दूसरे स्कूल की तुलना में आपने जिस स्कूल का चयन किया है, का कैसा प्रदर्शन रहा है ? पिछले पिछले कुछ वर्षों का परिक्षा परिणाम कैसा रहा है? स्कूल का प्रदर्शन इस बात से भी समझा जाता है, कि एक सेशन खत्म होने से पहले कितने बच्चों ने स्कूल छोड़ा है? क्या एक साल के अंदर स्कूल ने विशेष उपब्धियां हासिल की है?
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घर से स्कूल की दूरी
बहुत से अभिभावक दूसरों का देखा देखी अपने बच्चे को घर से बहुत दूर स्थित स्कूल में दाखिला करवा देते हैं। इससे बच्चों का काफी समय सिर्फ स्कूल आने जाने में ही खर्च हो जाता है। इससे बच्चों को खेल कूद के लिए कम समय मिलता है और जो मिलता है वो सिर्फ इतना कि उसमे केवल पढ़ाई ही हो सकती है। बच्चों के अच्छी विकास के लिए खेल कूद भी उतना ही महत्वपूर्ण है जितना की पढ़ाई। बड़ी कक्षाओं में जाने के बाद बच्चों को होमवर्क भी बहुत मिलता है। बच्चों का स्कूल अगर घर के निकट हो तो उन्हें पर्याप्त समय मिलेगा की वे अपना होमवर्क बनाएं, नोट्स को दोहरा लें और खेल भी लें। अपने बच्चों के लिए स्कूल का चयन करते वक्त सभी अच्छे स्कूल की लिस्ट बनाये। लिस्ट में स्कूलों को घर से दुरी के अनुक्रमांक में रखें। घर से सबसे दूर में जो स्कूल स्थित हो वो लिस्ट में सबसे निचे हो। अब लिस्ट में ऊपर से पांच स्कूलों से अपनी खोज शुरू करें।
स्कूल ऐसा चुनें कि ट्यूशन की आवश्यकता न पड़े
बच्चों का जिस स्कूल में दाखिला करवाएं वहां यह बात निश्चित करें की बच्चों को विषय का सम्पूर्ण ज्ञान करवाया जाता है। अन्यथा कहीं ऐसा ना हो की आप स्कूल को विषयों से संबंधित पूरी फीस दें और बाद में बच्चे के ट्यूशन पे अतरिक्त खर्च करें। अगर बच्चे को टूशन ही पढ़ना है तो फिर अच्छे स्कूल का क्या मतलब रह गया।
स्कूल का चयन के बाद अब आवेदन की बारी
एक बार जब आपने अपने बच्चे के लिए सही स्कूल का चयन कर लिया है, तो अब उस स्कूल में आवेदन कर, दाखिले से संबंधित समस्त प्रक्रियाओं को आगे बढाने का सही समय आ गया है। इस समय जितनी ज्यादा हो सके अपनी क्वेरीज कर यह सुनिश्चित कर लें, कि कब और कैसे आवेदन करना है?
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अगर आपने एक या अधिक स्कूल का चयन किया है