गर्भावस्था में पेट का आकार और बच्चे के लिंग की भविष्यवाणी : अन्य मिथक (Belly size and baby gender predict in pregnancy: other myths)
लोग सैकड़ों वर्षों से बच्चे के लिंग की भविष्यवाणी करने वाले पुराने किस्से साझा कर रहे हैं। अपने बच्चे की कल्पना करने की कोशिश करते समय इन दावों का उपयोग करते हैं, जो कि मिथक है। यहां कुछ अधिक लोकप्रिय मिथक हैं – हालांकि इनमें से कोई भी विज्ञान द्वारा समर्थित नहीं है, जब तक कि अल्ट्रासाउंड या जन्म के समय सेक्स की पुष्टि न हो जाए:
- क्रेविंग मिथ: ढेर सारी नमकीन चीजें खाना खाने की क्रेविंग होती है? तो फिर पक्का, आपको लड़का होगा। मीठे सामान में अधिक? आपके पेट में एक बच्ची है!
- हृदय गति को लेकर मिथक: उच्च हृदय गति का अर्थ है एक लड़का। दिल की धड़कन कम होने का मतलब है लड़कियां। लेकिन हो सकता है कि आपको इसके उलट भविष्यवाणी भी देखने को मिले। हार्ट बीट में बदलाव के कई शरीरिक कारण हो सकते हैं।
- मॉर्निंग सिकनेस मिथक: कम मॉर्निंग सिकनेस का मतलब है, लड़के का जन्म और ज्यादा का मतलब है कि लड़की होगी। मॉर्निंग सिकनेस का कारण तो कुछ और ही है। महिला गर्भधारण के साथ उच्च हाॅर्मोन का स्तर महिलाओं को और अधिक बीमार कर सकता है।
- त्वचा की बनावट का मिथक: खूबसूरत त्वचा में चमक का मतलब है लड़का। मुंहासे और अन्य त्वचा संबंधी समस्याओं का मतलब है एक लड़की का जन्म।
- बालों को लेकर मिथक: मोटे, चमकदार बाल का मतलब है एक लड़का। इसी तरह बेजान बालों का मतलब है एक लड़की।
फैक्ट (Fact): यह सभी एक मिथक है, क्योंकि मां की भूंख, क्रेविंग, नींद, हार्ट बीट में बदलाव, बालों का रूखापन और चेहरे की त्चचा इस बात पर निर्भर करती है कि गर्भवती महिला के शरीर में किस तरह के हाॅर्मोनल बदलाव हो रहे हैं, उन्हें डायट और नींद कैसी मिल रही है। उन्हें किसी प्रकार का तनाव तो नहीं है आदि अन्य बातें। इन सबसे पीछे कई शरीरिक कारण भी हाे सकते हैं।
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बच्चे के लिंग को लेकर मेडिकल टर्म (Medical term for the sex of the child)
गर्भावस्था में पेट का आकार और बच्चे के लिंग की भविष्यवाणी के बारे को लेकर मिथक को जाना आपने।यदि आप जानना चाहते हैं कि बच्चा क्या होगा, तो आपको बहुत लंबा इंतजार करने की आवश्यकता है, जोकि डिलिवरी के बाद आपको पता चल जाएगा। अगर मेडिकली टर्म की बात करें, तो लिंग का असल पता बस डॉक्टर को ही होता है। आपकी गर्भावस्था के 14वें सप्ताह से ही आपके शिशु का लिंग स्पष्ट हो जाता है, और आपका डॉक्टर 14 से 20 सप्ताह के बीच के लड़के या लड़की का विश्वसनीय रूप से अनुमान लगाने में सक्षम हो सकता है। सेल-फ्री प्रीनेटल डीएनए टेस्ट भी होते हैं, जो आपकी गर्भावस्था के 10वें सप्ताह तक हो सकते हैं, जब तक कि आपका प्रसव न हो जाए। यह लिंग परीक्षण नहीं है, लेकिन यह गुणसूत्र संबंधी असामान्यताओं के लिए भ्रूण की कोशिकाओं की जांच करता है। एक प्रयोगशाला में रक्त देने के बाद, किसी भी डीएनए की खोज के लिए नमूने का विश्लेषण किया जाता है । वहां से, यह उन्मूलन की प्रक्रिया है। यदि स्क्रीन Y गुणसूत्र का पता लगाती है, तो आपको लड़का हो सकता है। यदि नहीं, तो आपके पास एक लड़की होने की संभावना है। डॉक्टर को ही बच्चे के सही लिंग के बारे में पता होता है।
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गर्भावस्था में पेट का आकार और बच्चे के लिंग की भविष्यवाणी के लेकर आपने जाना कि यह सब एक मिथक है। इन मिथके के अधार पर यह नहीं कहा जा सकता कि मां एक लड़के को जन्म देगी या लड़की को। प्रेग्नेंट महिला के शरीर में होने वाले बहुत से बदलाव के पीछे कई अन्य शारीरिक कारण होते हैं।