डिलिवरी का समय नजदीक आ रहा है। हो सकता है लेबर के दौरान आप इधर-उधर टहलें और फिर बच्चे को पुश आउट करने के लिए स्क्वैट करें। हो सकता है कि आप कॉन्ट्रैक्शंस के दौरान एक तरफ करवट लेकर लेट जाएं। ऐसा भी हो सकता है कि आप एक बर्थिंग बॉल पर रॉक करें। या ये स्टेप आजमाएं। डिलिवरी के दौरान अपनी पॉजिशन बदलकर आगे बढ़ना न केवल लेबर पेन को कम कर सकता है, बल्कि डिलिवरी को भी स्पीड देने में मदद कर सकता है। आपको हॉस्पिटल बेड पर अपनी पीठ के बल ही रहकर बच्चे को जन्म देना है, ऐसा बिल्कुल भी जरूरी नहीं है। आप बच्चे के जन्म के दौरान इधर-उधर घूमना और अलग-अलग लेबर पॉजिशन (Labor position) को चुन सकती हैं। बर्थिंग पॉजिशन आपको दर्द कम करने और बच्चे को पुश आउट करने में मदद करने के लिए पेल्विस को खोलने में मदद कर सकती है। तो आइए जानते हैं कि लेबर पॉजिशन (Labor position) आपको डिलिवरी के समय कैसे फायदा पहुंचा सकती हैं? साथ ही जानते हैं कि कौन-सी बर्थिंग पॉजिशन आपके लिए बेस्ट हो सकती है?