अपने बच्चे को समझने की कोशिश करें
बच्चों या किशोर के सामने अपनी किशोरावस्था का व्याख्यान न करें और न ही बच्चे को कोई भाषण दें। बल्कि बच्चे को समझे और उसकी कही गयी बातों, किशोर अवस्था के दबाव, चुनौतियों और चिंताओं को भी समझने की कोशिश करें। आपने बच्चे को समझाएं कि वो आपसे इस बारे में कुछ भी पूछ बता या सवाल कर सकते हैं। उनके ऐसे सवाल पूछने पर गुस्सा न हों बल्कि खुश हों। अगर आप चाहते हैं कि आपका किशोर सेक्स के बारे में सही जानकारी प्राप्त करे, तो उससे इस बारे में लगातार बात करें।
विशेषज्ञ से अपने बच्चों को मिलने दें
अगर आप चाहते हैं कि आपके बच्चे या किशोर को विस्तार से इस बारे में जानकारी मिले तो डॉक्टर या किसी विशेषज्ञ से बात करने दें। ऐसा करने से किशोर पूरे आत्मविश्वास के साथ स्वास्थ्य से जुड़े मामलों के बारे में बात कर पाएगा जिनमें गर्भावस्था, HIV, STDs आदि शामिल है।
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किन मुद्दों के बारे में बात करें
इस चीज़ का ध्यान रखें कि किशोर सेक्स के बारे में जब आप बात करें। तो यह बात केवल कुछ ही विषयों तक सीमित न हो जैसे सेक्स करने के परिणाम या इसके जोखिम आदि। बहुत से किशोर सेक्स के बारे में इन चीज़ों को अपनी हेल्थ एजुकेशन की क्लास या अन्य जगहों से जान लेते हैं। माता-पिता को इन विषयों में भी बात करनी चाहिए।
- जैसे अच्छे, सम्माननीय और स्वस्थ रिश्ते के बारे में बात करें।
- आप अपने बच्चे या किशोर से सेक्स या रिश्तों को लेकर क्या-क्या उम्मीद करते हैं इस बारे में बात करें।
- HIV, STD और गर्भावस्था को रोकने के तरीकों के बारे में तथ्यात्मक जानकारी प्रदान करें।
- अपने किशोर या बच्चे को HIV, STD और गर्भावस्था से बचाने के लाभों के बारे में बताएं।
- अपने बच्चे को HIV / STD के बारे में जानकारी पाने के लिए किसी विशेषज्ञ और कहां इनका परीक्षण करा सकते हैं ऐसी जगहों के बारे में भी जानकारी दें।