गर्भावस्था यानी प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाएं मानसिक और शारीरिक कई परेशानियों का सामना करती हैं। जिनमें से एक को पीयुपीपीपी यानी PUPPP के नाम से भी जाना जाता है। यह इचि रैशेज हैं, जिनका अनुभव महिलाएं प्रेग्नेंसी के अंतिम पड़ाव में करती हैं। हालांकि, PUPPP स्किन रैश (PUPPP Skin Rash) गर्भवती महिला और शिशु के लिए हानिकारक नहीं होते हैं और यह डिलीवरी के बाद खुद ही गायब हो जाते हैं। लेकिन, यह समस्या गर्भवती महिला को परेशान और बेचैन कर सकती है। आइए जानें PUPPP स्किन रैश (PUPPP Skin Rash) के बारे में विस्तार से।
PUPPP स्किन रैश (PUPPP Skin Rash): क्या है यह परेशानी?
PUPPP का अर्थ है प्यूरिटिक अर्टिकेरियल पैपुल्स एंड प्लाक्स ऑफ प्रेग्नेंसी (Pruritic urticarial papules and plaques of pregnancy)। जैसा कि पहले ही बताया गया है कि यह इचि रैशेज प्रेग्नेंट महिलाओं को प्रभावित करते हैं और वो भी अधिकतर तीसरे ट्राइमेस्टर में। इसके कई अन्य नाम भी हैं जैसे नर्स’स लेट-ऑनसेट प्रुरिगो (Nurse’s late-onset prurigo), टॉक्सिक एरिथेमा ऑफ प्रेग्नेंसी (Toxic erythema of pregnancy) आदि। ऐसा माना गया है कि इस प्रॉब्लम का अनुभव दो सौ में से केवल एक ही महिला करती हैं। यही नहीं, इस रोग से पीड़ित आमतौर पर पहली बार मां बनने वाली महिलाएं होती हैं।
यह रैशेज खुजली वाले अवश्य होते हैं, लेकिन यह पूरी तरह से बिनाइन होते हैं। यह स्ट्रेच मार्क्स पेट में होते हैं या किसी-किसी को बटलॉक्स, जांघों या बाजू में भी यह समस्या हो सकती है। इसके कारण होने वाली खुजली कई बार गंभीर हो सकती है और शरीर के अन्य हिस्सों तक भी फैल सकती है। लेकिन, यह परेशानी कभी भी चेहरे पर नहीं होती है। PUPPP यानी प्यूरिटिक अर्टिकेरियल पैपुल्स एंड प्लाक्स ऑफ प्रेग्नेंसी कई बार बम्पी त्वचा के घाव या त्वचा के रंग के, गुलाबी या डार्क बम्प्स जैसे दिखते हैं। जिन लोगों का रंग साफ होता है, उनमें यह लाल या पिंक रंग के हो सकते हैं। अब जानते हैं कि PUPPP स्किन रैश (PUPPP Skin Rash) के क्या हैं कारण?
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PUPPP स्किन रैश (PUPPP Skin Rash) के कारण
PUPPP स्किन रैश (UPPP Skin Rash) के कारण क्या हैं, इसके बारे में सही जानकारी नहीं है। प्रेग्नेंसी के अन्य लक्षणों की तरह PUPPP का कारण इस दौरान बढ़ा हुआ हॉर्मोन लेवल नहीं होता है। एक स्टडी के मुताबिक गर्भावस्था के दौरान फीटल सेल्स मां की त्वचा पर आक्रमण करते हैं, जिससे उन्हें पेट में खुजली होने लगती है। एक अन्य स्टडी के अनुसार यह समस्या जेनेटिक है। हर मामले में, PUPPP स्किन रैश (PUPPP Skin Rash) आमतौर पर तीसरी तिमाही में प्रकट होते है और बच्चे के जन्म के बाद गायब हो जाते हैं। अब जानते हैं इस समस्या के लक्षणों के बारे में।
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PUPPP स्किन रैश (PUPPP Skin Rash) के लक्षण क्या हैं?
PUPPP स्किन रैश (PUPPP Skin Rash) हाइव्स की तरह दिखते और महसूस होते हैं। इसके कुछ लक्षण इस प्रकार हैं:
- स्कैटर्ड और इचि बम्प्स जो पेट के ऊपर या पास में स्ट्रेच मार्क्स के पास नजर आते हैं। कई बार यह उभार के रूप में भी प्रतीत हो सकते हैं।
- रैशेज, जो जांघों, बट, ब्रेस्ट्स और बाहों तक फैल जाते हैं।
- इसमें नाभि के आसपास के क्षेत्र में रैशेज का कोई संकेत नहीं है।
- कम मेलेनिन वाली त्वचा पर यह बम्प्स या पैच गुलाबी व लाल दिख सकते हैं।
- अधिक मेलेनिन वाली त्वचा पर बम्प्स या पैचेज स्किन के समान रंग के हो सकते हैं या आपकी त्वचा से गहरे रंग के भी यह हो सकते हैं।
रैशेज के कारण होने वाली इचिंग से प्रभावित महिला अपनी रोजाना के कार्यों में ध्यान लगाने में सक्षम नहीं हो पाती है और इसके साथ ही उन्हें अच्छी नींद लेने में भी परेशानी होती है। यह तो थे PUPPP स्किन रैश (PUPPP Skin Rash) के लक्षण। अब जानिए कैसे किया जा सकता है इसका निदान?
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PUPPP स्किन रैश (PUPPP Skin Rash) का निदान कैसे हो सकता है?
अगर किसी को यह परेशानी है, तो इसके निदान के लिए डॉक्टर सबसे पहले फिजिकल जांच करेंगे। इस बात को जानने के लिए कि आपको यह समस्या है या कोई अन्य स्किन कंडिशन? डॉक्टर कुछ टेस्ट्स की सलाह भी दे सकते हैं, जो इस प्रकार हैं:
- कंप्लीट ब्लड काउंट (Complete blood count)
- लिवर फंक्शन टेस्ट (Liver function test)
- मेटाबोलिक पैनल (Metabolic panel)
- सीरम कोर्टिसोल टेस्ट (Serum cortisol test)
- सीरम hCG टेस्ट (Serum hCG test)
इन टेस्ट्स के अलावा रोगी को अन्य टेस्ट्स के लिए भी कहा जा सकता है। अगर यह बताना डॉक्टर के लिए मुश्किल हो कि यह परेशानी PUPPP है या नहीं, तो डॉक्टर रोगी को बायोप्सी की सलाह भी दे सकते हैं, ताकि स्किन का सैंपल ले कर टेस्ट किया जा सके। इसके बाद PUPPP स्किन रैश (PUPPP Skin Rash) के उपचार के बारे में सोचा जाएगा। आइए, जानें इसके उपचार के बारे में।
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PUPPP स्किन रैश (PUPPP Skin Rash) का उपचार
अधिकतर महिलाओं में यह समस्या आमतौर पर चार से छह हफ्तों तक रहती है। यह समस्या शिशु के जन्म के कुछ समय बाद खुद ही ठीक हो जाती है। जब आप यह महसूस करें कि यह रैश ठीक हो गए हैं, तो लक्षणों से आराम पाने में दवाइयां और होम रेमेडीज काम में आ सकती हैं, जो इस प्रकार हैं:
होम रेमेडीज (Home remedies)
PUPPP स्किन रैश (PUPPP Skin Rash) से पीड़ित महिलाओं को अपनी स्किन की देखभाल करनी चाहिए, जिसके तरीके इस प्रकार हैं:
- ओटमील का इस्तेमाल करें
- ठंडे पानी से शावर लें
- फ्रेगरेंस- फ्री मॉइस्चराइजर का इस्तेमाल करें
- हल्के और कॉटन के कपड़े पहने
- अपने बम्प्स या रैशेज पर कोल्ड कंप्रेस का इस्तेमाल करें
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दवाइयां (Medication)
अगर होम रेमेडीज से आराम नहीं मिलता है, तो डॉक्टर दवाइयों की सलाह दे सकता है। लेकिन, इन दवाइयों का इस्तेमाल केवल तभी करें, अगर डॉक्टर ने इनकी सलाह दी हो। यह दवाएं इस प्रकार हैं:
- एंटी-इच क्रीम्स (Anti-itch creams)
- एंटीहिस्टामिन पिल्स (Antihistamine pills)
- कॉर्टिकॉस्टेरॉइड्स Corticosteroids)
एंटीहिस्टामाइंस (Antihistamines) और कॉर्टिकॉस्टेरॉइड्स (Corticosteroids) से आमतौर पर एक या दो दिन में खुजली से आराम मिल सकता है। इसके अलावा डॉक्टर कुछ अन्य उपचारों की सलाह भी दे सकते हैं। अब जानिए कि इससे कैसे बचा जा सकता है?
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PUPPP स्किन रैश (PUPPP Skin Rash) से कैसे बचें?
आप PUPPP स्किन रैश (PUPPP Skin Rash) से बचाव संभव नहीं है। लेकिन, इसके लक्षणों से आपको आराम मिल सकता है। ऐसे में, अपने डॉक्टर से बात करें ताकि वो जब तक यह रैशेज ठीक नहीं हो जाते हैं, वो इचिंग को मैनेज करने की आपको सही सलाह दे सकें।
यह तो थी PUPPP स्किन रैश (PUPPP Skin Rash) के बारे में जानकारी। यह प्रॉब्लम बैचेन करने वाली हो सकती है। लेकिन, गर्भावस्था के बाद यह खुद ही ठीक हो जाती है। इसलिए, इसे लेकर अधिक चिंतित होने की जरूरत नहीं है। अगर आपकी पहली प्रेग्नेंसी के दौरान आपको यह समस्या है तो जरूरी नहीं है कि दूसरी बार भी आपको यह प्रॉब्लम हो। यह परेशानी बिलकुल हानिरहित है। इससे आपका शिशु भी पूरी तरह से सुरक्षित होता है। कुछ घरेलू उपाय और डॉक्टर की सलाह के बाद किये जाए वाले उपचार से इस स्थिति में आपको राहत मिल सकती है। अगर आपके मन में इसके बारे में कोई भी सवाल है तो डॉक्टर से इस बारे में अवश्य जानें।
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