डायरिया की समस्या आमतौर पर वायरस या फिर प्रदूषित खाने के कारण फैलने वाली बीमारी है। इस कारण से लूज मोशन की समस्या शुरू हो जाती है और साथ ही विभिन्न प्रकार के लक्षण जैसे कि उल्टी आना, पेट में दर्द होना, अचानक से वजन का कम हो जाना आदि समस्याओं का सामना करना पड़ता है। खाने के बाद भी डायरिया की समस्या पैदा हो सकती है। इसे पोस्टप्रान्डियल डायरिया (Postprandial diarrhea) के नाम से जाना जाता है। इस आर्टिकल के माध्यम से आइए जानते हैं कि खाने के बाद डायरिया (Diarrhea After Eating) की समस्या क्यों होती है और साथ ही अन्य किन समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
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खाने के बाद डायरिया (Diarrhea After Eating)
ये कंडीशन अनकॉमन नहीं है लेकिन इसका डायग्नोज करना बहुत मुश्किल हो जाता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि पोस्टप्रान्डियल डायरिया (पीडी) के लक्षण अन्य कंडीशन के भी हो सकते हैं। कुछ लोगों को आईबीएस-डायरिया की समस्या का सामना करना पड़ता है। कुछ मामलों में इस समस्या का निदान नहीं हो पाता है। कुछ लोगों में कंडीशन क्रॉनिक होती है, वहीं कुछ लोगों में कुछ समय के लिए ये समस्या रहती है। जानिए आखिर क्यों खाने के बाद डायरिया (Diarrhea After Eating) की समस्या पैदा होती है।
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खाने के बाद डायरिया की समस्या के क्या होते हैं कारण?
खाने के बाद डायरिया (Diarrhea After Eating) की समस्या के एक नहीं बल्कि कई कारण जुड़े हुए हो सकते हैं। इसका मुख्य कारण क्या है आइए जानते हैं।
- वायरल इंफेक्शन के कारण भी खाने के बाद डायरिया (Diarrhea After Eating) की समस्या हो सकती है। इसके कारण डाइजेस्टिव ट्रैक्ट बहुत सेंसिटिव हो जाता है और कुछ दिनों तक बीमारी के लक्षण दिखाई देते हैं।
- लेक्टोज इनटॉलरेंस के कारण भी खाने के बाद डायरिया (Diarrhea After Eating) की समस्या पैदा हो जाती है क्योंकि इसमें लैक्टोज युक्त खाद्य पदार्थ पच नहीं पाते हैं। इस कारण से पेट में दर्द की समस्या और ऐंठन की समस्या पैदा हो जाती है।
- वहीं फूड पॉइजनिंग भी खाने के बाद डायरिया (Diarrhea After Eating) की समस्या को जन्म देता है। जब खराब भोजन शरीर में जाता है, तो खाने के घंटे के भीतर ही व्यक्ति को उल्टी, दस्त की समस्या हो जाती है। खाने में गंदगी या फिर बासी खाना भी इसका कारण हो सकता है।
- कुछ लोगों के शरीर में लेक्टोज और फ्रक्टोज जैसी शुगर एब्जॉर्व नहीं हो पाती हैं। यदि ये शरीर में प्रवेश करती है, तो इनका पाचन ना होने के कारण डायरिया की समस्या पैदा हो जाती है। इसे शुगर मालएब्जॉर्प्शन के नाम से भी जाना जाता है।
- टॉडलर्स डायरिया (Toddler’s diarrhea) की समस्या उन बच्चों को हो सकती है, जो फ्रूट जूस अधिक मात्रा में पीते हैं। इन ड्रिंक्स में अधिक मात्रा में शुगर होती है, जो इंटेस्टाइन में पानी जो अधिक मात्रा में लेकर लूज स्टूल का कारण बन जाती है। बच्चों को अधिक फ्रूट जूस से बचना चाहिए।
इरिटेबल बाउल सिंड्रोम (Irritable bowel syndrome), सिलिएक डिजीज (Celiac disease), माइक्रोस्कोपिक कोलाइटिस (Microscopic colitis), डंपिंग सिंड्रोम (Dumping syndrome) आदि के कारण क्रॉनिक पोस्टप्रान्डियल डायरिया की समस्या हो सकती है। जानिए इस समस्या से कैसे पा सकते हैं छुटकारा।
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खाने के बाद डायरिया हो जाए, तो कैसे पाया जा सकता है छुटकारा?
आपको समस्या से छुटकारा पाने के लिए कुछ बातों पर ध्यान होगा और साथ लाइफस्टाइल में बदलाव भी करना होगा। आपको खाने में उन फूड्स को अवॉइड करना होगा, जो इस समस्या को बढ़ाने का काम कर सकते हैं। आपको फैटी फूड्स, डेयरी प्रोडक्ट और फाइबर युक्त चीजों से कम मात्रा में लेना होगा। साथ ही ऐसे फूड्स का सेवन करना होगा, जो आपके शरीर को पोषण प्रदान करने के साथ ही लूज मोशंस की समस्या को कम कर सकते हैं। चूंकि आपको लूज मोशंस की समस्या शुरू हो चुकी है, इसलिए आपको एक साथ खाना नहीं खाना चाहिए बल्कि बहुत थोड़ी-थोड़ी मात्रा में खाना खाना चाहिए।
ऐसा करने से इंटेस्टाइन को खाना को पचाने में मदद मिलेगी और साथ ही समस्या के लक्षणों में सुधार होगा। इस समय आपको स्ट्रेस से भी दूर रहने की सलाह दी जाती है। इसके कारण समस्या अधिक बढ़ सकती है जिससे कि डाइजेस्टिव हेल्थ पर बुरा प्रभाव पड़ता है। कुछ बातों का ध्यान रख आप खाने के बाद डायरिया की समस्या से छुटकारा पा सकते हैं।
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कब दिखाना चाहिए डॉक्टर को?
दस्त की समस्या होने पर अक्सर लोग घर पर ही ट्रीटमेंट करते हैं और दस्त की समस्या कुछ दिनों बाद ठीक भी हो जाते हैं लेकिन कई बार परिस्थितियां अलग होती हैं। ऐसे में मन में यह सवाल जरूर आता है कि आखिर कब डॉक्टर को दिखाना चाहिए।
अगर आपको सप्ताह में कई बार लूज मोशन हो चुके हैं और सावधानी बरतने पर भी लूज मोशन सही नहीं हो रहे हैं, तो ऐसे में आपको तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। लूज मोशन के साथ ही अगर आपको बुखार भी आ रहा है, तो ऐसे में ट्रीटमेंट की जरूरत होती है। डायरिया की समस्या कॉमन है लेकिन साथ में ही पेट में दर्द होना आपको परेशान कर सकता है। ऐसे में डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। लूज मोशन हो जाने पर पर्याप्त मात्रा में पानी पीना चाहिए ताकि डिहाइड्रेशन की समस्या ना हो। अगर आपको डिहाइड्रेशन के लक्षण नजर आ रहे हैं, तो ऐसे में डॉक्टर से परामर्श करना बहुत जरूरी हो जाता है।
अगर आपके स्टूल का रंग बदल गया है और साथ ही स्टूल के साथ ब्लड भी आ रहा है, तो आपको डॉक्टर से बात करने की जरूरत है। मल का रंग काला, या भूरा हो सकता है। यह गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल से संबंधित समस्या का संकेत हो सकता है। डॉक्टर आपसे लक्षणों के बारे में जानकारी लेते हैं और साथ ही बीमारी को डायग्नोज करते हैं। समय पर ट्रीटमेंट करा लेने पर आपको इस समस्या से छुटकारा मिल जाता है। एक बार डायरिया की समस्या से ठीक होने के बाद आपको खाने पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। बेहतर होगा अगर आपको कुछ समय के लिए ऑइली फूड के साथ ही हैवी फूड का सेवन करने से बचना चाहिए।
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इस आर्टिकल में हमने आपको खाने के बाद डायरिया (Diarrhea After Eating) की समस्या से संबंधित जानकारी दी है। उम्मीद है आपको हैलो हेल्थ की ओर से दी हुई जानकारियां पसंद आई होंगी। अगर आपको इस संबंध में अधिक जानकारी चाहिए, तो हमसे जरूर पूछें। हम आपके सवालों के जवाब मेडिकल एक्स्पर्ट्स द्वारा दिलाने की कोशिश करेंगे।
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