- ऐसे में बिना देरी के डॉक्टर के पास जाना चाहिए।
- अस्पताल में रहने के दौरान और घर आने के बाद इन लक्षणों पर खास ध्यान
देने की जरूरत होती है।
कारण
नोसोकॉमियल इनफेक्शन के कारण क्या हैं?
बैक्टीरिया, फंगस और वायरस से नोसोकॉमियल इनफेक्शन होता है। इनमें से 90 फीसदी बैक्टीरिया से यह संक्रमण फैलता
है। जिस व्यक्ति का इम्यून सिस्टम कमजोर होता है उसे यह संक्रमण जल्दी लग जाता है।
यह संक्रमण एक से दूसरे में फैल जाता है। इस वजह से साफ—सफाई पर विशेष ध्यान देने
की जरूरत है। इसके लिए हाथ साफ रखें। अस्पताल की किसी भी चीज को छूने के बाद हाथ
जरूर धोएं। समय—समय पर सैनिटाइजर का इस्तेमाल करते रहें।
खतरों के कारण
क्या चीजें हैं जो नोसोकॉमियल इनफेक्शन की संभावना को बढ़ा सकती हैं?
बैक्टीरिया के अलावा कई और वजह हैं, जिससे यह संक्रमण होता है-
- अस्पताल में रहने वाले आपके रूम मेट की वजह से।
- आपकी उम्र 70 वर्ष या इससे ज्यादा है तो भी आपको ये संक्रमण तुरंत हो जाएगा।
- एंटिबायोटिक की वजह से।
- ज्यादा समय तक आईसीयू में रहने से।
- ज्यादा समय तक कोमा में चले जाने से।
- अगर आपको कोई सदमा लगा हो।
- कमजोर इम्यून सिस्टम की वजह से।
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जांच और इलाज
नोसोकॉमियल इनफेक्शन का परीक्षण कैसे किया जा सकता है?
- अस्पताल में भर्ती होने के दौरान डॉक्टर तुरंत संक्रमण के लक्षण को
पहचान लेते हैं।
- इस संक्रमण से बीमारी और भी ज्यादा बढ़ सकती है।
- ब्लड और यूरिन टेस्ट से भी इसका परीक्षण होता है।
नोसोकॉमियल इनफेक्शन का इलाज कैसे करें?
- इनफेक्शन के हिसाब से ही इसका इलाज होता है।
- यह जरूरी नहीं है कि इस इनफेक्शन से सभी में एक जैसे लक्षण दिखें।
- अलग—अलग लक्षण की अलग बीमारी होगी और उसकी अलग दवा देनी होगी।
- इसके अलावा डॉक्टर इस बारे में ज्यादा अच्छे से जानकारी दे सकते हैं।
घरेलू उपाय
घरेलू उपचार और जरूरी जानकारी
- खान—पान अच्छा और हेल्दी रखें।
- साफ—सफाई का विशेष ध्यान दें।
- लक्षण दिखाई देने पर कुछ प्राकृतिक उपचार भी करते रहें।
- तरल पदार्थ का सेवन करें और शरीर को आराम दें।
हैलो स्वास्थ्य किसी भी तरह की कोई भी मेडिकल सलाह नहीं दे रहा है, अधिक जानकारी के लिए आप डॉक्टर से संपर्क कर सकते हैं।