सिस्टिक फ्राइब्रोसिस (Cystic fibrosis)
डॉक्टर्स ब्लड और स्टूल में मौजूद ट्रिप्सिन और कायमोट्रिप्सिन की जांच करते हैं। ब्लड में अधिक मात्रा में मौजूद ये दोनों एंजाइम जेनेटिक डिसऑर्डर साइटिक फाइब्रोसिस (Cystic Fibrosis) का संकेत होते हैं। व्यस्कों में स्टूल में ट्रिप्सिन और कायमोट्रिप्सिन की कम मात्रा सिस्टिक फ्राइब्रोसिस (Cystic fibrosis) और पैंक्रियाटिक डिजीज का संकेत होती है।
ट्रिप्सिन और कैंसर (Trypsin and cancer)
कैंसर के इलाज में ट्रिप्सिन का उपयोग को लेकर की गई रिचर्स के नतीजे मिले जुले हैं। कुछ रिसर्च में बताया गया है कि ट्रिप्सिन एंजाइम (Trypsin enzyme) कैंसर के विकार की दर को धीमा करता है वहीं कुछ रिसर्च में कहा गया है कि यह कुछ प्रकार के कैंसर को फैलने को बढ़ावा देता है। इस विषय पर अभी और रिसर्च किए जाने की आवश्यकता है।
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ट्रिप्सिन एंजाइम की उपलब्धता (Trypsin enzyme availability)
कई प्रकार के सप्लिमेंट्स उपलब्ध है जिनमें ट्रिप्सिन पाया जाता है और जिनको लेने के लिए प्रिस्क्रिप्शन होना अनिवार्य नहीं होता। ज्यादातर जिन सप्लिमेंट़स में ट्रिप्सिन होता है उसे मीट प्रोड्यूसिंग एनिमल के पैंक्रियाज से निकाला जाता है। इन सप्लिमेंट्स के कुछ उपयोगों में शामिल हैं:
- अपच का इलाज
- आस्टियोअर्थराइटिस (Osteoarthritis) से होने वाले दर्द और सूजन को कम करना
- स्पोर्ट्स इंजरी से रिकवरी को प्रमोट करना
किसी भी प्रकार की दवा या सप्लिमेंट़स का उपयोग डॉक्टर की सलाह के बिना ना करें।