दी गई समस्या महसूस करने पर आपको तुरंत डॉक्टर से बात करनी चाहिए क्योंकि यह परेशानियां किसी गंभीर समस्या से भी जुड़ी हो सकती हैं। अगर बच्चे एक या 2 दिन ज्यादा देर तक सो जाता है, तो इसमें परेशान होने की बात नहीं है लेकिन अगर यह बच्चे की आदत बन चुकी है, तो ऐसे में आपको तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
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बेबी का पहला महीना: बच्चे की नींद को लेकर कहीं परेशान तो नहीं है आप?
हो सकता है कि आप नवजात शिशु के सोने के घंटों को लेकर दुविधा में हो? हम आपको बता दें कि बच्चे जन्म के कुछ समय बाद तक अधिक मात्रा में नींद लेते हैं लेकिन वह एक साथ नहीं सोते हैं। बच्चे 14 से 17 घंटे सो सकते हैं लेकिन 1 से 2 घंटे के अंतराल पर वह फीड करते हैं और उसके बाद सोते हैं। नेशनल स्लीप फाउंडेशन का कहना है कि नवजात शिशुओं को 14 से 17 घंटे सोना चाहिए। आपको इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि बच्चा भले ही 14 घंटे तक सोए लेकिन 1 से 2 घंटे के भीतर वह दूध जरूर पिए। बच्चे की अन्य गतिविधियों पर भी नजर रखें।
बच्चे जन्म के बाद कई बार फीड कर सकते हैं। अक्सर माओं के मन में यह सवाल होता है कि आखिर बच्चा 1 दिन में कितनी बार फीड करेगा। जन्म के पहले सप्ताह में बच्चा 12 से 14 बार फीड कर सकता है। ऐसा इसलिए क्योंकि बच्चे का पेट छोटा होता है और उन्हें जल्दी भूख लगती है। जैसे जैसे बच्चे का पेट बड़ा होने लगता है, बच्चे का फीड टाइम कम हो जाता है।
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एक दिन में कितनी बार पूप करता है?
1 माह का बच्चा दिन में 5 से 6 बार मल या स्टूल कर सकता है। जब बच्चा पैदा होता है, तो उसके पूप का रंग काला होता है, जो कि 1 से 2 दिन बाद सामान्य हो जाता है। आपको 1 दिन में कम से कम 5 से 6 डायपर बदलने पड़ सकते हैं। बच्चे के पूप के संबंध में आप डॉक्टर से अधिक जानकारी ले सकते हैं।
बच्चे के जन्म के 1 से 2 सप्ताह बाद अंबलिकल कॉर्ड सूख कर अपने आप गिर जाती है। इस दौरान आपको उस जगह की सफाई का खास ध्यान रखने की जरूरत होती है। साथ ही कुछ बच्चों में अंबलिकल हर्निया की भी समस्या हो जाती है। वैसे तो ऐसे खतरनाक नहीं माना जाता है लेकिन आप जरूरत पड़ने पर डॉक्टर को दिखा सकते हैं। अगर आपका बेबी रोजाना 12 से 14 घंटे की नींद ले रहा है और साथ ही पूप भी प्रॉपर कर रहा है, तो आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है। इसका मतलब है कि बेबी की ग्रोथ अच्छी हो रही है। समय पर आप बच्चे के वैक्सिनेशन लगवाएं और अगर आपको किसी भी प्रकार की परेशानी महसूस हो, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
इस आर्टिकल में हमने आपको बेबी का पहला महीना कैसा होता है, इसके बारे में अहम जानकारी दी है। उम्मीद है आपको हैलो हेल्थ की ओर से दी हुई जानकारियां पसंद आई होंगी। अगर आपको पेरेंटिंग के संबंध में अधिक जानकारी चाहिए, तो हैलो हेल्थ की वेबसाइट में आपको अधिक जानकारी मिल जाएगी।