के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya
एपिग्लोटाइटिस एक जानलेवा बीमारी है। यह एपिग्लॉटिस में होती है। जीभ के निचले हिस्से को एपिग्लॉटिस (Epiglottitis) कहते हैं। इस बीमारी से एपिग्लॉटिस में सूजन और ब्लॉकिंग आ जाती है। एपिग्लोटाइटिस होने से सांस लेने में दिक्कत होती है। सूजन की वजह से फेफड़ों तक हवा नहीं पहुंच पाती है। दम घुटने के कारण मरीज की मृत्यु भी हो सकती है। यह बीमारी किसी चोट या गर्म चीज पी लेने की वजह से होती है। इससे एपिग्लॉटिस में इनफेक्शन हो जाता है।
एपिग्लोटाइटिस (Epiglottitis) को सुप्राग्लोटाइटिस नाम से भी जाना जाता है। एपिग्लोटाइटिस होने के बाद मरीज कुछ खाने-पीने में असमर्थ हो जाता है और उसे बोलने में भी परेशानी होती है। अगर आपको ऐसे कुछ लक्षण दिखते हैं तो तुरंत डॉक्टर के संपर्क करना चाहिए। यह बीमारी ज्यादातर युवाओं में देखी गई है।
और पढ़ें : Earwax Blokage: ईयर वैक्स ब्लॉकेज क्या है?
एपिग्लोटाइटिस ज्यादातर बैक्टीरिया, फंगल या वायरल इनफेक्शन (Viral infection) के कारण होता है। बच्चों से ज्यादा ये बीमारी वयस्कों में देखी गई है। इसके कारण निम्नलिखित है—
एपिग्लोटाइटिस के लक्षण बच्चों और वयस्कों में अलग-अलग हो सकते हैं। हो सकता है कि बच्चों में बैक्टीरिया जाने के तुरंत बाद लक्षण दिखने लगें। वहीं वयस्कों में धीरे-धीरे लक्षण दिखाई देते हैं। इस बीमारी के लक्षण हैं:
[mc4wp_form id=’183492″]
और पढ़ेंः Tick Bite: टिक बाइट क्या है?
जिसमें एपिग्लोटाइटिस (Epiglottitis) के लक्षण दिखते हैं उन्हें तुरंत अस्पताल में भर्ती कर इलाज शुरू कर दिया जाता है। परीक्षण के आधार पर ही डॉक्टर निम्न तरह से मरीज का इलाज करते हैं:
। बेहतर जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से परामर्श करें।
डिस्क्लेमर
हैलो हेल्थ ग्रुप हेल्थ सलाह, निदान और इलाज इत्यादि सेवाएं नहीं देता।