निदान और उपचार
दी गई जानकारी किसी भी चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा अपने चिकित्सक से परामर्श करें।
सोशल एंग्जाइटी डिसऑर्डर का इलाज कैसे किया जाता है?
सोशल एंग्जाइटी डिसऑर्डर का इलाज करने के लिए डॉक्टर आपके हेल्थ की जानकारी लेंगे, आपसे बात करेंगे। ब्लड और यूरिन टेस्ट भी करवाने का आदेश दे सकतें हैं। जिससे इलाज करना आसान हो सकता है। इस दौरान पीड़ित व्यक्ति से कई सवाल भी किये जा सकते हैं।
सोशल एंग्जाइटी डिसऑर्डर का इलाज कैसे किया जाता है?
सोशल एंग्जाइटी डिसऑर्डर इलाज दवा और साइकोथेरेपी से किया जाता है। कभी-कभी बेहतर इलाज के लिए दवा और साइकोथेरेपी एकसाथ की जा सकती है।
साइकोथेरेपी
कई लोगों में साइकोथेरेपी से सोशल एंग्जाइटी डिसऑर्डर इलाज किया जाता है। साइकोथेरेपी की मदद से पीड़ित को मानसिक तौर से मजबूत बनाने की कोशिश की जाती है और साथ ही उन्हें सकारात्मक सोंच के साथ रहने की सलाह दी जाती है।
एंग्जाइटी के लिए कॉग्निटिव वेहेवरियल थेरेपी (Cognitive behavioral therapy) सबसे सामान्य काउंसलिंग थेरेपी है। इस थेरेपी की मदद से पीड़ित को उन परिस्थितियों का कैसे सामना करें जिनसे उन्हें घबराहट या फिर परेशानी होती है।
दवा का डोज
सोशल एंग्जाइटी डिसऑर्डर ठीक करने के लिए कई तरह की दवा दी जाती हैं। लेकिन, सलेक्टिव सेरटोनिन रीअपटेक इनहिबीटर्स (selective serotonin reuptake inhibitors) सोशल एंग्जाइटी होने पर सबसे पहले दी जाती है। आपके डॉक्टर आपको परोक्सेटिन (Paroxetine) या सरट्रालिन (Sertraline) की सलाह दे सकते हैं।
सोशल एंग्जाइटी डिसऑर्डर दूर करने के लिए सेरोटिन (serotonin) और नोरिपिनेप्रिन रीअपटेक इनहिबीटर्स (norepinephrine reuptake inhibitor), वेलनाफेक्सीन (venlafaxine) जैसी दवाएं दी ज्यादा परेशानी होने पर दी जा सकती है।थेरेपी और दवा शुरू होने के बाद भी ठीक होने में वक्त लग सकता है।
कुछ अन्य दवाएं
आपके डॉक्टर आपकी परेशानी और लक्षण समझते हुए दवा या थेरेपी बता सकते हैं, जैसे:
- अन्य एंटी-डिपेंटेंट्स- आपको कई अलग-अलग एंटीडिप्रेसेंट दी जा सकती है, जो आपके लिए लाभदायक हो सकते हैं लेकिन, इन दवाओं के कुछ साइडइफेक्ट्स भी हो सकते हैं।
- एंटी-एंग्जाइटी- बेंजोडाईजेपिन (Benzodiazepines) एंग्जाइटी के लेवल को कम करने में सहायक हो सकता है। बेंजोडाईजेपिन डॉक्टर के आदेश के अनुसार ही लेना चाहिए और जिस तरह से सलाह दी जाये वैसे ही लेना चाहिए।
- बीटा ब्लोकर- एपिनेफ्रिन (एड्रेनालाईन) को बढ़ने में मदद नहीं करती है। इससे हृदय गति, रक्तचाप, दिल की धड़कन कम हो सकती है। डॉक्टर के सलह अनुसार ही इसे लेना बेहतर होगा और स्वास्थ के लिए भी अच्छा होगा।