पैरेंट्स बनने की खुशी सभी को होती है। प्रेग्नेंसी के दौरान होने वाली परेशानियां और डिलिवरी के दर्द को भी मां कुछ समय बाद भूल जाती है, लेकिन उस महिला की परेशानी बड़ी होती है जो मां तो बनना चाहती है लेकिन, बन नहीं पाती, लेकिन इस परेशानी का हल भी साइंस ने ढ़ूंढ़ लिया है। इन विट्रो फर्टिलाइजेशन (In vitro fertilization [IVF]) की मदद से अब पेरेंट्स बनना आसान है। आज मेडिकल साइंस ने बहुत तरक्की कर ली है। किसी भी प्रकार की शारीरिक समस्या होने पर अगर मां बनने में दिक्कत आ रही है तो इन विट्रो फर्टिलाइजेशन याानि आईवीएफ तकनीक का यूज किया जाता है। इन विट्रो फर्टिलाइजेशन प्रॉसेस के बारे में हम सभी ने सुना हुआ है, लेकिन इस बारे में ज्यादा जानकारी न होने की वजह से हमारे मन में इन विट्रो फर्टिलाइजेशन (In vitro fertilization [IVF]) से जुड़े प्रश्न उठने लगते हैं। इस आर्टिकल के माध्यम से हम आज कुछ ऐसे प्रश्नों का उत्तर देंगे, जो आपकी इन विट्रो फर्टिलाइजेशन के प्रति जानकारी बढ़ाएंगे।
इन विट्रो फर्टिलाइजेशन (IVF) से जुड़े प्रश्न: क्या कहना है डॉक्टर का?
इन विट्रो फर्टिलाइजेशन प्रॉसेस के बारे में जब हैलो स्वास्थ्य ने फोर्टिस हॉस्पिटल की कंसल्टेंट गाइनोलॉजिस्ट डॉ. अर्चना सिन्हा से बात की तो उन्होंने कहा कि आज के समय में इन विट्रो फर्टिलाइजेशन (In vitro fertilization) प्रॉसेस सुरक्षित है। जब नैचुरल तरीके से कंसीव नहीं हो पाता है तो आईवीएफ का सहारा लिया जाता है। लोगों के मन में ये प्रश्न जरूर उठता है कि कहीं जुड़वा या तीन बच्चे न हो जाए ? काफी हद तक ये सही भी है, लेकिन परेशान होने की जरूरत नहीं है। कई बातें परिस्थिति पर भी निर्भर करती है। ये बात भी ध्यान रखें कि इन विट्रो फर्टिलाइजेशन साइकल के एक बार में सफल होने के चांसेज कम होते हैं। हम पेशेंट को कम से कम चार या पांच साइकल के लिए कहते हैं।
आईवीएफ से जुड़े प्रश्न
1. इन विट्रो फर्टिलाइजेशन (In vitro fertilization [IVF]) क्या है?
इन विट्रो फर्टिलाइजेशन (आईवीएफ) फर्टिलिटी एक तकनीक है, जिसमें महिला की फैलोपियन ट्यूब (Fallopian tube) के डैमेज होना या पुरुष को स्पर्म संबंधी कोई परेशानी होने के कारण या किसी दूसरी कंडिशन जिसकी वजह से महिला गर्भवती प्रेग्नेंट नहीं हो पा रही है तो ऐसे कपल्स इस प्रॉसेस अपना सकते हैं। इन विट्रो फर्टिलाइजेशन के दौरान महिला के एग को शल्य चिकित्सा द्वारा डोनर या फिर पुरुष के शुक्राणु के साथ प्रयोगशाला में फर्टिलाइज (Fertilization) किया जाता है। फर्टिलाइज्ड एग को डेवलप होने के लिए छोड़ दिया जाता है। कुछ समय बाद वापस इसे महिला के गर्भ में स्थानांतरित कर दिया जाता है।
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2. इन विट्रो फर्टिलाइजेशन (In vitro fertilization) का सक्सेस रेट क्या है ?
सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल के राष्ट्रीय आंकड़ों के अनुसार,उम्र के साथ ही आईवीएफ प्रॉसेस की सफलता दर आपकी लंबाई, वजन, बांझपन , शुक्राणुओं की संख्या, प्रजनन इतिहास, गर्भधारण, गर्भपात आदि पर निर्भर करता है।
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3.मुझे कब फर्टिलिटी (Fertility) डॉक्टर से मिलना चाहिए ?
सामान्य तौर पर अगर आप गर्भवती नहीं हो पा रही है तो एक बार डॉक्टर से सलाह लें। एक महीने में गर्भधारण करने की संभावना 20 प्रतिशत तक होती है। ऐसा माना जाता है कि अगर स्त्री और पुरुष एक साल से प्रयास कर रहे हैं, तो 90 प्रतिशत संभावना है कि वो कंसीव कर लेंगे। अगर 30 साल से अधिक की महिलाएं अगर कंसीव करने की कोशिश कर रही हैं और उन्हें सफलता नहीं मिल पा रही है तो उनके लिए इन विट्रो फर्टिलाइजेशन (IVF) बेहतर साबित हो सकता है। अगर एक कपल दो से तीन साल तक बच्चा करने की कोशिश करता है फिर भी महिला को कंसीव करने में परेशानी हो तो तुरंत डॉक्टर से मिलें।
4. क्या मैं इन विट्रो फर्टिलाइजेशन (In vitro fertilization) के लिए उपयुक्त हूं ?
पैरेंट्स न बन पाने के कारण मन में उदासी तो रहती है, साथ ही ये भी प्रश्न उठता है कि मैं आईवीएफ (IVF) के लिए उपयुक्त हूं या फिर नहीं। कई कारण होते हैं जिनकी वजह से इस तकनीक का सहारा लेना पड़ सकता है।
- लो स्पर्म काउंट (Low sperm count)
- एंडोमेट्रिओसिस (Endometriosis)
- फैलोपियन ट्यूब में दिक्कत (Problem with fallopian tube)
- ऑव्युलेशन में समस्या (Problems with ovulation)
- स्पर्म का पेनिट्रेशन के दौरान अंदर न जा पाना (sperm may be unable to swim through the cervical mucus)
- स्वास्थ्य की अन्य समस्याएं (Other health problems)
आपको आईवीएफ तकनीक कराने की जरूरत है या फिर नहीं, ये डॉक्टर जांच के बाद तय करेंगे।
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5. इन विट्रो फर्टिलाइजेशन (IVF) के दौरान कितना समय लगता है?
इन विट्रो फर्टिलाइजेशन प्रक्रिया में भ्रूण को दो से पांच दिनों के बीच प्रत्यारोपित किया जाता है। ये जरूरी नहीं है कि आईवीएफ एक बार में सफल हो जाए। हो सकता है आपको इस प्रॉसेस से कई बार गुजरना पड़े।
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6. अगर मैं गर्भवती हो जाऊं तो क्या ये सामान्य प्रॉसेस की तरह ही होगा ?
जब इस बात की पुष्टि हो जाए तो अपने डॉक्टर से मिलें। डॉक्टर आपका चेकअप करेगा और अल्ट्रासाउंड के लिए सलाह देगा। बच्चे की दिल की धड़कन चेक हो जाने के बाद डॉक्टर आपको प्रसूति विशेषज्ञ को दिखाने की सलाह देगे।
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7. अगर मैं गर्भवती नहीं हूं तो क्या हम फिर से कोशिश कर सकते हैं ?
अगर एक बार में इन विट्रो फर्टिलाइजेशन सक्सेसफुल नहीं होता है तो डॉक्टर आपको दोबारा इसकी सलाह देंगे। आईवीएफ शुरू करने से पहले डॉक्टर एक या दो महीने के मासिक चक्र पर विचार करेंगे।
8. क्या आईवीएफ प्रॉसेस में जुड़वा या तीन बच्चों की संभावना बढ़ जाती है ?
यह कई फैक्टर पर डिपेंड करता है। आप और आपका डॉक्टर ये डिसाइड करता है कि यूटरस में कितने एम्ब्रियो को इम्प्लांट करना है। अगर सिंगल एम्ब्रियो इम्प्लांट (Embryo implant) किया गया है तो एक ही बच्चा होगा। अगर एम्ब्रियो दो भागों में बंट गया है, तो जुड़वा (Twins) बच्चें होंगे।
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इन विट्रो फर्टिलाइजेशन यानि की आईवीएफ (IVF) से जुड़े कुछ प्रश्नों के जवाब आपको इस आर्टिकल से मिल गए होंगे। अधिक जानकारी के लिए आईवीएफ स्पेशलिस्ट से संपर्क करें। अगर आपको लगता है कि आप पेरेंट नहीं बन सकते या आपके अंदर कुछ परेशानी है तो इसके लिए आपको अपने डॉक्टर से मिलकर बात करने की जरूरत है। हम उम्मीद करते हैं आपको हमारा यह लेख पसंद आया होगा। हैलो हेल्थ के इस आर्टिकल में इन विट्रो फर्टिलाइजेशन (In vitro fertilization [IVF]) से जुड़ी हर जानकारी देने की कोशिश की गई है। यदि आपका इस लेख से जुड़ा कोई प्रश्न है तो आप उसे कमेंट सेक्शन में पूछ सकते हैं।
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