प्रदान की गई जानकारी किसी भी चिकित्सकीय सलाह का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा अपने चिकित्सक से परामर्श करें।
निदान
सिस्टाइटिस का निदान कैसे किया जाता है?
यदि आपको सिस्टाइटिस के लक्षण दिख रहे हैं, तो जल्द ही अपने डॉक्टर से बात करें। आपके संकेतों और लक्षणों को देखने के बाद डॉक्टर कुछ टेस्ट करेगा जैसे,
यूरिन ऐनालिसिस
एक संदिग्ध मूत्राशय के संक्रमण के लिए, आपका डॉक्टर यह निर्धारित करने के लिए मूत्र के नमूने के लिए पूछ सकता है कि आपके मूत्र में बैक्टीरिया, रक्त या मवाद है। यदि हां, तो वह मूत्र बैक्टीरिया की संस्कृति का अनुरोध कर सकता है।
सिस्टोस्कोपी ( Cystoscopy)
इस परीक्षण के दौरान, आपका डॉक्टर एक सिस्टोस्कोप की सहायता से एक पतली ट्यूब (जिसके साथ प्रकाश और कैमरा जुड़ा हुआ है ) मूत्रमार्ग के माध्यम से अंदर डालता है। यूरीनरी ट्रेक में इंफेक्शन के लक्षण दिखाई पड़ते है। इस दौरान डॉक्टर बायोप्सी के लिए टिश्यू का छोटा टुकड़ा भी निकाल सकता है।
इमेजिंग
इमेजिंग परीक्षण आमतौर पर आवश्यक नहीं है, लेकिन इंफेक्शन के बारे में जानकारी न मिलने पर इसकी सहायता ली जा सकती है। उदाहरण के लिए, एक एक्स-रे या अल्ट्रासाउंड से मूत्राशय की सूजन के अन्य कारणों जैसे ट्यूमर या स्ट्रक्चरल एबनॉर्मलटी के बारे में जानकारी मिलती है।
सिस्टाइटिस का इलाज कैसे किया जाता है?
सिस्टाइटिस का इलाज कैसे किया जाता है?
- सिस्टाइटिस के लिए सबसे आम उपचार एंटीबायोटिक दवा का उपयोग कर रहा है। जीवाणु संक्रमण को रोकने के लिए 3 से 10 दिनों के डॉक्टर मेडिसिन देता है। 1 से 2 सप्ताह तक मेडिसिन चलती है। परिक्षण के बाद अगर इंफेक्शन दोबारा पाया जाता है तो मेडिसिन 6 महीने तक बढ़ाई जा सकती है।
- डॉक्टर कुछ चीजों से परहेज के लिए भी कहेगा जैसे बबल बाथ और नर्व इंस्टीमुलेशन सहित अन्य दवाओं को मना किया जा सकता है।
- इंटरस्टीशियल सिस्टिटिस के साथ सूजन का कारण नही पता चला है, इसलिए कोई भी उपचार उपलब्ध नहीं है। कुछ थेरिपी का यूज किया जा सकता है।
- मौखिक रूप से खायी जाने वाली दवा या फिर ब्लैडर में डालने वाली दवा या सर्जरी की सहायता लेना।
- नर्व स्टीमुलेशन, पेल्विक दर्द को दूर करने के लिए इलेक्ट्रिकल पल्स का यूज करना। ये यूरीनरी फ्रीक्वेंसी को कम करता है।
- जीवनशैली में बदलाव या घरेलू उपचार क्या इस बीमारी से निपटने में मदद कर सकते है ?
- निम्नलिखित जीवनशैली और घरेलू उपचार आपको सिस्टाइटिस से निपटने में मदद कर सकते हैं,
- अपनी दवाई सही समय पर खाएं।
- तरल पदार्थ का अधिक सेवन करें।
- सेक्स करने के तुरंत बाद यूरिन करें।
- सूती कपड़े पहनें। महिलाओं को सूती पैंटी पहननी चाहिए। तंग कपड़े पहनने से बचें।
- अपने जननांग को साफ और सूखा रखें।
- जननांग क्षेत्र में किसी भी प्रकार का स्प्रे लगाने से बचें।
- डायबिटीज है तो उसे नियंत्रण में रखें।
- अगर बुखार कम नहीं हो रहा है तो डॉक्टर से संपर्क करें।