शरीर के अंदर किसी भी हिस्से में दर्द होता है, तो शरीर बेचैन हो उठता है। ऐसे ही एक दर्द होता है फ्लेंक पेन (Flank Pain) या तेज दर्द। पेट के आस पास या बाजू में यह दर्द पसलियों के नीचे या फिर पेल्विक के ऊपर हो सकता है। फ्लेंक पेन के कारण बॉडी के एक हिस्से में बहुत तेजी से दर्द पैदा होता है। अधिकांश लोगों को अपने जीवन में एक ना एक बार तेज दर्द से गुजरना पड़ता है। यह दर्द परमानेंट नहीं होता है लेकिन जब यह शुरू होता है, तो बहुत समस्या होती हैं। आइए जाने की फ्लेंक पेन किन कारणों से होता है और इसके होने पर क्या लक्षण दिखाई पड़ते हैं।
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तेज दर्द (Flank Pain) क्या होता है?
फ्लेंक पेन होने के एक नहीं बल्कि कई कारण हो सकते हैं। कुछ कारण जैसे कि किडनी इन्फेक्शन, किडनी में स्टोन, डिहाइड्रेशन की समस्या, ब्लैडर इन्फेक्शन, दाद, स्पाइनल फ्रैक्चर, डिस्क डिजीज, मसल्स पेन आदि फ्लेंक पेन का कारण बन सकते हैं। वहीं कई बार मांसपेशियों में ऐंठन के कारण भी दर्द की समस्या हो सकती है। तेज दर्द का कारण कई बार किडनी डिजीज, निमोनिया या यूरिन में रुकावट से संबंधित हो सकता है। आपको पेट में पीठ में दर्द क्यों हो रहा है, ये जानकारी जांच के बाद ही मिल पाती है। जानिए तेज दर्द के लक्षणों में क्या शामिल हो सकता है।
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फ्लेंक पेन (Flank Pain) या तेज दर्द होने पर क्या दिखते हैं लक्षण?
तेज दर्द होने पर आपको एक नहीं बल्कि विभिन्न प्रकार के लक्षण दिख सकते हैं। पहले तो आपको तेज दर्द किस कारण से हो रहा है, इस बात पर लक्षण निर्भर करता है। अगर आपको किडनी संबंधी कोई समस्या है, तो आपको निम्नलिखित लक्षण नजर आएंगे। अगर आपको निम्नलिखित लक्षण नजर आते हैं, तो आपको तुरंत डॉक्टर को दिखाना चाहिए।
- रैश होना (rash)
- फीवर (fever)
- चक्कर आना (dizziness)
- मितली (nausea)
- उल्टी आना (vomiting)
- कब्ज की समस्या (constipation)
- डायरिया (diarrhea)
- यूरिन में ब्लड आना (blood in the urine)
- यूरिनेशन के दौरान दर्द (pain during urination)
वहीं कुछ लोगों को डिहायड्रेशन के कारण भी पेट में तेज दर्द की समस्या का सामना करना पड़ता है। डिहाइड्रेशन की समस्या होने पर शरीर में पानी की मात्रा बहुत कम हो जाती है, जिसके कारण शरीर में विभिन्न प्रकार के लक्षण दिखाई देने लगते हैं। जानिए इनसे जुड़े लक्षणों के बारे में।
- अत्यधिक प्यास लगना
- पसीने की कमी
- चक्कर आना
- पल्स का तेज हो जाना (a fast pulse)
- मुंह में सूखा, चिपचिपापन महसूस होना
- सिर दर्द (headaches)
- बुखार (fever)
- कब्ज (constipation)
- यूरिन का रंग बदल जाना
- यूरिन प्रोडक्शन में कमी
शरीर में पानी की मात्रा कम हो जाने पर शरीर की विभिन्न प्रकार के फंक्शन प्रॉपर तरीके से नहीं हो पाते हैं। इस कारण से ऑर्गन, सेल्स, टिशू फंक्शन करने में फेल हो सकते हैं, जिसके कारण कॉम्प्लिकेशंस बढ़ सकते हैं। अगर शरीर में पानी की कमी हुई है, तो वह आपको उसे तुरंत पूरा करना चाहिए।
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फ्लेंक पेन को कैसे किया जाता है डायग्नोज (How to diagnose flank pain)
आपके पेट में तेजी से दर्द क्यों हो रहा है, इस समस्या की जांच करने के लिए आपसे कुछ सवाल पूछ सकते हैं। कुछ सवाल जैसे कि आपको दर्द किस स्थान में हो रहा है, दर्द आपको कब से हो रहा है, दर्द क्या तेजी से होता है या फिर रुक-रुक कर या फिर क्या कुछ खास करने से दर्द बढ़ जाता है आदि सवाल डॉक्टर पूछ सकते हैं। इसके साथ ही डॉक्टर अधिक जानकारी के लिए ब्लड टेस्ट (Blood test) और इमेजिंग टेस्ट जैसे कि अल्ट्रासाउंड, एक्स-रे आदि कर सकते हैं। ऐसा करने से डॉक्टर को उस ऑर्गन, मसल्स आदि के बारे में गहराई से जानकारी मिल जाती है। साथ ही डॉक्टर पेट का सीटी स्कैन भी कर सकते हैं। पेट का सीटी स्केन एक प्रकार का एक्स-रे है, जो पेट के क्रॉस-सेक्शनल पिक्चर को साफ तौर पर दिखाता है। वहीं जरूरत पड़ने पर सिस्टोस्कोपी प्रोसेस भी की जा सकती है। यूरिन टेस्ट और यूरिन कल्चर टेस्ट भी जरूरत पड़ने पर किया जा सकता है। डॉक्टर पेशेंट के लक्षण जानने के बाद ही कौन सा टेस्ट किया जाएगा, यह निर्धारित करते हैं। आपको इस संबंध में डॉक्टर से अधिक जानकारी लेनी चाहिए।
फ्लेंक पेन का ट्रीटमेंट (How to treat flank pain)
अगर आपको पेट या फिर पेट के आसपास के हिस्से में तेजी से दर्द मांसपेशियों में अकड़न या ठंड के कारण हो रहा है तो ऐसे में डॉक्टर आपको कुछ एक्सरसाइज करने की सलाह दे सकते हैं एक्सरसाइज के माध्यम से मांसपेशियों की ऐंठन को ठीक किया जा सकता है वहीं अगर आपको इन्फ्लेमेशन या फिर सूजन के कारण दर्द की समस्या हो रही है तो ऐसे में उस बीमारी का ट्रीटमेंट किया जाता है। आपके दर्द के स्तर के आधार पर, आपके डॉक्टर ओवर-द-काउंटर या प्रिस्क्रिप्शन दर्द निवारक दवाओं भी दे सकते हैं।
जिन लोगों को किडनी इन्फेक्शन के कारण दर्द की समस्या पैदा हुई है, उनको डॉक्टर जांच के बाद एंटीबायोटिक दवा दे सकते हैं। दवाओं का सेवन करने से इंफेक्शन की समस्या खत्म हो जाती है। वहीं कुछ मामलों में फिजिकल थेरिपी, एक्सरसाइज प्रोग्राम भी अर्थराइटिस या फिर स्पाइन संबंधित समस्याओं का ट्रीटमेंट किया जाता है। डॉक्टर सूजन को कम करने के लिए एंटी-इंफ्लामेटरी (anti-inflammatory) मेडिसिंस भी दे सकते हैं, जो सूजन और दर्द की समस्या से राहत दिलाता है। कुछ मामलों में पेशेंट को सर्जरी की जरूरत पड़ सकती है। डॉक्टर डायग्नोसिस के बाद ही डिसाइड करते हैं कि पेशेंट को तेज दर्द से राहत के लिए कौन-सा ट्रीटमेंट दिया जाना चाहिए।
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ट्रीटमेंट के साथ ही आपको कुछ और बातों पर भी ध्यान देना चाहिए। अगर आप बेहतर हेल्थ चाहते हैं, तो आपको अपनी बुरी आदतों को छोड़ देना चाहिए। इसमें शराब पीना, स्मोकिंग करना आदि शामिल है। आपको रोजाना आठ गिलास पानी जरूर पीना चाहिए और साथ ही पर्याप्त मात्रा में नींद लेनी चाहिए। खाने में आपको फ्रेश वेजीटेबल्स और फ्रूट्स को शामिल करना चाहिए। आपको बेहतर लाइफस्टाइल के लिए रोजाना एक्सरसाइज भी करनी चाहिए। ऐसा करने से आपका शरीर स्वस्थ रहेगा और आपके शरीर में जो भी परेशानियां चल रही है बहुत जल्द ठीक होंगी।
इस आर्टिकल में हमने आपको फ्लेंक पेन (Flank Pain) या तेज दर्द से संबंधित जानकारी दी है। उम्मीद है आपको हैलो हेल्थ की ओर से दी हुई जानकारियां पसंद आई होंगी। अगर आपको इस संबंध में अधिक जानकारी चाहिए, तो हमसे जरूर पूछें। हम आपके सवालों के जवाब मेडिकल एक्स्पर्ट्स द्वारा दिलाने की कोशिश करेंगे।
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